भरतपुर. कांग्रेस सरकार में चल रहे विवाद और सचिन पायलट, विश्वेंद्र सिंह और रमेश मीणा को मंत्री पद से बर्खास्त होने के बाद जाट और गुर्जर इलाकों में कानून व्यवस्था के खराब होने की आशंका है. जिसे देखते हुए सरकार ने डीआईजी विकास कुमार को कानून व्यवस्था बनाये रखने और दंगों से निपटने के लिए कमान सौंपी है. जिसके चलते विकास कुमार ने बुधवार को गुर्जर बाहुल्य इलाके बयाना का दौरा किया. साथ ही पुलिस फोर्स का जायजा लिया.
इसके साथ ही दंगा नियंत्रण फोर्स तैयार की गयी है. जहां एसटीएफ की कई गाड़ियां फोर्स के साथ तैयार कर दी गयी हैं. दरअसल, भरतपुर जिला जाट बाहुल्य क्षेत्र है. जहां गुर्जर भी बहुसंख्या में हैं और कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह को मंत्री पद से बर्खास्त किया गया है. विश्वेंद्र सिंह भरतपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य हैं. जहां उनका जाटों में अच्छा खासा दबदबा है. साथ ही सचिन पायलट को हटाने के बाद गुर्जर समुदाय में भी तनाव है, इसलिए जाट और गुर्जर समुदाय द्वारा दंगा करने की आशंका को देखते हुए सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती. जिसके चलते जयपुर से डीआईजी विकास कुमार को भरतपुर में भेजा गया है.
यह भी पढ़ें : पायलट खेमे के 19 विधायकों को नोटिस जारी..
डीआईजी विकास कुमार ने बताया कि भरतपुर के लोग शांतिप्रिय लोग हैं और हम लोग यहां देखने आये हैं कि सुरक्षा की दृष्टि से क्या चल रहा है. अगर कोई समस्या होगी तो बात की जाएगी. उन्होंने कहा कि मैने देखा है कि यहां सभी कुछ सही होता है और यदि गलत भी होता है तो वह भी सही हो जाता है. बता दें कि विकास कुमार मंगलवार को देर रात को ही भरतपुर पहुंच गए थे और आज सुबह वह बयाना इलाके के दौरे पर निकल गए, क्योंकि बयाना इलाका गुर्जर बाहुल्य इलाका है.