भरतपुर. राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता के फाइनल मुकाबले में हारने के बाद आत्महत्या करने वाली पहलवान रितिका फोगाट को लेकर अब चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग ने बयान दिया है. सुभाष गर्ग ने कहा कि खेलों में हार-जीत लगी रहती है और रितिका का आत्महत्या करना बहुत ही दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है. उन्होंने नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल की सीबीआई जांच की मांग के सवाल पर कहा कि इस मामले की सीबीआई जांच कराने का भारत सरकार निर्णय करे. लेकिन इस तरह के मामलों को तूल नहीं देना चाहिए.
सुभाष गर्ग ने कहा कि खिलाड़ियों को हमेशा खेल की भावना से खेलना चाहिए. जिंदगी में हार-जीत लगी रहती है. खेल में कई बार निर्णयों पर उंगलियां भी उठाई जाती हैं और आगे भी उठती रहेंगी. रैफरी के निर्णय को सभी लोग मानते हैं. पहलवान रितिका ने उपविजेता रहने के बाद बहुत ही नासमझी वाला कदम उठाया कि उन्होंने घर जाकर आत्महत्या कर ली. लेकिन इस घटना को इस तरह का तूल नहीं देना चाहिए.
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने संसद में पहलवान रितिका के आत्महत्या मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की थी. गर्ग ने कहा कि हनुमान बेनीवाल हमारे माननीय सांसद हैं. उनके वक्तव्य पर मैं कोई कमेंट नहीं करूंगा. लेकिन सीबीआई जांच या अन्य जांच को लेकर भारत सरकार निर्णय करे.
गौरतलब है कि भरतपुर में 12 से 14 मार्च तक आयोजित हुई राज्य स्तरीय कुश्ती प्रतियोगिता में झुंझुनू के जैतपुरा निवासी रितिका पहलवान ने भाग लिया था. रितिका पहलवान का 14 मार्च को भीलवाड़ा की खिलाड़ी के साथ फाइनल मुकाबला हुआ. जिसमें विवाद होने के बाद रितिका को उपविजेता घोषित कर दिया गया. इसके बाद रितिका ने अपने फूफा महावीर सिंह फोगाट के यहां पहुंचकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. रितिका पहलवान के आत्महत्या करने के पीछे का कारण फाइनल मुकाबले में मिली हार को बताया जा रहा है.