भरतपुर. लोकसभा चुनाव के तहत आगामी 6 मई को जिले में मतदान होना है. ऐसे में बुधवार को भरतपुर नगर निगम के वार्ड संख्या 1 की जघीना, कमालपुरा और रहमान कॉलोनी की महिलाएं और पुरुषों ने विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि वे पानी और सड़क की समस्या को लेकर पिछले कई दिनों से परेशान हैं.
हालांकि इस दौरान समझाइश करने और वोट मांगने गए कांग्रेस प्रत्याशी अभिजीत कुमार जाटव को भी लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. कॉलोनीवासियों के बढ़ते विरोध की वजह से उनको वापस लौटना पड़ा. कॉलोनी के लोगों का कहना है कि उनकी कॉलोनी नगर निगम में आती है. लेकिन आज तक उनको पीने का पानी, सड़क और श्मशान भूमि की व्यवस्था किसी भी सरकार ने उन्हें अबतक नहीं कराई है.
लोगों का आरोप है कि सभी पार्टियों के सभी नेता एक समान हैं. हर चुनावों में नेता यहां वोट मांगने आते हैं. साथ ही तमाम वायदे करके चले जाते हैं. लेकिन उन वायदों को पूरा नहीं किया जाता. महिलाओं ने आरोप लगाया कि शहर में चम्बल का पानी सभी जगह पहुंचाया जा चुका है. लेकिन उनकी कॉलोनी में आज तक वहां का पानी नहीं आया. उनको दूर-दूर तक पानी के लिए भटकना पड़ता है.
इसके आलावा कॉलोनी के लोग जिस रास्ते से हमेशा निकलते आए हैं. उस रास्ते को आर्मी वालो ने बंद कर दिया है. अब लोगों को निकलने के लिए कच्चे रास्ते से होकर काफी दूर से होकर जाना पड़ता है. इसके अलावा कॉलोनी में नालियों की भी व्यवस्था भी सही नहीं है. ऐसे में कॉलोनियों के लोगों ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने का फैसला लिया है.
इस मौके पर वोट मांगने गए कांग्रेस प्रत्याशी अभिजीत कुमार जाटव को भी लोगों की नाराजगी का सामना करना पड़ा. जाटव ने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यदि आज कॉलोनी के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं तो उसके लिए सिर्फ भाजपा सरकार जिम्मेदार है. यदि उनकी जीत हुई तो उन लोगों की समस्याओं को सही करवाना उनकी प्राथमिकता रहेगी.