भरतपुर. जिले में बर्ड फ्लू का खतरा गहराने लगा है. प्रदेश के अन्य जिलों के बाद अब भरतपुर जिले में भी कौओं की मौत का सिलसिला शुरू हो गया है. शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में 4 मृतक कौए पाए गए. साथ ही विश्व प्रसिद्ध केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में भी एक स्टोन कर्ले पक्षी मृत मिला. फिलहाल पशुपालन एवं वन विभाग की टीम ने मृत पाए गए पक्षियों के सैंपल ले लिए हैं. इन्हें जांच के लिए भोपाल प्रयोगशाला भेजा जाएगा.
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नरेश चौधरी ने बताया कि शुक्रवार को जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में 4 मृतक हुए कौआ पाए गए. इसमें एक कौआ शहर की रणजीतनगर कॉलोनी, 2 गांव मुरवारा, एक कुम्हेर और एक स्टोन कर्ले पक्षी केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में मृत मिला है.
घना से बाहर मिले चारों कौओं के सैम्पल एकत्र कर उनका निस्तारण करा दिया है, जबकि घना में मृत मिले पक्षी का देर शाम को सैम्पल एकत्र किया गया. इन सभी सैम्पलों को अब मध्यप्रदेश की भोपाल लैब भेजा जा रहा है. वहीं पशुपालन विभाग एवं केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में दवाई का छिड़काव भी कराया है.
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गौरतलब है कि गुरुवार को भी भरतपुर में एक मृत कौआ पाया गया था, जिसका सैंपल जांच के लिए भोपाल भेज दिया गया है. वहीं केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में एक पक्षी मृत मिलने के बाद पूरा घना प्रशासन हरकत में आ गया है. घना में इन दिनों करीब 400 प्रजातियों के हजारों प्रवासी पक्षी निवासरत है. ऐसे में घने में यदि बर्ड फ्लू पहुंच गया तो यहां पर पक्षियों के लिए बड़ा खतरा हो सकता है.