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Karwa Chauth Special: मौत को हराकर जीत लिया सुहाग, जीवनसाथी की जिंदगी बचाने के लिए किया 'बड़ा दान' - kidney transplant

करवा चौथ (Karwa Chauth) सुहाग की लम्बी उम्र के लिए रखने की परंपरा है. ये दंपती के आपसी सामंजस्य और सहयोग को भी दर्शाता है. ऐसी ही एक दास्तान है भरतपुर (Bharatpur) के उदय सैनी और नीतू सैनी की. जिनका रिश्ता प्यार, समर्पण और त्याग का उदाहरण है. यहां पत्नी नीतू ने अपने सुहाग की रक्षा के लिए 'बड़ा दान' (Donation To Save Life) किया. उनके उस 'दान' की बदौलत ही पति उदय ने मौत को मात दे दी.

Karwa Chauth Special
मौत को हराकर जीत लिया सुहाग, जीवनसाथी की जिंदगी बचाने के लिए किया 'बड़ा दान'
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Published : Oct 23, 2021, 7:50 AM IST

भरतपुर: जिले (Bharatpur) के जाने-माने मिठाई व्यवसायी हैं उदय सैनी. जो पत्नी के त्याग की कहानी अपनी जुबानी बताते हैं. दर्द से गुजरे उन सालों को भी जब कई बार हिम्मत ने जवाब दिया लेकिन नीतू के हौसले ने कभी टूटने नहीं दिया. बात करते हैं तो गुजरे दिनों में पहुंच जाते हैं. बताते हैं कि 2018 में कैसे उन्हें अपनी सेहत को लेकर डराने वाली खबर मिली. कितने जतन किए लेकिन बात नहीं बनी तो पत्नी ने करवा माता की भांति ही दान के सूत्र का सहारा लिया.

मौत को हराकर जीत लिया सुहाग, जीवनसाथी की जिंदगी बचाने के लिए किया 'बड़ा दान'

उदय बताते हैं- जुलाई 2018 में उन्हें किडनी में संक्रमण होने की जानकारी मिली. इसके बाद उन्होंने एलोपैथिक, आयुर्वेदिक कई चिकित्सकों के यहां पर नियमित उपचार लिया. बावजूद इसके हालात किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) तक जा पहुंचे. इससे पूरा परिवार तनाव में आ गया. उदय सिंह ने बताया कि उनका ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव है इसलिए उनको किसी की भी किडनी मैच कर सकती थी. लेकिन फिर भी धर्मपत्नी नीतू सैनी ने ही किडनी डोनेट करने की ठानी और अपनी किडनी डोनेट (Donated Kidney) कर के अपने पति उदय सैनी का जीवन बचाया.

ये भी पढ़े- Special: स्वच्छ्ता को लेकर एक CA का जुनून, 5 से शुरू हुआ कारवां पहुंचा 500 पार

पैरों तले जमीन खिसक गई
नीतू सैनी ने बताया कि जब उन्हें और परिजनों को चिकित्सकों ने उदय के किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) कराने की बात कही तो पैरों तले जमीन खिसक गई. दिन का सुकून और रात की नींद उड़ गई. हर वक्त पति उदय के स्वस्थ होने की दुआ मांगते रहीं. नीतू ने बताया कि उदय को किसी भी परिजन की किडनी डोनेट की जा सकती थी लेकिन मैं चाहती थी कि मेरे सुहाग को मैं ही किडनी डोनेट करूंगी. सितंबर 2020 में उदय का दिल्ली के अस्पताल में सफल किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) हो गया और वो स्वस्थ होकर घर लौट आये.

चौथ माता से मांगा जीवनभर का साथ

नीतू सैनी ने बताया कि 21 फरवरी 2000 को उन्होंने और उदय ने सात फेरे के साथ जीवनभर साथ निभाने की कसम खाई थी. जब उदय बीमार हुए तो ईश्वर से हर वक्त उनके स्वस्थ होने की दुआ मांगती थी. जब उदय स्वस्थ होकर घर लौटे और करवा चौथ का व्रत (Karwa Chauth) आया तो चौथ माता से सिर्फ एक ही वर मांगा कि जिस तरह से अब तक उदय के साथ खुशी खुशी जीवन व्यतीत किया है, उसी तरह आजीवन उनका साथ मिलता रहे.

