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स्पेशल: बड़ी मुश्किल से पढ़ाई का खर्चा पाने वाले 'चंद्रपाल' में गजब का हुनर, हूबहू चित्रकारी करने में माहिर

भरतपुर का रहने वाले इस बच्चे के अंदर ऐसी प्रतिभा छुपी हुई है, जिसे देखकर आप भी दंग रह जाएंगे. महज 12 साल का चंद्रपाल लोगों की हूबहू तस्वीरें उतारने में माहिर है. उसके इस हुनर को जिसने देखा, एक टक देखता ही रह गया. आइए रूबरू करवाते हैं आपको उसकी दास्तां से...

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चित्रकला में माहिर है 5वीं का यह छात्र
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Published : Jan 31, 2020, 3:30 PM IST

भरतपुर. एक कहावत हमारे देश में काफी प्रचलित है 'खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे, बता तेरी रजा क्या है.' भरतपुर के चंद्रपाल पर यह कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है. इस 12 साल के बच्चे का हुनर देखकर आप भी दंग रह जाएंगे. चंद्रपाल ऐसे सुंदर तस्वीरें पन्नों पर उतारता है, जो बड़े-बड़े चित्रकारों को भी आश्चर्य में डाल दे.

चित्रकला में माहिर है 5वीं का यह छात्र...

दरअसल, चंद्रपाल भरतपुर के बहज गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता है. जो भी इस बच्चे की प्रतिभा को देखता है, वह उसकी तारीफ किए बिना रह नहीं पाता. चंद्रपाल पढ़ाई में तो अव्वल है ही, इसके अलावा चंद्रपाल जो चित्रकारी करता है, उसकी बारीकियों को देख हर कोई दंग रह जाता है.

यह भी पढे़ं- 808वां अजमेर उर्स: दो साल से नहीं आ रहे पाकिस्तानी जायरीनों का इस बार भी आने की उम्मीद कम

न महंगे साधन, न रंग, पर चित्रकारी कर देगी आपको दंग...

अक्सर ऐसी चित्रकारी के लिए मंहगे साधनों और अच्छे रंगों की आवश्यकता होती है, लेकिन चंद्रपाल के पास चित्रकला का कोई साधन नहीं है. इसके अलावा चंद्रपाल के माता-पिता भी इतने सक्षम नहीं है कि वे उसकी प्रतिभा को देखते हुए उसे आगे बढ़ा सकें, लेकिन जो साधन चंद्रपाल के पास है, उन्हीं साधनों से वह जिस व्यक्ति का चित्र बनाता है, उसकी शक्ल हूबहू कागज पर उतार देता है.

चंद्रपाल कक्षा 5वीं का छात्र है. उसकी उम्र महज 12 साल है. वह बहुत गरीब परिवार से ताल्लुख रखता है. चंद्रपाल के पिता राकेश मजदूरी का काम करते है और उसकी मां एक घरेलू महिला हैं. चंद्रपाल के 2 और भी भाई है. जिसमें चंद्रपाल दूसरे नंबर पर है. चंद्रपाल के पिता बड़ी मुश्किल से तीनों भाइयों की पढ़ाई-लिखाई का खर्चा उठा पाते हैं. चंद्रपाल के पास न तो पहनने के लिए अच्छे कपड़े है और न ही खाने के लिए अच्छा खाना. बिना किसी अच्छे साधनों के चंद्रपाल ऐसी कला का धनी है. जिसे देखने आसपास के इलाकों के लोग आते है और उसकी बिना तारीफ किए रह नहीं पाते. चंद्रपाल किसी भी व्यक्ति की तस्वीर को हूबहू पेज पर उतार देता है. चंद्रपाल ने कई बड़ी बड़ी हस्तियों की तस्वीरें बनाई है.

पेंसिल और रबर को बनाया हमसफर...

