भरतपुर. जिले में दूसरे के वाहन के रजिस्ट्रेशन नंबर से ऑनलाइन ट्रांजिट पास (टीपी)/रवन्ना कटा कर ओवरलोड वाहन की पेनाल्टी दूसरे वाहन चालक के सिर फोड़ने का खेल उजागर हुआ है. जिले के कुछ ट्रांसपोर्टर और क्रेशर मालिक आपसी मिलीभगत कर दूसरे वाहन मालिकों के रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए अपने ओवरलोड वाहनों के ऑनलाइन ट्रांजिट पास (टीपी) निकालकर ओवरलोड खनन सामग्री की सप्लाई करने का खेल कर रहे हैं. इससे जिन वाहनों का फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर ऑनलाइन टीपी में डाला जा रहा है उन वाहन मालिकों को खनिज विभाग की पेनाल्टी का सामना करना पड़ रहा है.
रविवार को बयाना क्षेत्र में एक ऐसा ही मामला उजागर हुआ. पीड़ित वाहन मालिक ने टीपी फर्जीवाड़े को लेकर थाने में मामला दर्ज कराया है. बयाना कस्बे के विजय कॉलोनी निवासी सत्यनारायण बंसल ने बताया कि उसके पास हाइवा डंपर (35 मीट्रिक टन क्षमता) है, जो भुसावर के घाटरी क्रेशर जोन में गिट्टियों का का परिवहन करता है. शनिवार को उसके मोबाइल पर उसके डंपर के नंबरों से ऑनलाइन टीपी/रवन्ना कटने का मैसेज आया, जबकि उसका डंपर पिछले 4 दिनों से घाटरी क्रेशर जोन में खड़ा हुआ है.
बंसल ने बताया कि पहाड़ी इलाके में स्थित नागल क्रेशर जोन में स्थित मैसर्स शुभलाभ स्टोन क्रेशर संचालक ने अनुचित लाभ लेने और धोखाधड़ी से उसको नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से अपनी क्रेशर के धर्म कांटे पर किसी अन्य वाहन को गिट्टियों से भरकर वजन कराया और फर्जकारी करते हुए उसके हाइवा डंपर के रजिस्ट्रेशन नंबर डालकर ऑनलाइन टीपी/रवन्ना प्राप्त कर लिया, जबकि उस वाहन में ओवरलोड 56 मीट्रिक टन माल भरा हुआ था. पीड़ित बंसल ने बताया कि उसके जो गाड़ी ऑनलाइन रवन्ना के फोटो में दिखाई गई है वह उसकी गाड़ी से अलग मॉडल की है. रवन्ना में खनन सामग्री को अलीगढ़ सप्लाई करना बताया गया है, जबकि उसका डंपर पिछले 4 दिनों से कहीं गया ही नहीं है.
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पीड़ित डंपर मालिक ने बताया कि फर्जी वाहन में भरे गए ओवरलोड खनिज की पेनल्टी खान विभाग उससे वसूलने की कार्रवाई कर सकता है. वहीं खान विभाग की ओर से इस तरह के फर्जीवाड़े को रोकने के कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं. गौरतलब है कि 4 दिन पहले भी बयाना क्षेत्र में ऐसा एक और मामला सामने आया था, जब एक ट्रेलर के रजिस्ट्रेशन नंबरों से अवैध बजरी खनन में परिवहन करते हुए दूसरे ट्रेलर को पकड़ा था. इस संबंध में खुद ट्रेलर मालिक ने फर्जीवाड़ा कर रहे ट्रेलर को पकड़कर पुलिस को सौंपा था. साथ ही चालक और परिचालक की गिरफ्तारी भी हुई थी.