भरतपुर. कृषि कानूनों को लेकर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने गुरुवार को भरतपुर दौरे के दौरान बड़ा बयान दिया है. मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा है कि विपक्षी पार्टी किसानों को भ्रमित कर रही है. यदि कृषि कानून की वजह से किसी भी किसान की एक इंच भी जमीन चली गई तो मैं राजनीति से हमेशा के लिए संन्यास ले लूंगा और मंत्री पद से आज ही इस्तीफा दे दूंगा. उन्होंने कहा कि यह कृषि कानून देश के किसानों के लिए हितकारी है.
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केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि देश के किसान को 70 साल बाद आजादी मिली है. नए कृषि कानून के तहत देश का किसान मनचाही कीमत पर और मनचाहे स्थान पर अपना अनाज बेच सकता है. पहले किसान को यह आजादी नहीं थी. मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग के तहत किसानों की फसल का एग्रीमेंट होगा न कि उनकी जमीन का.
कृषि कानून से किसानों की एक इंच भी जमीन नहीं जाएगी
कैलाश चौधरी ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि यह किसान को भ्रमित करने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि यदि कृषि कानून की वजह से देश के किसी किसान की एक इंच भी जमीन चली जाए तो मैं हमेशा के लिए राजनीति से संयास ले लूंगा और मंत्री पद से अभी इस्तीफा दे दूंगा. मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि देश का किसान कृषि कानून को समझ चुका है. यही वजह है कि आज पंजाब के कुछ स्थानों और दिल्ली के बॉर्डर वाले स्थानों पर ही किसानों का विरोध हो रहा है. मंत्री ने कहा कि पूरे देश के अंदर इस कानून का स्वागत किया गया है.
किसान नेता राकेश टिकैत पर निशाना साधा
मंत्री कैलाश चौधरी ने किसान नेता राकेश टिकैत पर निशाना साधते हुए कहा कि जिस समय कृषि कानून बना था, उस समय राकेश टिकैत ने खुद मीडिया में बयान दिया था कि उनके पिता महेंद्र टिकैत की आत्मा को अब शांति मिली है और उनका सपना इन कृषि कानूनों के माध्यम से पूरा होगा. उन्होंने कहा कि या तो टिकैत उस समय गलत बोल रहे थे या फिर अब बोल रहे हैं.
प्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटना चाहिए
मंत्री कैलाश चौधरी ने दावा किया कि यह कृषि कानून देश के किसानों के लिए लाभदायक हैं. देश का किसान आत्मनिर्भर बनेगा. आने वाले समय में देश में एग्रीकल्चर पर एक लाख करोड़ रुपए खर्च होने जा रहा है. कैलाश चौधरी ने कहा कि राजस्थान सरकार को पेट्रोल-डीजल पर टैक्स घटाना चाहिए, ताकि पड़ोसी राज्यों के समान राजस्थान में भी पेट्रोल-डीजल कम कीमत में मिल सके.