जब हमने चंद्रपाल से बात कि तो उसने बताया कि उसके पास चित्रकारी करने के लिए कोई साधन नहीं है. वह एक छोटी सी पेंसिल और रबर के सहारे ही तस्वीरें बनाता है. चंद्रपाल ने मदर टेरेसा, केबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, महारानी दिव्या कुमारी जैसी हस्तियों की भी तस्वीरें बनाई है. चंद्रपाल ने बताया कि वह बचपन से चित्रकारी कर रहा है. उसका सपना है कि वह बड़ा होकर एक बड़ा चित्रकार बने और अपने मां-बाप का नाम रोशन करे.

यह भी पढे़ं- बौद्ध महोत्सव के दूसरे दिन बिहार गौरव गान और भारतनाट्यम ने जीता दर्शकों का दिल, आज पलक मुच्छल करेंगी परफॉर्म

सोशल मीडिया पर तस्वीरें हो रहीं शेयर...

चंद्रपाल के स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि उनको चंद्रपाल की इस प्रतिभा के बारे में 2 महीने पहले पता लगा कि वह चित्रकारी में माहिर है. चंद्रपाल किसी की भी तस्वीर को हूबहू कागज पर उतार सकता है. इसके बाद प्रिंसिपल ने भी उसके हुनर को पंख देने के काम किया. स्कूल के प्रबंधन की तरफ से उसकी कला को बढ़ावा देने के लिए उसकी चित्रकारी को सोशल मीडिया पर भी डाला गया, ताकि चंद्रपाल को मदद आर्थिक मदद मिल सके और वह अपने सपनों को पूरा कर सके.

कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह अब लेंगे जिम्मा...

इसके अलावा जब कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को पता लगा कि उनके विधानसभा इलाके में एक प्रतिभा है, जो किसी भी व्यक्ति की तस्वीर को कागज पर हूबहू उतार सकता है और उसकी घर की स्तिथि भी ज्यादा अच्छी नहीं है. जिसकी वजह से उसकी प्रतिभा सिर्फ एक क्षेत्र में रह गई है, तो उन्होंने फैसला लिया कि कल वह चंद्रपाल के घर जाएंगे और उसके परिवार से मिलेंगे.

यह भी पढे़ं- इंडिया टूर स्क्वैश का जयपुर से आगाज, पहले ही दिन भारत का दबदबा

आज चंद्रपाल के इस हुनर की सराहना हर जगह हो रही है. चंद्रपाल की मेहनत और लगन ने सबको उसकी चित्रकारी का मुरीद बना दिया है. ईटीवी भारत भी इस बच्चे के टैलेंट को सलाम करता है.

भरतपुर. एक कहावत हमारे देश में काफी प्रचलित है 'खुदी को कर बुलंद इतना कि हर तकदीर से पहले खुदा बंदे से खुद पूछे, बता तेरी रजा क्या है.' भरतपुर के चंद्रपाल पर यह कहावत बिल्कुल सटीक बैठती है. इस 12 साल के बच्चे का हुनर देखकर आप भी दंग रह जाएंगे. चंद्रपाल ऐसे सुंदर तस्वीरें पन्नों पर उतारता है, जो बड़े-बड़े चित्रकारों को भी आश्चर्य में डाल दे.

चित्रकला में माहिर है 5वीं का यह छात्र...

दरअसल, चंद्रपाल भरतपुर के बहज गांव के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ता है. जो भी इस बच्चे की प्रतिभा को देखता है, वह उसकी तारीफ किए बिना रह नहीं पाता. चंद्रपाल पढ़ाई में तो अव्वल है ही, इसके अलावा चंद्रपाल जो चित्रकारी करता है, उसकी बारीकियों को देख हर कोई दंग रह जाता है.

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न महंगे साधन, न रंग, पर चित्रकारी कर देगी आपको दंग...

अक्सर ऐसी चित्रकारी के लिए मंहगे साधनों और अच्छे रंगों की आवश्यकता होती है, लेकिन चंद्रपाल के पास चित्रकला का कोई साधन नहीं है. इसके अलावा चंद्रपाल के माता-पिता भी इतने सक्षम नहीं है कि वे उसकी प्रतिभा को देखते हुए उसे आगे बढ़ा सकें, लेकिन जो साधन चंद्रपाल के पास है, उन्हीं साधनों से वह जिस व्यक्ति का चित्र बनाता है, उसकी शक्ल हूबहू कागज पर उतार देता है.

