भरतपुर. शहर के सूर्या सिटी कॉलोनी में एक मकान में आग लगने से एक महिला और उसका बेटा गंभीर रूप से घायल हो गए. घटना की सूचना मिलते ही मौके पर प्रशासन, पुलिस जाब्ता और अग्निशमन कर्मचारी पहुंच गए. मौके पर पहुंची अग्निशमन कर्मचारियों ने घर में घुसकर आग बुझाई और झुलसे हुए महिला और उसके बेटे को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया, जहां दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई.
जानकारी के अनुसार कॉलोनी के मकान नंबर एस 2 में गुरुवार शाम अचानक से घर में से आग की लपेटें और धुआं उठने लगा. पड़ोसियों ने जैसे ही आग और धुआं देखा तो पूरी कॉलोनी में अफरा तफरी मच गई. वहीं, उसके बाद पुलिस, प्रशासन और अग्निशमन की गाड़ियां मौके पर पहुंच आग पर काबू पाया. तभी कुछ लोगों ने बताया कि घर में एक महिला और उसका बेटा भी है. उसके बाद अग्निशमन के कर्मचारियों ने घर के कमरे का दरवाजा तोड़कर उसमें बंद महिला और उसके बच्चे को बाहर निकाला और तुरंत अस्पताल भेजा. अस्पताल पहुंचने के बाद मां और बेटे की मौत हो गई.
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मामला संदिग्ध
पड़ोसियों ने बताया कि शहर के एक निजी चिकित्सालय के डॉक्टर घर के बाहर बैठे हुए थे. कुछ पड़ोसियों ने डीआईजी लक्ष्मण गौड़ को बताया की दोनों डॉक्टर दंपति कह रहे थे कि घर में आग लगा दी है, अब कोई बचा सकता है तो बचा लो. वहीं, कॉलोनी वासियों का कहना है कि डॉक्टर और मृतका के बीच अवैध रिश्ते थे. उधर, मौके पर पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह, कलेक्टर जोगाराम, डीआईजी लक्ष्मण गौड़ और पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी मौजूद रहे. वहीं, पुलिस ने डॉक्टर की पत्नी और उसकी मां को हिरासत में लिया है.
वहीं, मामले को लेकर पुलिस उपमहानिरीक्षक लक्ष्मण गौड़ ने कहा कि डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने अपने किसी जान पहचान की महिला को उस घर में रख दिया था. उन्होंने बताया कि डॉक्टर की पत्नी सीमा गुप्ता को महिला और डॉक्टर के बीच आपसी संबंध का शक था. इसी को लेकर सीमा गुप्ता अपनी सास को लेकर महिला के घर पहुंची और महिला के साथ मारपीट की. उन्होंने बताया कि डॉक्टर की पत्नी अपने साथ स्प्रिट लेकर गई थी, उसने गुस्से में आकर वहां कपड़े में स्प्रिट फेंक दिया और उसमें आग लगा दी. वहीं, पुलिस ने डॉक्टर की पत्नी और मां को गिरफ्तार कर लिया है. उधर, डॉक्टर से पुलिस की पूछताछ जारी है.