भरतपुर. जिले की नगर पुलिस ने शुक्रवार देर रात से शनिवार शाम तक दो अलग-अलग कार्रवाई करते हुए तस्करी को ले जाए जा रहे 43 गोवंश को तस्करों से मुक्त कराया है. साथ ही पुलिस ने 4 गोतस्करों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 6 वाहन जब्त किए हैं.
कार्रवाई के दौरान गौ तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और अंधेरे का लाभ उठाकर जंगल में फरार हो गए. वहीं मुक्त कराए गोवंश में से 2 गोवंश मृत अवस्था में मिले. जिन्हें पुलिस ने पशु चिकित्सक से पोस्टमार्टम कराकर दफना दिया और जीवित गोवंश को गोशाला भिजवा दिया.
बजरंग दल सहित गोरक्षा दल कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार रात करीब 2 बजे पुलिस को खेडली की तरफ से दो मिनी ट्रकों में गोवंश के आने की सूचना दी. सूचना पर पुलिस ने खेडली रोड पर नाकाबंदी की. इसी दौरान खेडली की ओर से आ रहे तस्कर पुलिस की नाकाबंदी को देख गोवंश से भरी गाडियों को लेकर फतेहपुर गांव की ओर भागने लगे. जिनका पुलिस सहित बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने पीछा किया. भागते समय तस्करों ने पुलिस पर फायरिंग भी की, लेकिन पुलिस ने उन्हें फतेहपुर कलां और चकचेलुआ गांवों के मध्य घेर लिया.
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खुद को घिरा देख तस्कर फायरिंग करते हुए गाडियों को छोड़ जंगल में भागने लगे, तो पुलिस ने उनका पीछा भी किया. लेकिन जंगल में खड़ी फसल और अंधेरा होने से वे पुलिस के हाथ नहीं लग सके. पुलिस ने दोनों मिनी ट्रकों को जब्त कर लिया. दोनों गाडियों में 27 गोवंश भरा हुआ था. इनमें 21 गाय और 6 सांड थे. इनमें से एक गोवंश मृत अवस्था में मिला.
शनिवार शाम करीब 4 बजे पुलिस को खेडली रोड की तरफ से गोतस्करों के आने की सूचना मिली, तो पुलिस ने सीकरी रोड रेलवे फाटक पर नाकाबंदी की. इस दौरान पुलिस को 4 पिकअप आती दिखाई दी. पुलिस ने उन्हें रोक जांच की, तो उनमें 16 गोवंश भरा हुआ था. इनमें से एक गोवंश मृत अवस्था में था. पुलिस ने चारों वाहनों को जब्त कर 4 जनों को गिरफ्तार कर लिया. एसआई कमरूद्दीन खान ने बताया कि पकडे गए तस्कर आरिफ पुत्र इस्राईल, जहीला पुत्र असगर, मुस्तम पुत्र समयदीन व ईसाक पुत्र बाबू हैं.