भरतपुर. किसान, मजदूर, व्यापारी विरोधी विधेयक के खिलाफ शुक्रवार को कलेक्ट्रेट पर किसानों ने विरोध-प्रदर्शन किया है. किसानों ने किसान विरोधी विधेयक के खिलाफ रोष जताया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर विधेयक को निरस्त करने की मांग की है. अखिल भारतीय किसान महासभा और अखिल भारतीय किसान फेडरेशन के आह्वान पर भारत बंद के तहत किसानों ने शुक्रवार को जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर जाकर विरोध प्रदर्शन किया है.
इस अवसर पर किसान नत्थी सिंह ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाए गए विधेयक से किसानों का जीवन बर्बाद हो जाएगा. उन्होंने कहा कि कांटेक्ट फार्मिंग के तहत किसानों की जमीनों को ठेके पर देना किसानों के लिए घाटे का सौदा साबित होगी. इससे आमजन पर भी फर्क पड़ेगा. विधेयक के विरोध में किसानों ने देर तक विरोध प्रदर्शन किया है. साथ ही मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की है.
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किसानों ने कहा कि सरकार यदि किसानों का हित चाहती है तो न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी कानून बनाए. एक राष्ट्र एक बाजार के तहत बनाए गए कानून को वापस ले. गौरतलब है कि किसानों ने भारत बंद का ऐलान किया है. किसानों का हितैषी होने का दावा करने वाली केंद्र सरकार के खिलाफ कई कृषि संगठनों में आक्रोश है. किसानों में यह असंतोष कृषि सुधार विधेयक को लेकर है.