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भरतपुर: धांधली के आरोप के बाद निगम आयुक्त ने जांच के लिए एसीबी के पास भेजी पत्रावलियां

भरतपुर नगर निगम के महापौर ने निगम आयुक्त पर तमाम कार्यों में धांधली करने के आरोप लगाए थे, जिसके बाद मंगलवार को आयुक्त ने संबंधित कार्यों की सभी पत्रावलियां खुद ही जांच के लिए एसीबी कार्यालय भेज दी. आयुक्त नीलिमा ने कहा कि एसीबी इन सभी मामलों में जांच करने के लिए स्वतंत्र है, वो चाहती हैं कि जांच में असलियत सामने आए.

Bharatpur Municipal Corporation, Corporation Commissioner accused of rigging
धांधली के आरोप लगने के बाद निगम आयुक्त ने जांच के लिए एसीबी के पास भेजी पत्रावलियां
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Published : Oct 27, 2020, 8:13 PM IST

भरतपुर. नगर निगम भरतपुर में महापौर और आयुक्त के बीच लंबे समय से चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के विवाद ने मंगलवार को एक नया मोड़ ले लिया. महापौर अभिजीत कुमार द्वारा नगर निगम आयुक्त नीलिमा तक्षक पर तमाम कार्यों में धांधली के आरोप लगाए जाने के बाद मंगलवार को आयुक्त ने संबंधित कार्यों की सभी पत्रावलियां और कागजात जांच के लिए खुद ही एसीबी के ऑफिस भेज दिए. साथ ही आयुक्त नीलिमा ने कहा कि एसीबी इन सभी मामलों में जांच करने के लिए स्वतंत्र है और वो चाहती हैं कि एसीबी इनकी जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी करे.

धांधली के आरोप लगने के बाद निगम आयुक्त ने जांच के लिए एसीबी के पास भेजी पत्रावलियां

आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया कि महापौर अभिजीत कुमार द्वारा लंबे समय से नगर निगम के कई कार्यों में धांधली व गड़बड़ी के आरोप लगाए जा रहे थे. इन सभी आरोपों और कार्यों की एक सूची तैयार कर उससे संबंधित कागजात पर पत्रावलियों को इकट्ठा किया गया. इन सभी कागजातों को मंगलवार को एसीबी के भरतपुर कार्यालय में भिजवा दिया है. इनमें विभिन्न विकास कार्यों समेत कुल 14 कार्यों के कागजात भिजवाए गए. साथ ही एसीबी कार्यालय भेजी गई सभी पत्रावलियों की कॉपियां संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, मंत्री एवं उच्च अधिकारियों को भी भेजी गई हैं.

पढ़ें- राजस्थान में ACB की कार्रवाई जारी, अब उदयपुर में थानाधिकारी को रिश्वत लेते दबोचा

वहीं जब नगर निगम के सचिव और अन्य कर्मचारी कागजातों और पत्रावलियों को लेकर एसीबी के कार्यालय पहुंचे, तो यहां के एडिशनल एसपी ने इन सभी पत्रावलियों को लेने से इनकार कर दिया. सचिव रविन्द्र ने बताया कि एसीबी के एडिशनल एसपी महेश मीणा का कहना था कि जब तक उनके पास कोई परिवाद दायर नहीं होता या उच्च अधिकारियों की ओर से आदेश प्राप्त नहीं होते, तब तक इस तरह से वह सीधे तौर पर कोई पत्रावली या कागजात स्वीकार नहीं करते.

महापौर ने इन कार्यों में गड़बड़ी के लगाए आरोप

  • कंप्यूटर ऑपरेटर उपलब्ध कराए जाने की प्रक्रिया में
  • निगम के शहरी क्षेत्र में बंदरों को पकड़वाने के लिए दिए गए ठेके में
  • आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला पहुंचाने के ठेके में
  • नंदी गौशाला पर चारा भूसा दाना सप्लाई करने के ठेके में
  • कई आवासीय भवनों के निर्माण स्वीकृति की पत्रावली आदि में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे.

