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गुलाम नबी पर बीसूका उपाध्यक्ष का तंज, क्या उन्हें 50 साल बाद चापलूसी का आभास हुआ

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Published : Aug 28, 2022, 4:26 PM IST

Updated : Aug 28, 2022, 8:20 PM IST

भरतपुर और धौलपुर दौरे पर आए बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने रविवार को केंद्र की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में धर्म के नाम पर बांटने और नफरत फैलाने का काम भाजपा कर रही है. गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस पार्टी में चापलूस होने की बात पर उन्होंने कहा कि खुद गुलाम नबी कांग्रेस पार्टी में 50 साल से थे. उन्हें चापलूसी का आभास अब हुआ क्या.

Gulam Nabi and Dr Chandrabhan
गुलाम नबी आजाद और डॉ. चंद्रभान

भरतपुर. गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा नहीं देना चाहिए था. वे पार्टी में 50 साल से थे और कांग्रेस में हमेशा किसी न किसी पद पर रहे थे, लेकिन अब चापलूसी का आभास (Flattery in Congress) होना समझ से परे है. ये कहना है बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान का. वहीं, भरतपुर में मीडिया से बात करते हुए पार्टी में गुटबाजी के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक पार्टी में गुटबाजी होती है. कांग्रेस से ज्यादा भाजपा में गुटबाजी है, लेकिन कोई व्यक्ति स्वार्थ और पद प्राप्ति के लिए गुटबाजी करे तो यह ठीक नहीं है. यह पार्टी के लिए नुकसानदायक होता है.

गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने के सवाल के जवाब में डॉ. चंद्रभान ने कहा कि पार्टी छोड़ने वाले लोगों की अपनी महत्वाकांक्षाऐं होती हैं, इच्छाएं और स्वार्थ होते हैं. उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद एक ऐसे नेता थे जो हमेशा पार्टी में किसी न किसी पद पर रहे थे. ऐसे बहुत कम नेता होते हैं, जिनको हमेशा अवसर मिलता है और गुलाम नबी आजाद ऐसे ही नेता थे जिनको हमेशा अवसर मिला. कांग्रेस पार्टी इन दिनों कई चुनौतियों का सामना कर रही है और ऐसे दौर में गुलाम नबी आजाद को (Ghulam Nabi Azad Resignation) मजबूती से पार्टी के साथ खड़ा होना चाहिए था.

क्या कहा डॉ. चंद्रभान ने

वो वरिष्ठ नेता थे, उन्हें पार्टी नहीं छोड़नी चाहिए थी. डॉ. चंद्रभान ने कहा कि एक तरफ तो गुलाम नबी आजाद कह रहे थे कि भारत जोड़ो यात्रा की बजाय कांग्रेस जोड़ो यात्रा चलनी चाहिए और खुद पार्टी छोड़कर चले गए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बड़ी पार्टी है. 10 लोग छोड़ कर जाते हैं तो हो सकता है 10 अच्छे लोग कांग्रेस पार्टी में आ जाएं. गुलाम नबी आजाद द्वारा पत्र में चापलूसी की बात कहने पर डॉ. चंद्रभान ने कहा कि खुद गुलाम नबी आजाद पार्टी में 50 साल से थे. उन्हें चापलूसी का आभास अब हुआ क्या. डॉ चंद्रभान ने कहा कि चापलूसी कहां नहीं है. हमारे समाज, देश में हर जगह चापलूसी है. चापलूस तो भाजपा में भी हैं और हर जगह हैं.

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सवाल के जवाब में डॉ .चंद्रभान ने कहा कि सीडब्ल्यूसी हमारी पार्टी की नीतिगत निर्णय लेने की सर्वोच्च संस्था है. वो जो भी निर्णय करेगी उसका सभी सम्मान करेंगे. जहां तक अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का सवाल है, इसका फैसला भी सीडब्ल्यूसी और खुद अशोक गहलोत करेंगे. उन्होंने कहा कि आज भी देश का एक बड़ा हिस्सा ऐसा है जहां पर भाजपा का (Dr Chandrabhan Targets BJP) एक सदस्य तक नहीं है. लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसी है, जिसके पूरे देश में सदस्य हैं. कांग्रेस के अब ब्लॉक स्तर पर भी सदस्य बनेंगे. कांग्रेस का नेटवर्क हर जगह है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो देश के महत्वपूर्ण मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी को मजबूती से उठा रही है. देश में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना, देश को एकजुट रखना, राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र की मजबूती के मुद्दों को कांग्रेस ही मजबूती से उठा रही है.

