भरतपुर. विगत दिनों भरतपुर जिले के वैर थाना इलाके के गांव रायपुर में वन विभाग की जमीन को लेकर प्रशासन और ग्रामीणों में जमकर झड़प हुई थी. जिसमें प्रशासन के कुछ लोगों सहित ग्रामीण भी घायल हुए थे. इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. घटना को लेकर रायपुर गांव में रविवार को सर्व समाज की महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है.
महापंचायत में ग्रामीणों की मांग है कि इस घटना को लेकर जिला कलेक्टर, एसडीएम और डीएफओ को निलंबित किया जाए. साथ ही जिन ग्रामीणों के खिलाफ प्रशासन ने मामला दर्ज किया गया है, उसे खत्म किया जाए. इसके अलावा सरकारी जमीनों पर रह रहे ग्रामीणों को पट्टे जारी किए जाएं. कुछ ग्रामीणों की मांग है कि प्रशासन ने बिना किसी नोटिस के कार्रवाई की, जिसमें पीड़ित परिवारों के मकान टूट गए हैं, ऐसे में प्रशासन प्रभावित परिवारों को मुआवजा दे. महापंचायत के माध्यम से चेतावनी दी गई है कि मांगों पर गौर नही किया गया तो वें आंदोलन करेंगे.
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सर्व समाज की महापंचायत में सांसद रंजीता कोली, गुजर नेता विजय बैंसला, गुजर नेता हिम्मत सिंह सहित कई नेता मौजूद रहे. राज्य मंत्री भजन लाल जाटव इस महापंचायत में मौजूद नहीं रहे. जिसको लेकर लोगों के खासी नाराजगी भी है.
दरअसल विगत दिनों वन विभाग की टीम रायपुर गांव में वन विभाग की जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुँची थी. वन विभाग की कार्रवाई का ग्रामीणों ने विरोध किया था. इस दौरान मौके पर पुलिस प्रशासन और जिला प्रशासन को बुलाया गया. इससे ग्रामीण उग्र हो गए. उन्होंने प्रशासन के की टीम पर पथराव कर दिया. पुलिस ने जबाबी कार्रवाई में ग्रामीणों पर आंसू गैस के गोले दागे थे, घटना में 2 पुलिसकर्मियों के घायल होने की बात भी सामने आई थी. जिसके बाद प्रशासन की तरफ से ग्रामीणों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया गया है.