भरतपुर. कोरोना से आमजन में डर का माहौल है. ऐसे में किसानों की फसल पूरी तरह से पक चुकी है. लेकिन कोरोना संक्रमण के डर से किसान फसल की कटाई नहीं कर पा रहे है.
ऐसे में जिला कलेक्टर ने जिले के किसानों को कोराना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क लगाकर कटाई और थ्रेसरिंग करने के निर्देश जारी किए हैं.साथ ही कटाई के दौरान खेत में एक-दूसरे से कम से कम 5 मीटर की दूरी बनाए रखने के लिए भी अपील की है.
दरांती को दिन में तीन बार साबुन से धोएं
जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने निर्देश जारी कर कहा है कि जहां तक संभव हो फसल की कटाई मशीनचालित उपकरणों से की जाए, लेकिन जो किसान हस्तचालित कटाई उपकरण (दरांती आदि) से फसल की कटाई कर रहे हैं, वह कम से कम दिन में तीन बार साबुन के पानी से उपकरण को कीटाणु रहित करें.
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साथ ही एक व्यक्ति द्वारा काम में लिए जाने वाले उपकरणों का दूसरा व्यक्ति बिल्कुल इस्तेमाल ना करें. कटाई करने वाले सभी व्यक्ति अपने-अपने उपकरण ही काम में लें. कटाई के दौरान बीच-बीच में अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह साफ करते रहें. कटाई कार्य के दौरान पहने गए कपड़ों की अच्छी तरह से साबुन से धुलाई कर धूप में सुखाएं. उसके बाद ही उन्हें पहनें.
फसल काटते समय रखे 5 मीटर की दूरी
जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने कहा कि फसल की कटाई और थ्रेसरिंग के दौरान सभी व्यक्ति मास्क का प्रयोग करें. साथ ही एक दूसरे से करीब 5 मीटर की दूरी रखें. खाने के बर्तन और पीने के पानी की बोतल अलग-अलग रखें.
जिला कलेक्टर ने कहा है कि यदि किसी किसान को खांसी, जुकाम, बुखार, सरदर्द, बदन दर्द लक्षण नजर आएं, तो तुरंत अपने निकटतम चिकित्सा संस्थान में जाकर डॉक्टर को दिखाएं.
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गौरतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमण की आशंका को देखते हुए अब तक भरतपुर जिले के 197 व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन और 28 व्यक्तियों को इंस्टीट्यूशनल आइसोलेशन में रखा गया है. अब तक 98 सैंपल भेजे गए है. जिनमें से 75 की रिपोर्ट नेगेटिव आई है और शेष 23 की रिपोर्ट भी शीघ्र प्राप्त होगी. 7 व्यक्तियों की 14 दिन की क्वॉरेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है.