पढ़ें : सीएम गहलोत बोले, गुलाम नबी आजाद को संजय गांधी के समय चापलूस कहा जाता था

डॉ. चंद्रभान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की संस्थाओं को एक-एक कर कमजोर कर रही है. भाजपा तो देश के 70-75 वर्ष पुराने उपक्रम, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट तक को बेचने जा रही है. एकमात्र कांग्रेस ही है जो भाजपा के इन निर्णय का विरोध कर रही है और कोई पार्टी इनका विरोध नहीं कर रही. डॉ. चंद्रभान ने कहा कि देश के लिए कांग्रेस को और अधिक संगठित और मजबूत करने की जरूरत है. जब संगठन के चुनाव होंगे और नई टीम नई ऊर्जा के साथ आएगी तो यह कार्य भी होगा.

राजस्थान के करौली, जोधपुर दंगों को लेकर डॉक्टर चंद्रभान ने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि देश में सांप्रदायिकता को भड़काने का काम केंद्र की भाजपा सरकार करवा रही है. आग लगाने का काम तो भाजपा करती है, हम तो बुझाने का काम करते हैं. देश में इतनी बड़ी घटनाएं हो जाती हैं और देश का प्रधानमंत्री शांति, सद्भाव बनाए रखने की अपील तक नहीं करता. जालोर में शिक्षक द्वारा एक दलित बच्चे की मौत के सवाल पर डॉ. चंद्रभान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में भी एक ऐसी घटना हुई. जहां दलित बच्चे की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. उसकी कोई चर्चा ही नहीं है और हमारे यहां पर देश भर से राजनीति कर रहे हैं. इतना ही नहीं, दलित बच्चे की हत्या के मामले में एक भाजपा नेता वहां नहीं पहुंचा, क्योंकि जिस टीचर ने बच्चे की पीट-पीटकर हत्या कि वो भाजपा विचारधारा का व्यक्ति था.

पढ़ें : Dr Chandrabhan in Bikaner: बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान का केंद्र सरकार पर तंज, कहा- 8 सालों में कोई भाजपाई दोषी नहीं मिला

डॉ. चंद्रभान ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को ईआरसीपी को जल्द ही राष्ट्रीय परियोजना घोषित करना चाहिए. चंबल जैसी नदियों का पानी व्यर्थ बह रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पश्चिमी राजस्थान के लिए इंदिरा गांधी नहर परियोजना एक लाइफ लाइन बनी है, उसी तरह से 13 जिलों के लिए ईआरसीपी लाइफ लाइन साबित होगी. पानी का सदुपयोग होना चाहिए. इन 13 जिलों में मीठे पानी और सिंचाई के पानी की बड़ी दिक्कत है. डॉ. चंद्रभान ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले अजमेर में खुद नरेंद्र मोदी जी ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना में शामिल करने का वादा किया था, लेकिन जब राजस्थान में भाजपा की सरकार नहीं बनी तो वो इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं कर रहे. यह गलत बात है.

धौलपुर में बोले डॉ. चंद्रभान- गुलाम नबी आजाद की सत्ता के मुताबिक बदली दृष्टि : बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने धौलपुर में भी मीडिया से बातचीत के दौरान 'आजाद' पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कई लोग छोड़ कर चले गए. गुलाम नबी आजाद साहब ने भी कांग्रेस को छोड़ दिया है. यह खबर भी अब दो-चार दिन में पुरानी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि पार्टी में जब सत्ता होती है तो नेताओं की दृष्टि में बदलाव आता है. वर्तमान समय में कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौतियां हैं. कांग्रेस राष्ट्रीय एवं देश की बड़ी पार्टी है. ऐसे में कोई पार्टी को छोड़ रहा है तो कोई आएगा.

