भरतपुर. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय (Maharaja Surajmal Brij University) ने इस बार कई कारणों के चलते स्नातक के करीब 3500 विद्यार्थियों का परिणाम रोक दिया है. किसी विद्यार्थी में ओएमआर शीट में सीरीज सही नहीं भरी, तो किसी ने रोल नंबर सही नहीं लिखा, ऐसे ही कई कारणों के चलते एनवायरमेंटल साइंस, समाजशास्त्र समेत कई विषयों के विद्यार्थियों के परिणाम रोक दिए गए हैं. अब विश्वविद्यालय प्रशासन को ऐसे विद्यार्थियों के परिणाम जारी करने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है. वहीं समाजशास्त्र के कई विद्यार्थियों को 0 अंक मिले हैं, ऐसी शिकायतों का भी जल्द समाधान किया जाएगा.
पहली बार सीरीज व्यवस्था: विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ फरवट सिंह ने बताया कि इस बार विश्वविद्यालय (Result of 3500 students withheld) ने पहली बार परीक्षा में ओएमआर शीट और सीरीज व्यवस्था शुरू की. परीक्षा के दौरान कई विद्यार्थियों ने ओएमआर शीट में अपनी सीरीज सही अंकित नहीं की. जिसके चलते एनवायरमेंटल साइंस के कई विद्यार्थियों के 0 अंक दिए गए हैं. अब संबंधित महाविद्यालयों से संपर्क कर ऐसे विद्यार्थियों की सही जानकारी जुटाकर परिणाम जारी करने के प्रयास किए जा रहे हैं.
इन कारणों से भी रुका परिणाम: डॉ फरवट सिंह ने बताया कि एनवायरमेंटल साइंस, समाजशास्त्र, भूगोल की प्रायोगिक परीक्षा आदि में कई विद्यार्थियों ने सही स्थान पर हस्ताक्षर नहीं किए, या अन्य स्थान पर हस्ताक्षर कर दिए. किसी ने रोल नंबर सही नहीं भरा. ऐसे कारणों के चलते स्नातक तीनों वर्ष के करीब 3500 विद्यार्थियों का परिणाम रुका हुआ है.
भूगोल के अंक नहीं चढ़ाए: डॉ फरवट सिंह ने बताया कि धौलपुर में स्नातक कला वर्ग के तीनों वर्ष के भूगोल विषय के (Results Withheld in Brij University) करीब 90 विद्यार्थियों के परीक्षा के अंक ही नहीं चढ़ाए गए हैं. अब संबंधित महाविद्यालयों को ऐसे छात्रों के अंक और डिटेल भेजने के निर्देश दिए हैं, ताकि उनका परीक्षा परिणाम जारी किया जा सके.
छात्राओं ने किया प्रदर्शन: आरडी गर्ल्स कॉलेज की छात्राओं ने गुरुवार को महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय के परीक्षा परिणामों में सुधार की मांग करते हुए प्रदर्शन किया. कॉलेज की स्नातक द्वितीय वर्ष की छात्रा ने बताया की उसके समाजशास्त्र के प्रथम प्रश्नपत्र में 0 अंक हैं जबकि द्वितीय प्रश्न पत्र में 59 अंक हैं. छात्रा ने बताया कि उसका प्रथम प्रश्न पत्र भी काफी अच्छा गया था. बावजूद इसके उसको जीरो अंक मिले हैं. कॉलेज की प्रेसिडेंट आसना फौजदार ने बताया कि कॉलेज में ऐसी करीब 25 से 30 छात्राएं हैं, जिनके समाजशास्त्र के प्रश्न पत्र में 0 अंक आए हैं. साथ ही कई छात्राओं ने परीक्षा में भाग लिया था, बावजूद इसके उन्हें एब्सेंट दिखाकर परीक्षा परिणाम रोक दिए गए हैं. छात्रों ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से कॉपियों की पुनः जांच कर परीक्षा परिणाम में संशोधन करने की मांग की है.