जोधपुर: अखिल भारतीय बिश्नोई महासभा द्वारा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कदम उठाते जन आंदोलन का आह्वान किया है. इसके तहत 19 जनवरी को जोधपुर का एक दिवसीय बंद का ऐलान किया है. समर्थन के लिए आमजन और सर्व समाज से सहयोग की अपील की है. गुरुवार को प्रेस वार्ता में बिश्नोई महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष देवेंद्र बुड़ीया ने बताया कि बिश्नोई समाज सोलर प्लांट लगाने के विरोध में नहीं है, लेकिन जिस गति से प्लांट लगाने के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं, वह चिंता का विषय है. इसलिए आंदोलन का निर्णय लेकर जोधपुर बंद का आह्वान किया गया है.
बुड़ीया ने बताया कि इस बंद के लिए हमें जेल से समर्थन का संदेश मिला है. वहां वो लोग उपवास करेंगे. जब उनसे पूछा गया कि क्या लॉरेंस ने भी समर्थन दिया है, तो बुड़ीया ने कहा कि वे हमारे अखिल भारतीय जीव रक्षा युवा इकाई का अध्यक्ष है. उनकी तरफ से भी हमें समर्थन तो मिला हुआ ही है.
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बुड़ीया ने बताया कि हमने सरकार से कहा है कि अगर आप किसी प्लांट को 1000 बीघा जमीन दे रहे हैं, तो अतिरिक्त जमीन दीजिए, जिससे कि पेड़ सुरक्षित रह सकें. पश्चिमी राजस्थान में सोलर प्लांट लगाने का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन लाखों पेड़ कट चुके हैं. ऐसे में प्रकृति का संरक्षण और वन्यजीवों की रक्षा के लिए और धर्म बचाने के लिए हम आंदोलन कर रहे हैं. हमें सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है. हम प्रदेश के सभी 200 विधायकों को पत्र लिख रहे हैं, हमें भाजपा के विधायकों का भी समर्थन मिलेगा.
मां के नाम पेड़ लगाओ, दादी-नानी का लगाया काटो, यह नहीं चलेगा: देवेंद्र बुड़ीया ने कहा कि सरकार की पहल अच्छी है कि एक पेड़ मां के नाम लगाया जाए. लेकिन हम हमारी नानी और दादी के हाथ के लगाए पेड़ कटता हुआ नहीं देख सकते. तीन सौ साल पहले हमारे लोगों ने प्राणों की आहुति पेड़ों के लिए दी थी. इसलिए हमें आंदोलन करना पड़ रहा है. उन्होंने बताया कि पेड़ काटने पर जुर्माने के लिए जो कानून बनाया गया है, वह पुराना हो चुका है. इसे बदलने की सख्त आवश्यकता है.