नदबई (भरतपुर). 25 दिसंबर को महाराजा सूरजमल (Maharaja Surajmal) के बलिदान दिवस (Balidan Diwas) पर मानव श्रृंखला का भरतपुर से दिल्ली तक आयोजन किया जाएगा. इसको लेकर गांव बरौलीरान में एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा.
कार्यक्रम में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए विधायक जोगिंदर सिंह अवाना (MLA Joginder Singh Awana) ने कहा कि मैं मानव श्रृंखला के लिए अपना पूरा समर्थन देता हूं. महाराजा सूरजमल (Maharaja Surajmal) 36 कौमों को साथ लेकर जनहित के कार्य करते थे. लेकिन बड़ा अफसोस है कि वीर शिरोमणि महाराजा सूरजमल की शौर्य गाथाओं का इतिहास में कोई वर्णन नहीं है.
ईमानदारी और सच्चाई के प्रतीक थे महाराजा सूरजमल
भरतपुर के संस्थापक महाराजा सूरजमल (Founder of Bharatpur Maharaja Surajmal) को भारत के इतिहास (History of India) में जरूर सम्मिलित करना चाहिए, जिससे भरतपुर के गौरवशाली इतिहास (History of Bharatpur) के बारे में और महाराजा सूरजमल के बारे में आने वाली पीढ़ियों को जानकारी मिलेगी. विधायक अवाना ने कहा कि महाराजा सूरजमल ईमानदारी और सच्चाई के प्रतीक थे.
विधायक अवाना ने कहा कि राजस्थान विधानसभा (Rajasthan Vidhansabha) में सत्र की शुरुआत होने वाली है और मैं विधानसभा में इस बात को सदन के सामने रखूंगा कि महाराजा सूरजमल के इतिहास (History of Maharaja Surajmal) को राजस्थान सरकार के शिक्षा पाठ्यक्रम (Syllabus of Rjasthan Education) में शामिल करें.