भरतपुर. पर्यटन विभाग अब राजस्थान को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट के रूप में स्थापित (Rajasthan will become most film friendly state) करेगा. इसके लिए राज्य सरकार की राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति- 2022 के तहत फिल्म प्रोड्यूसर्स को तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. पर्यटन विभाग 22 जुलाई को राजस्थान फिल्म प्रोत्साहन नीति को लॉन्च करने की तैयारी में जुटा हुआ है. वहीं, पर्यटन विभाग अब प्रदेश के पर्यटन व्यवसाय को कोविड के घाटे से उबारने के साथ बढ़ावा देने के प्रयास में लगा हुआ है. इसी के तहत पर्यटन विभाग की ओर से राजस्थान डॉमेस्टिक ट्रैवल मार्ट (आरडीटीएम) से पहले बुधवार को भरतपुर में प्रमोशनल रोड शो भी आयोजित (Promotional Road Show in Bharatpur) किया गया.
प्रमोशनल रोड शो में शामिल होने आई पर्यटन विभाग की प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने बताया कि अब राजस्थान के पर्यटन व्यवसाय को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं. राजस्थान सरकार ने पर्यटन व्यवसाय से जुड़ी तमाम ऐसी स्कीम शुरू की हैं और कुछ आगामी महीने में शुरू की जाएंगी, जिनसे न केवल देश-विदेश का पर्यटक आकर्षित होगा बल्कि पर्यटन व्यवसाय को भी बढ़ावा मिलेगा.
शूटिंग की नहीं ली जाएगी फीस- कार्यक्रम के दौरान प्रमुख सचिव गायत्री ने बताया कि राजस्थान फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति -2022, अगले महीने 22 जुलाई को लॉन्च की जाएगी. प्रदेशभर में राजस्थान सरकार के अधीन स्मारक, वाइल्ड लाइफ समेत तमाम लोकेशन पर फिल्म शूटिंग की कोई फीस नहीं ली जाएगी. इससे फिल्म मेकर, ओटीटी, वेब सीरीज आदि के प्रोड्यूसर व डायरेक्टर राजस्थान की तरफ और ज्यादा आकर्षित होंगे, जिससे स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा.
ये खास रहेगा फिल्म प्रोत्साहन नीति में- प्रमुख सचिव गायत्री राठौड़ ने प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि राजस्थान में फिल्म शूटिंग को बढ़ावा देने और राजस्थान को मोस्ट फिल्म फ्रेंडली स्टेट के रूप में स्थापित करने के लिए नीति के तहत कई आकर्षक प्लान हैं. इसके तहत राजस्थान में शूटिंग के दौरान शूटिंग क्रू को आरटीडीसी/आरएसएचसी के होटलों में 50 फीसदी शुल्क पर ठहरने की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी. साथ ही सर्किट हाउस और गेस्ट हाउस में क्रू को सरकारी शुल्क पर ठहरने की सुविधा प्रदान की जाएगी.
राजस्थानी फिल्मों को बढ़ावा- गायत्री राठौड़ ने बताया कि राजस्थानी फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए 25 लाख तक का अनुदान देने की भी योजना है. प्रजेंटेशन के माध्यम से बताया कि 2 करोड़ का अनुदान या प्रोडक्शन की कुल लागत का 15 फीसदी, जो भी कम (U and U/A films) की भी प्लानिंग है. गायत्री राठौड़ ने बताया कि फिल्म मेकर्स के राजस्थान में ज्यादा से ज्यादा शूटिंग करने से राजस्थान के पर्यटन स्थलों का प्रचार प्रसार हो सकेगा. इससे देशी विदेशी पर्यटक भी राजस्थान की तरफ ज्यादा आकर्षित होंगे, जो कि पर्यटन व्यवसाय को सुदृढ़ बनाने में मददगार साबित होंगे. उन्होंने राजस्थान सरकार की होमस्टे, रूरल टूरिज्म समेत तमाम योजनाओं और उनको बढ़ावा देने संबंधी जानकारी भी दी.