चंद्रपाल कक्षा 5वीं का छात्र है. उसकी उम्र महज 12 साल है. वह बहुत गरीब परिवार से ताल्लुख रखता है. चंद्रपाल के पिता राकेश मजदूरी का काम करते है और उसकी मां एक घरेलू महिला हैं. चंद्रपाल के 2 और भी भाई है. जिसमें चंद्रपाल दूसरे नंबर पर है. चंद्रपाल के पिता बड़ी मुश्किल से तीनों भाइयों की पढ़ाई-लिखाई का खर्चा उठा पाते हैं. चंद्रपाल के पास न तो पहनने के लिए अच्छे कपड़े है और न ही खाने के लिए अच्छा खाना. बिना किसी अच्छे साधनों के चंद्रपाल ऐसी कला का धनी है. जिसे देखने आसपास के इलाकों के लोग आते है और उसकी बिना तारीफ किए रह नहीं पाते. चंद्रपाल किसी भी व्यक्ति की तस्वीर को हूबहू पेज पर उतार देता है. चंद्रपाल ने कई बड़ी बड़ी हस्तियों की तस्वीरें बनाई है.

पेंसिल और रबर को बनाया हमसफर...

जब हमने चंद्रपाल से बात कि तो उसने बताया कि उसके पास चित्रकारी करने के लिए कोई साधन नहीं है. वह एक छोटी सी पेंसिल और रबर के सहारे ही तस्वीरें बनाता है. चंद्रपाल ने मदर टेरेसा, केबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, महारानी दिव्या कुमारी जैसी हस्तियों की भी तस्वीरें बनाई है. चंद्रपाल ने बताया कि वह बचपन से चित्रकारी कर रहा है. उसका सपना है कि वह बड़ा होकर एक बड़ा चित्रकार बने और अपने मां-बाप का नाम रोशन करे.

यह भी पढे़ं- बौद्ध महोत्सव के दूसरे दिन बिहार गौरव गान और भारतनाट्यम ने जीता दर्शकों का दिल, आज पलक मुच्छल करेंगी परफॉर्म

सोशल मीडिया पर तस्वीरें हो रहीं शेयर...

चंद्रपाल के स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि उनको चंद्रपाल की इस प्रतिभा के बारे में 2 महीने पहले पता लगा कि वह चित्रकारी में माहिर है. चंद्रपाल किसी की भी तस्वीर को हूबहू कागज पर उतार सकता है. इसके बाद प्रिंसिपल ने भी उसके हुनर को पंख देने के काम किया. स्कूल के प्रबंधन की तरफ से उसकी कला को बढ़ावा देने के लिए उसकी चित्रकारी को सोशल मीडिया पर भी डाला गया, ताकि चंद्रपाल को मदद आर्थिक मदद मिल सके और वह अपने सपनों को पूरा कर सके.

कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह अब लेंगे जिम्मा...

इसके अलावा जब कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को पता लगा कि उनके विधानसभा इलाके में एक प्रतिभा है, जो किसी भी व्यक्ति की तस्वीर को कागज पर हूबहू उतार सकता है और उसकी घर की स्तिथि भी ज्यादा अच्छी नहीं है. जिसकी वजह से उसकी प्रतिभा सिर्फ एक क्षेत्र में रह गई है, तो उन्होंने फैसला लिया कि कल वह चंद्रपाल के घर जाएंगे और उसके परिवार से मिलेंगे.

यह भी पढे़ं- इंडिया टूर स्क्वैश का जयपुर से आगाज, पहले ही दिन भारत का दबदबा

आज चंद्रपाल के इस हुनर की सराहना हर जगह हो रही है. चंद्रपाल की मेहनत और लगन ने सबको उसकी चित्रकारी का मुरीद बना दिया है. ईटीवी भारत भी इस बच्चे के टैलेंट को सलाम करता है.