भरतपुर. गुलाम नबी आजाद को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा नहीं देना चाहिए था. वे पार्टी में 50 साल से थे और कांग्रेस में हमेशा किसी न किसी पद पर रहे थे, लेकिन अब चापलूसी का आभास (Flattery in Congress) होना समझ से परे है. ये कहना है बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान का. वहीं, भरतपुर में मीडिया से बात करते हुए पार्टी में गुटबाजी के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हर राजनीतिक पार्टी में गुटबाजी होती है. कांग्रेस से ज्यादा भाजपा में गुटबाजी है, लेकिन कोई व्यक्ति स्वार्थ और पद प्राप्ति के लिए गुटबाजी करे तो यह ठीक नहीं है. यह पार्टी के लिए नुकसानदायक होता है.

गुलाम नबी आजाद के पार्टी छोड़ने के सवाल के जवाब में डॉ. चंद्रभान ने कहा कि पार्टी छोड़ने वाले लोगों की अपनी महत्वाकांक्षाऐं होती हैं, इच्छाएं और स्वार्थ होते हैं. उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद एक ऐसे नेता थे जो हमेशा पार्टी में किसी न किसी पद पर रहे थे. ऐसे बहुत कम नेता होते हैं, जिनको हमेशा अवसर मिलता है और गुलाम नबी आजाद ऐसे ही नेता थे जिनको हमेशा अवसर मिला. कांग्रेस पार्टी इन दिनों कई चुनौतियों का सामना कर रही है और ऐसे दौर में गुलाम नबी आजाद को (Ghulam Nabi Azad Resignation) मजबूती से पार्टी के साथ खड़ा होना चाहिए था.

क्या कहा डॉ. चंद्रभान ने

वो वरिष्ठ नेता थे, उन्हें पार्टी नहीं छोड़नी चाहिए थी. डॉ. चंद्रभान ने कहा कि एक तरफ तो गुलाम नबी आजाद कह रहे थे कि भारत जोड़ो यात्रा की बजाय कांग्रेस जोड़ो यात्रा चलनी चाहिए और खुद पार्टी छोड़कर चले गए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी बड़ी पार्टी है. 10 लोग छोड़ कर जाते हैं तो हो सकता है 10 अच्छे लोग कांग्रेस पार्टी में आ जाएं. गुलाम नबी आजाद द्वारा पत्र में चापलूसी की बात कहने पर डॉ. चंद्रभान ने कहा कि खुद गुलाम नबी आजाद पार्टी में 50 साल से थे. उन्हें चापलूसी का आभास अब हुआ क्या. डॉ चंद्रभान ने कहा कि चापलूसी कहां नहीं है. हमारे समाज, देश में हर जगह चापलूसी है. चापलूस तो भाजपा में भी हैं और हर जगह हैं.

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के सवाल के जवाब में डॉ .चंद्रभान ने कहा कि सीडब्ल्यूसी हमारी पार्टी की नीतिगत निर्णय लेने की सर्वोच्च संस्था है. वो जो भी निर्णय करेगी उसका सभी सम्मान करेंगे. जहां तक अशोक गहलोत को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का सवाल है, इसका फैसला भी सीडब्ल्यूसी और खुद अशोक गहलोत करेंगे. उन्होंने कहा कि आज भी देश का एक बड़ा हिस्सा ऐसा है जहां पर भाजपा का (Dr Chandrabhan Targets BJP) एक सदस्य तक नहीं है. लेकिन कांग्रेस पार्टी ऐसी है, जिसके पूरे देश में सदस्य हैं. कांग्रेस के अब ब्लॉक स्तर पर भी सदस्य बनेंगे. कांग्रेस का नेटवर्क हर जगह है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो देश के महत्वपूर्ण मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी को मजबूती से उठा रही है. देश में सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखना, देश को एकजुट रखना, राष्ट्रीय एकता और लोकतंत्र की मजबूती के मुद्दों को कांग्रेस ही मजबूती से उठा रही है.

