भरतपुर. भाजपा कार्यकर्ता कृपाल जघीना हत्याकांड मामले में बुधवार को परिजनों और सैकड़ों ग्रामीणों ने एसपी को ज्ञापन सौंपा. परिजनों का आरोप है कि गिरफ्तार किए गए 8 आरोपियों से थाने में सख्ती से पूछताछ की बजाय उन्हें सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. वहीं परिजनों ने एसपी से जांच अधिकारी बदलने और परिजनों को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने की मांग भी की (Kripal Jaghina family demand Police security) है.
मृतक कृपाल के भाई सत्यवीर ने 10 बिंदुओं का एक ज्ञापन पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह को सौंपा है. ज्ञापन में सत्यवीर ने आरोप लगाया है कि गिरफ्तार किए गए 8 आरोपियों से थाने में सख्ती से पूछताछ नहीं की जा रही है. उनका आरोप है कि आरोपियों को सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. साथ ही उन्होंने लिखा है कि आरोपी कुमार जीत और उसके पुत्र कुलदीप के खिलाफ उद्योग नगर थाने में पूर्व में प्रशासन की ओर से राजपाषा की कार्रवाई की गई थी. लेकिन राजनीतिक दबाव के चलते अभी तक कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई है.
पढ़ें: कृपाल जघीना हत्याकांड : मुख्य आरोपी कुलदीप समेत 5 गिरफ्तार, गोवा जाने के लिए निकले थे
उन्होंने आरोप लगाया है कि कुंवरजीत और उसके बेटे कुलदीप ने जमीनों के अवैध धंधे आदि से संपत्ति अर्जित की है. उन्होंने इसकी अविलंब जांच करा अवैध संपत्ति को सरकारी कब्जे में लेने की मांग की है. ज्ञापन में पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह से परिजनों को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने की भी मांग की है. उनका कहना है कि अभी तक कई आरोपी पुलिस गिरफ्त से दूर है, जिनसे परिजनों को खतरा है.
पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि परिजनों का ज्ञापन ले लिया है. उनकी ओर से जांच अधिकारी बदलने की मांग की गई है, जिस पर विचार किया जाएगा. साथ ही उनकी सभी मांगों का अध्ययन कर अनुसंधान में इसके अनुरूप कार्रवाई करेंगे. गौरतलब है कि 5 सितंबर को सतवीर सिंह ने पुलिस में मामला दर्ज करवा बताया था कि 4 सितंबर को भाजपा कार्यकर्ता कृपाल जघीना सर्किट हाउस से अपने वाहन से घर जा रहा था. इसी दौरान जघीना गेट पर षड्यंत्र के तहत कुलदीप, कुंवर, विजयपाल, हरपाल, प्रभाव, शेर सिंह, मौना, सुधांशु गौड़, कौशल, योगराज और 8-10 अन्य ने गोली मारकर कृपाल की हत्या कर दी थी.