Intro:Special News


Body:भरतपुर-31-01-2020
एंकर- भरतपुर जिले के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बहज़ गाँव में एक ऐसी प्रतिभा है। जो भी उस बच्चे की प्रतिभा को देखता है वह उसकी तारीफ किये बिना रह नही पाता। चंद्रपाल पढ़ाई में तो अब्बल है कि उसके अलावा चंद्रपाल जो चित्रकारी करता है। उसकी बारीकियों को देख हर कोई दंग रह जाता है। चंद्रपाल के पास चित्रकला का कोई साधन नहीं है। इसके अलावा चंद्रपाल के माता पिता भी इतने सक्षम नही है कि वे उसकी प्रतिभा को देखते हुए उसे आगे बढ़ा सकें। लेकिन जो साधन चंद्रपाल के पास है उन्ही साधनों से वह जिस व्यक्ति का चित्र बनाता है उसकी शक्ल हूबहू कागज पर उतार देता है।
 चंद्रपाल कक्षा 05वी का छात्र है। और वह बहुत गरीब परिवार से आता है। चंद्रपाल के पिता राकेश मजदूरी का काम करते है और उसकी माँ एक घरेलू महिला है चंद्रपाल के 02 और भाई है जिसमे चंद्रपाल दूसरे नंबर का है। चंद्रपाल के पिता बड़ी मुश्किल से तीनों भाइयों की पढ़ाई लिखाई का खर्चा उठा पाते है। चंद्रपाल के पास न तो पहनने के लिए अच्छे कपड़े है और न ही खाने के लिए अच्छा खाना। बिना किसी अच्छे साधनों के चंद्रपाल ऐसी कला का धनी है जिसे देखने आसपास के इलाको के लोग आते है। और उसकी बिना तारीफ किये रह नहीं पाते। चंद्रपाल किसी भी व्यक्ति की तस्वीर को हूबहू पेज पर उतार देता है। चंद्रपाल ने कई बड़ी बड़ी हस्तियों की तस्वीरें बनाई है। उन तस्वीरों को जो देखता है उनकी तारीफ किये बिना कोई रह नहीं पाता।
जब हमने चंद्रपाल से बात की तो उसने बताया कि उसके पास चित्रकारी करने के लिये कोई साधन नही है। वह एक छोटी सी पेंसिल और रबर के सहारे से ही तस्वीरे बनाता है चंद्रपाल ने मतर टेरेसा, केबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह,  महारानी दिव्या कुमारी जैसी हस्तियों की तस्वीरें बनाई है। चंद्रपाल ने बताया कि वह बचपन से चित्रकारी कर रहा है। और वह बड़ा होकर एक बड़ा चित्रकार बनना चाहता है।
वही चंद्रपाल के स्कूल के प्रिंसिपल ने बताया कि उनको चंद्रपाल की प्रतिभा के बारे में 02 महीने पहले पता लगा। कि वह चित्रकारी में माहिर है। और वह किसी की भी तस्वीर को हूबहू कागज पर उतार सकता है। पूरे स्कूल के प्रबंधन की तरफ से उसकी कला को बढ़ावा दिया गया साथ ही उसकी चित्रकारी को शोशल मीडिया पर भी डाला गया। जिससे चंद्रपाल को मदद आर्थिक मदद मिल सके और वह अपने सपनों को पूरा कर सके। 
इसके अलावा जब केबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को पता लगा कि उनके विधानसभा इलाके में एक प्रतिभा है। जो किसी भी व्यक्ति की तस्वीर को कागज पर हूबहू उतार सकता है और उसकी घर की स्तिथि भी ज्यादा अच्छी नही है जिसकी वजह से उसकी प्रतिभा सिर्फ एक क्षेत्र में रह गई है। तो उन्होंने फैसला लिया कि कल वह चंद्रपाल के घर जाएंगे और उसके परिवार से मिलेंगे।


Conclusion:बाइट- चंद्रपाल, चित्रकार, पांचवी कक्षा का विद्यार्थी 
बाइट- रणवीर सिंह, प्रधानाचार्य
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