भरतपुर. राजस्थान में एक बार फिर से कोरोना केसों में बढ़ोतरी हो रही है. वहीं कोरोना वैक्सीन के डोज भी खत्म हो चुके हैं. जिसके चलते कोरोना वैक्सीनेशन सेंटर्स पर ताले लटके हुये हैं. वैक्सीन के लिए भरतपुर की जनता को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. राजस्थान में 5 लाख 44 हजार टीके एक दिन में लगाये जा रहे थे. लेकिन कोरोना वैक्सीन की कमी के चलते वैक्सीन लगाने का प्रोग्राम धीमा पड़ गया है.
बिना वैक्सीन कैसे मनायें टीका उत्सव
चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने कहा कि प्रधानमंत्री देश की जनता से कह रहे हैं कि टीका उत्सव मनाइए. लेकिन बिना वैक्सीन के टीका उत्सव कैसे मनाया जा सकता है. सरकार को कोरोना वैक्सीन के निर्यात पर रोक लगानी चाहिए और भारत के लोगों को वैक्सीन उपलब्ध करवानी चाहिए. जितनी जल्दी देश की जनता को कोरोना वैक्सीन लगेगी उतनी जल्दी कोरोना से बचा जा सकता है. वैक्सीन की कमी के चलते कई सेंटर्स बंद करने पड़ रहे हैं.
सुभाष गर्ग ने कहा कि प्रधानमंत्री टीका उत्सव मनाने की बात कह रहे हैं. एक तरफ कोरोना से लोग मर रहे हैं, ऐसे में हम उत्सव कैसे कह सकते हैं. इसे अभियान कहना चाहिए. उत्सव तो खुशी के मौके पर मनाया जाता है. लेकिन अभी खुशी का मौका नहीं है. भरतपुर में पहले चरण में 2 लाख 32 हजार 584 लोगों को दूसरी चरण में 28 हजार 937 लोगों को वैक्सीन लगायी जा चुकी है.
गहलोत ने पीएम से की 30 लाख डोज देने की मांग
शुक्रवार को सीएम अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राजस्थान को 30 लाख कोरोना वैक्सीन की डोज उपलब्ध करवाने की मांग की थी. गहलोत ने कहा था कि प्रदेश में करीब 5 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है. अब तक करीब 86 लाख से अधिक लोगों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है. अब राज्य में केवल अगले 2 दिन के लिए 9 लाख वैक्सीन की डोज ही शेष है. अगर वैक्सीन नहीं दी गई तो वैक्सीनेशन को रोकना पड़ेगा.