भरतपुर. जिले में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. ऐसे में सरकारी अस्पतालों के साथ ही संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए निजी अस्पतालों की जरूरत भी पड़ सकती है. इसको लेकर चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने जिले के प्रमुख निजी अस्पतालों का सर्वे भी कर लिया है.
वहीं, निजी अस्पताल संचालक भी इस महामारी में सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार है. ईटीवी भारत ने जिले के कुछ निजी अस्पताल संचालकों से इस बारे में बात की तो उन्होंने एकजुट होकर इस महामारी में सरकार का साथ देने का आश्वासन दिया.
38 निजी अस्पतालों में 100 से अधिक ICU बेडः
जिले में करीब 38 निजी अस्पताल संचालित हैं. जरूरत पड़ने पर इन अस्पतालों में कोरोना संक्रमण के उपचार की व्यवस्था की जा सकती है. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने भी इन अस्पतालों का सर्वे कर इनके पास उपलब्ध संसाधनों की सूची तैयार कर ली है.
भरतपुर शहर के एमजे हॉस्पिटल संचालक डॉ. जगवीर सिंह ने बताया कि जिले के निजी अस्पतालों में करीब 20 के आसपास वेंटीलेटर की सुविधा उपलब्ध है. साथ ही 100 से अधिक आईसीयू बेड भी उपलब्ध है.
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उपलब्ध कराने होंगे विशेषज्ञः
एमजे हॉस्पिटल संचालक डॉ, जगवीर सिंह ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए जिले के निजी अस्पतालों ने एक्सरसाइज कर ली है. निजी अस्पतालों में उपलब्ध वेंटिलेटर, आईसीयू बेड और मूलभूत सुविधाएं उपचार के लिए उपलब्ध हैं. सभी निजी अस्पताल इस महामारी में सरकार के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं.
लेकिन निजी अस्पतालों में सबसे बड़ी समस्या फिजीशियन, एनेस्थेटिक और अन्य स्टाफ की रहेगी. क्योंकि छोटा शहर होने की वजह से विशेषज्ञ चिकित्सक उपलब्ध हो पाना मुश्किल है. ऐसे में यदि सरकार फिजीशियन और अन्य विशेषज्ञ स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित कर सकती है तो हमारे अस्पताल कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
सरकार की सहायता के लिए पूरी तरह तैयारः
भरतपुर नर्सिंग होम की संचालिका डॉ. संगीता अग्रवाल ने बताया कि हमारे पास उपचार से संबंधित जो भी सुविधा उपलब्ध है उसकी जानकारी चिकित्सा विभाग को दे दी गई है. हम कोरोना संक्रमण के उपचार के लिए पूरी तरह से सरकार के साथ हैं.
डॉ. संगीता अग्रवाल ने बताया कि वह खुद भी संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए तैयार हैं, लेकिन फिजीशियन उपलब्ध नहीं है. ऐसे में सरकार को फिजीशियन उपलब्ध कराना होगा.
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गौरतलब है कि जिले में बुधवार सुबह मिले 8 कोरोना संक्रमित मरीजों समेत कुल 2215 पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं. जिले में फिलहाल 324 एक्टिव केस हैं कोविड केयर सेंटर पर 57 मरीज भर्ती हैं. जबकि आरबीएम जिला अस्पताल में 34 मरीजों का उपचार चल रहा है. अब तक जिले के 51 कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो चुकी है.