...तो सुखी दाम्पत्य जीवन रहेगा

उदय और नीतू सैनी का कहना है कि आज का युवा यदि आध्यात्मिक ग्रंथ रामायण (Ramayan) का नियमित अध्ययन करे और अपने जीवन साथी को पूरा समय व सम्मान दें तो पूरा जीवन सुखमय व्यतीत हो सकता है. परिवार के सपोर्ट को भी अच्छे सफल जीवन की कुंजी बताया. कहा कि संयुक्त परिवारों का भी सुखी जीवन में बहुत बड़ा महत्व है.

भरतपुर: जिले (Bharatpur) के जाने-माने मिठाई व्यवसायी हैं उदय सैनी. जो पत्नी के त्याग की कहानी अपनी जुबानी बताते हैं. दर्द से गुजरे उन सालों को भी जब कई बार हिम्मत ने जवाब दिया लेकिन नीतू के हौसले ने कभी टूटने नहीं दिया. बात करते हैं तो गुजरे दिनों में पहुंच जाते हैं. बताते हैं कि 2018 में कैसे उन्हें अपनी सेहत को लेकर डराने वाली खबर मिली. कितने जतन किए लेकिन बात नहीं बनी तो पत्नी ने करवा माता की भांति ही दान के सूत्र का सहारा लिया.

मौत को हराकर जीत लिया सुहाग, जीवनसाथी की जिंदगी बचाने के लिए किया 'बड़ा दान'

उदय बताते हैं- जुलाई 2018 में उन्हें किडनी में संक्रमण होने की जानकारी मिली. इसके बाद उन्होंने एलोपैथिक, आयुर्वेदिक कई चिकित्सकों के यहां पर नियमित उपचार लिया. बावजूद इसके हालात किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) तक जा पहुंचे. इससे पूरा परिवार तनाव में आ गया. उदय सिंह ने बताया कि उनका ब्लड ग्रुप एबी पॉजिटिव है इसलिए उनको किसी की भी किडनी मैच कर सकती थी. लेकिन फिर भी धर्मपत्नी नीतू सैनी ने ही किडनी डोनेट करने की ठानी और अपनी किडनी डोनेट (Donated Kidney) कर के अपने पति उदय सैनी का जीवन बचाया.

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पैरों तले जमीन खिसक गई
नीतू सैनी ने बताया कि जब उन्हें और परिजनों को चिकित्सकों ने उदय के किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) कराने की बात कही तो पैरों तले जमीन खिसक गई. दिन का सुकून और रात की नींद उड़ गई. हर वक्त पति उदय के स्वस्थ होने की दुआ मांगते रहीं. नीतू ने बताया कि उदय को किसी भी परिजन की किडनी डोनेट की जा सकती थी लेकिन मैं चाहती थी कि मेरे सुहाग को मैं ही किडनी डोनेट करूंगी. सितंबर 2020 में उदय का दिल्ली के अस्पताल में सफल किडनी ट्रांसप्लांट (Kidney Transplant) हो गया और वो स्वस्थ होकर घर लौट आये.

चौथ माता से मांगा जीवनभर का साथ

नीतू सैनी ने बताया कि 21 फरवरी 2000 को उन्होंने और उदय ने सात फेरे के साथ जीवनभर साथ निभाने की कसम खाई थी. जब उदय बीमार हुए तो ईश्वर से हर वक्त उनके स्वस्थ होने की दुआ मांगती थी. जब उदय स्वस्थ होकर घर लौटे और करवा चौथ का व्रत (Karwa Chauth) आया तो चौथ माता से सिर्फ एक ही वर मांगा कि जिस तरह से अब तक उदय के साथ खुशी खुशी जीवन व्यतीत किया है, उसी तरह आजीवन उनका साथ मिलता रहे.

...तो सुखी दाम्पत्य जीवन रहेगा

उदय और नीतू सैनी का कहना है कि आज का युवा यदि आध्यात्मिक ग्रंथ रामायण (Ramayan) का नियमित अध्ययन करे और अपने जीवन साथी को पूरा समय व सम्मान दें तो पूरा जीवन सुखमय व्यतीत हो सकता है. परिवार के सपोर्ट को भी अच्छे सफल जीवन की कुंजी बताया. कहा कि संयुक्त परिवारों का भी सुखी जीवन में बहुत बड़ा महत्व है.

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