पढ़ें : सीएम गहलोत बोले, गुलाम नबी आजाद को संजय गांधी के समय चापलूस कहा जाता था

डॉ. चंद्रभान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की संस्थाओं को एक-एक कर कमजोर कर रही है. भाजपा तो देश के 70-75 वर्ष पुराने उपक्रम, रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट तक को बेचने जा रही है. एकमात्र कांग्रेस ही है जो भाजपा के इन निर्णय का विरोध कर रही है और कोई पार्टी इनका विरोध नहीं कर रही. डॉ. चंद्रभान ने कहा कि देश के लिए कांग्रेस को और अधिक संगठित और मजबूत करने की जरूरत है. जब संगठन के चुनाव होंगे और नई टीम नई ऊर्जा के साथ आएगी तो यह कार्य भी होगा.

राजस्थान के करौली, जोधपुर दंगों को लेकर डॉक्टर चंद्रभान ने कहा कि सभी लोग जानते हैं कि देश में सांप्रदायिकता को भड़काने का काम केंद्र की भाजपा सरकार करवा रही है. आग लगाने का काम तो भाजपा करती है, हम तो बुझाने का काम करते हैं. देश में इतनी बड़ी घटनाएं हो जाती हैं और देश का प्रधानमंत्री शांति, सद्भाव बनाए रखने की अपील तक नहीं करता. जालोर में शिक्षक द्वारा एक दलित बच्चे की मौत के सवाल पर डॉ. चंद्रभान ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा राज में भी एक ऐसी घटना हुई. जहां दलित बच्चे की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई. उसकी कोई चर्चा ही नहीं है और हमारे यहां पर देश भर से राजनीति कर रहे हैं. इतना ही नहीं, दलित बच्चे की हत्या के मामले में एक भाजपा नेता वहां नहीं पहुंचा, क्योंकि जिस टीचर ने बच्चे की पीट-पीटकर हत्या कि वो भाजपा विचारधारा का व्यक्ति था.

पढ़ें : Dr Chandrabhan in Bikaner: बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान का केंद्र सरकार पर तंज, कहा- 8 सालों में कोई भाजपाई दोषी नहीं मिला

डॉ. चंद्रभान ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री को ईआरसीपी को जल्द ही राष्ट्रीय परियोजना घोषित करना चाहिए. चंबल जैसी नदियों का पानी व्यर्थ बह रहा है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से पश्चिमी राजस्थान के लिए इंदिरा गांधी नहर परियोजना एक लाइफ लाइन बनी है, उसी तरह से 13 जिलों के लिए ईआरसीपी लाइफ लाइन साबित होगी. पानी का सदुपयोग होना चाहिए. इन 13 जिलों में मीठे पानी और सिंचाई के पानी की बड़ी दिक्कत है. डॉ. चंद्रभान ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले अजमेर में खुद नरेंद्र मोदी जी ने ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना में शामिल करने का वादा किया था, लेकिन जब राजस्थान में भाजपा की सरकार नहीं बनी तो वो इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित नहीं कर रहे. यह गलत बात है.

धौलपुर में बोले डॉ. चंद्रभान- गुलाम नबी आजाद की सत्ता के मुताबिक बदली दृष्टि : बीसूका उपाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान ने धौलपुर में भी मीडिया से बातचीत के दौरान 'आजाद' पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को कई लोग छोड़ कर चले गए. गुलाम नबी आजाद साहब ने भी कांग्रेस को छोड़ दिया है. यह खबर भी अब दो-चार दिन में पुरानी हो जाएगी. उन्होंने कहा कि पार्टी में जब सत्ता होती है तो नेताओं की दृष्टि में बदलाव आता है. वर्तमान समय में कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौतियां हैं. कांग्रेस राष्ट्रीय एवं देश की बड़ी पार्टी है. ऐसे में कोई पार्टी को छोड़ रहा है तो कोई आएगा.

Last Updated : Aug 28, 2022, 8:20 PM IST
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