भरतपुर. उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में ट्रॉला पलटने से करीब 25 मजदूरों की मौत के बाद भरतपुर जिला प्रशासन मजदूरों पर नजर बनाए हुए है. किसी प्राइवेट वाहन में लापरवाही से जाने वाले मजदूरों को प्रशासन द्बारा शेल्टर होम्स में ठहराया जा रहा है और सभी मजदूरों को उत्तरप्रदेश के हाथरस में पहुंचाया जा रहा है.
बता दें कि हाथरस में उत्तरप्रदेश सरकार की तरफ से एक ट्रांजिट कैंप बनाया गया है, जहां से 32 जिलों के मजदूरों को उनके घर भेजा जाएगा. शनिवार सेवर तिराहे से सैकड़ों की संख्या में मजदूरों को शेल्टर होम्स में शिफ्ट किया गया और वहां पर सभी मजदूरों की खाने-पीने की व्यवस्था की गई. जिसके बाद सभी को हाथरस के लिए रवाना कर दिया गया.
एसडीएम संजय गोयल ने बताया, कि प्रदेश के विभिन्न जिलों से जो मजदूर ट्रॉले या किसी वाहन पर लापरवाही से बैठकर आ रहे थे, उन्हें नाकाबंदी कर रोका जा रहा है और सभी सवारियों को बरसों स्कूल के शेल्टर होम्स में पहुंचाया जा रहा है. जिसके बाद सभी का वहां रजिस्ट्रेशन कर मेडिकल चेकअप किया जा रहा है और फिर मजदूरों को उत्तर प्रदेश के हाथरस के लिए रवाना किया जा रहा है. हाथरस से उत्तर प्रदेश की सरकार सभी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने का काम कर रही है.
इसके अलावा बिहार और झारखंड के मजदूरों को अभी शेल्टर होम्स में ठहराया जा रहा है और उनकी संख्या को देखते हुए सभी मजदूरों को ट्रेन के द्बारा उनके घर तक पहुंचाया जाएगा. बताया जा रहा कि 500 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी पर ट्रेन की व्यवस्था की गई है.