गौरतलब है कि नगर निगम महापौर अभिजीत कुमार ने विगत दिनों आयुक्त नीलमा तक्षक पर शहर में कई कार्यों के ठेकों और पत्रावलियां जारी करने में गड़बड़ी और धांधली के आरोप लगाए थे. साथ ही महापौर ने इन सभी गड़बड़ियों की जांच एसीबी से कराने की बात भी कही थी, जिसके बाद अब नगर निगम आयुक्त नीलमा तक्षक ने सभी संबंधित कार्य के कागजात व पत्रावली एसीबी कार्यालय भेजी थी.

भरतपुर. नगर निगम भरतपुर में महापौर और आयुक्त के बीच लंबे समय से चल रहे आरोप-प्रत्यारोप के विवाद ने मंगलवार को एक नया मोड़ ले लिया. महापौर अभिजीत कुमार द्वारा नगर निगम आयुक्त नीलिमा तक्षक पर तमाम कार्यों में धांधली के आरोप लगाए जाने के बाद मंगलवार को आयुक्त ने संबंधित कार्यों की सभी पत्रावलियां और कागजात जांच के लिए खुद ही एसीबी के ऑफिस भेज दिए. साथ ही आयुक्त नीलिमा ने कहा कि एसीबी इन सभी मामलों में जांच करने के लिए स्वतंत्र है और वो चाहती हैं कि एसीबी इनकी जांच कर दूध का दूध और पानी का पानी करे.

धांधली के आरोप लगने के बाद निगम आयुक्त ने जांच के लिए एसीबी के पास भेजी पत्रावलियां

आयुक्त नीलिमा तक्षक ने बताया कि महापौर अभिजीत कुमार द्वारा लंबे समय से नगर निगम के कई कार्यों में धांधली व गड़बड़ी के आरोप लगाए जा रहे थे. इन सभी आरोपों और कार्यों की एक सूची तैयार कर उससे संबंधित कागजात पर पत्रावलियों को इकट्ठा किया गया. इन सभी कागजातों को मंगलवार को एसीबी के भरतपुर कार्यालय में भिजवा दिया है. इनमें विभिन्न विकास कार्यों समेत कुल 14 कार्यों के कागजात भिजवाए गए. साथ ही एसीबी कार्यालय भेजी गई सभी पत्रावलियों की कॉपियां संभागीय आयुक्त, जिला कलेक्टर, मंत्री एवं उच्च अधिकारियों को भी भेजी गई हैं.

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वहीं जब नगर निगम के सचिव और अन्य कर्मचारी कागजातों और पत्रावलियों को लेकर एसीबी के कार्यालय पहुंचे, तो यहां के एडिशनल एसपी ने इन सभी पत्रावलियों को लेने से इनकार कर दिया. सचिव रविन्द्र ने बताया कि एसीबी के एडिशनल एसपी महेश मीणा का कहना था कि जब तक उनके पास कोई परिवाद दायर नहीं होता या उच्च अधिकारियों की ओर से आदेश प्राप्त नहीं होते, तब तक इस तरह से वह सीधे तौर पर कोई पत्रावली या कागजात स्वीकार नहीं करते.

महापौर ने इन कार्यों में गड़बड़ी के लगाए आरोप

  • कंप्यूटर ऑपरेटर उपलब्ध कराए जाने की प्रक्रिया में
  • निगम के शहरी क्षेत्र में बंदरों को पकड़वाने के लिए दिए गए ठेके में
  • आवारा पशुओं को पकड़कर गौशाला पहुंचाने के ठेके में
  • नंदी गौशाला पर चारा भूसा दाना सप्लाई करने के ठेके में
  • कई आवासीय भवनों के निर्माण स्वीकृति की पत्रावली आदि में गड़बड़ी के आरोप लगाए थे.

गौरतलब है कि नगर निगम महापौर अभिजीत कुमार ने विगत दिनों आयुक्त नीलमा तक्षक पर शहर में कई कार्यों के ठेकों और पत्रावलियां जारी करने में गड़बड़ी और धांधली के आरोप लगाए थे. साथ ही महापौर ने इन सभी गड़बड़ियों की जांच एसीबी से कराने की बात भी कही थी, जिसके बाद अब नगर निगम आयुक्त नीलमा तक्षक ने सभी संबंधित कार्य के कागजात व पत्रावली एसीबी कार्यालय भेजी थी.

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