भरतपुर. अवैध कब्जे को हटाने गई पुलिस और ग्रामीणों के बीच हुई हिंसा के बाद नागरिक सुरक्षा मंत्री भजनलाल जाटव ने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक ली. बैठक में मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. वन विभाग की जमीन पर ग्रामीणों ने अवैध कब्जा कर लिया था, जिसकी शिकायत मिलने पर पुलिस और वन-विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया था.
क्या है पूरा मामला
भरतपुर के बैर उपखण्ड में रायपुर गांव में वन विभाग की जमीन पर ग्रामीणों ने अवैध कब्जा कर रखा है. जब पुलिस कब्जे को हटाने गई तो ग्रामीणों ने पुलिस पर पथराव कर दिया. जिसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की. शनिवार को राज्य मंत्री भजनलाल जाटव ने पुलिस प्रशासन और वन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और मामले के समाधान की कोशिश की.
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बैठक में मंत्री भजनलाल जाटव, कलेक्टर नथमल डिडेल, पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार बिश्नोई, पुलिस महानिरीक्षक प्रसन्न कुमार खमेसरा, जिला वन अधिकारी मोहित गुप्ता और संभागीय आयुक्त पीसी बेरवाल शामिल रहे. विवाद के निपटारे के लिए जिस कमेटी का गठन किया गया है वो मामले की जांच करेगी कि वन विभाग की कितनी जमीन पर कब्जा कर रखा है.
भजनलाल जाटव ने कहा कि गांव वालों का कहना है कि विवादित जमीन गांव वालों की है और वन अधिकारी कह रहे है की यह जमीन वन विभाग की है. इसलिए मामले की जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है. जिला वन अधिकारी मोहित गुप्ता ने बताया कि गांव वालों ने वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है. कोरोना में ग्रामीणों ने जमीन पर कब्जा कर लिया था. जिसकी शिकायत मिलने पर पुलिस और वन विभाग के टीम कब्जा हटाने पहुंची तो कुछ असामाजिक तत्वों ने पुलिस पर पथराव कर दिया.