भरतपुर. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का कहना है कि राजस्थान में रीट, बीडीओ, जेईएन, एसआई समेत तमाम परीक्षाओं के पेपर लीक मामलों में कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं का हाथ है. गोविंद सिंह डोटासरा ने तो आरपीएससी को रिश्तेदार पब्लिक सर्विस कमीशन बनाकर रख दिया है.
संगठनात्मक स्तर पर भाजपा की मजबूती के लिए प्रदेश संगठन की ओर से जिले में मोर्चों की दो दिवसीय संयुक्त बैठक में भाग लेने पहुंचे पूनिया ने सरकार और मुख्ममंत्री पर भी निशाना साधा है.
गहलोत का दिमाग और खजाना खाली!
पूनिया ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए (Satish Poonia targets Ashok Gehlot) कहा कि वह जब भी आते हैं कहते हैं कि सरकार का खजाना खाली है. लेकिन मुझे लगता है कि उनका दिमाग, खजाना और सब कुछ खाली है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो योजनाएं स्वीकृत कीं, पैसा लगाया, यह सरकार उनके उद्घाटन के अलावा और कुछ नहीं कर रही है. इस सरकार के भरोसे प्रदेश में बुनियादी विकास कुछ नहीं हुआ है.
...अपराधियों में भरोसा पैदा हो गया
पूनिया ने कहा कि थाने के बाहर एक पंच लाइन लिखी होती है 'आमजन में विश्वास, अपराधियों में भय' लेकिन कांग्रेस के राज में अपराधियों में भरोसा पैदा हो गया है और आमजन में भय व्याप्त हो गया है. इसका कारण यह है कि प्रदेश में पुलिस, प्रशासन और सरकार का इकबाल खत्म हो गया.
प्रदेश में बढ़ती आपराधिक घटनाएं और 6.30 लाख मुकदमे दर्ज होना. इसके बावजूद प्रदेश के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री का यह कहना कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों के दर्ज होने वाले मुकदमों में से 47 प्रतिशत मुकदमें झूठे हैं. ऐसी बातों से जनता का मनोबल गिरा है. प्रदेश की कांग्रेस सरकार ईमानदार पुलिस अधिकारियों को संरक्षण नहीं दे पाती, इस कारण पुलिस के ईमानदार अधिकारियों का भी मनोबल गिरा है.
एक सवाल के जवाब में पूनिया ने कहा कि जो अधिकारी राजनीतिक भेद करते हैं, उनका भविष्य अच्छा नहीं होगा. इसलिए बेहतर होगा कि ऐसे अधिकारी विपक्ष का और विपक्ष के नेताओं का सम्मान करें. प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने प्रशासनिक अधिकारियों की जो दुर्दशा की है, उसीका नतीजा है कि आज प्रदेश में अपराध बढ़ रहे हैं.
कांग्रेस नेता डाल रहे बेरोजगारों के हक पर डाका-किरोड़ी मीणा
रीट परीक्षा 2021 के पेपर लीक विवाद के बाद अब ग्राम विकास अधिकारी परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण ने प्रदेश सरकार की परेशानियां बढ़ा दी है. राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा ने इस प्रकरण में गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए एनएसयूआई पदाधिकारी प्रकाश गोदारा की राहुल गांधी और सीएम अशोक गहलोत के साथ फोटो में जारी की. मीणा ने बुधवार को एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि प्रदेश में बेरोजगारों की मेहनत पर कांग्रेसी नेता डाका डाल रहे हैं. मीणा ने कहा कि पेपर आउट करने वाले मास्टरमाइंड और कोई नहीं पार्टी और सरकार से जुड़े लोग ही हैं और वीडीओ पेपर आउट मामले में एनएसयूआई के प्रदेश महासचिव प्रकाश गोदारा की गिरफ्तारी से एक बार फिर यह साबित हो गया है.
मीणा ने कहा कि वे लंबे समय से परीक्षाओं में धांधली को लेकर सवाल उठा रहे हैं, लेकिन सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाए. कांग्रेसी नेताओं की सरपरस्ती में ही प्रदेश भर में नकल गिरोह सक्रिय हैं. उन्होंने कहा कि रीट परीक्षा का पेपर पूर्व शिक्षा मंत्री और डोटासरा के संरक्षण में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीपी जारोली ने आउट किया. मीणा का कहना है कि यही वजह है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीबीआई जांच की सिफारिश करने से बच रहे हैं.