कोटा. प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आंतरिक कलह से गुजर रही है. कोटा के सांगोद विधानसभा क्षेत्र के विधायक भरत सिंह मुखर होकर लगातार अपनी ही सरकार पर सवाल उठा रहे हैं. इस बार उन्होंने अशोक गहलोत को खनन के मामले को लेकर पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने बारां जिले के सोरसन सेंचुरी को रिजर्व घोषित करने की मांग की है. उनका कहना है कि राज्य सरकार बजट घोषणा में भी इसे गोडावण प्रजनन केंद्र घोषित कर चुकी है. इसके क्रियान्वयन के लिए वे लगातार आंदोलन की चेतावनी भी दे रहे हैं.
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में भरत सिंह ने लिखा कि दुनिया क्लाइमेंट चेंज की चिंता कर रही है. हम राजस्थान में खनिज माफिया का तमाशा देख रहे हैं. नदियों को नष्ट किया जा रहा है. यह सब खुलेआम पैसे के बल पर हो रहा है. बारां की संपूर्ण व्यवस्था भ्रष्टाचार में लिप्त है. एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार देश में पर्यावरण को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाला राज्य राजस्थान है.
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उन्होंने पत्र में लिखा कि राजस्थान में 15 विधानसभा के चतुर्थ सत्र में मेरे द्वारा लगाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जवाब में वन विभाग की प्रति संलग्न करके भिजवा रहा हूं. जिसमें क्षेत्र में खनन कार्य रोकने के लिए बारां जिला कलेक्टर से निवेदन किया जा चुका था. सोरसन को गोडावन संरक्षण के लिए कंजर्वेशन रिजर्व घोषित करने के प्रस्ताव थे. इस पत्र में उन्होंने दोबारा मंत्री प्रमोद जैन भाया पर हमला बोला, साथ ही लिखा है कि सभी मुद्दों को ताक पर रखकर खनन कार्य करवाने की कमर खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने कसी हुई है.
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मंत्री प्रमोद जैन भाया का साथ दे रहे भाजपा के मित्र...
इस पत्र में उन्होंने प्रमोद जैन भाया पर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से मिलीभगत का आरोप लगाया. उन्होंने लिखा कि मंत्री अपने भाजपा के मित्रों के साथ मिलकर क्षेत्र में खनन व क्रेशर लगा ब्लास्टिंग से सुंदर ग्रास लैंड को खोदकर धन कमाना चाहते हैं. मंत्री का सहयोग वरिष्ठ अधिकारी भी कर रहे हैं. मंत्री की योजना में गहरे बोर कर ब्लास्टिंग कर पत्थर फोड़ कर क्रेशर चलाने की है.