भरतपुर. प्रदेश भर में चेन स्नेचरों का आतंक मचा हुआ है. महिलाओं का देर शाम को गले में सोने की चेन पहन कर घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है. बीते एक साल की बात करें, तो प्रदेश के अलग-अलग जिलों में चेन स्नेचिंग गैंग करीब सवा दो करोड़ कीमत का सोना लूट ले गई. ताज्जुब की बात ये है कि राजस्थान पुलिस इनमें से महज 27 प्रतिशत मामलों में ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर पाई (Chain snatching resolved cases in Rajasthan) है. जबकि अधिकतर मामलों में कार्रवाई नहीं होने की वजह से एफआर लगानी पड़ी है.
जयपुर अव्वल, भरतपुर तीसरे स्थान पर: पुलिस विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2021 में पूरे प्रदेश में चैन स्नैचिंग के 300 मामले दर्ज (Chain snatching incidents in Rajasthan in 2021) हुए. इनमें सर्वाधिक 142 मामले जयपुर में दर्ज (Jaipur tops in chain snatching cases) हुए. जबकि भिवाड़ी में 18 और भरतपुर में चेन स्नेचिंग के 16 मामले दर्ज हुए. भरतपुर में जनवरी से मई 2022 तक 5 माह में चेन स्नेचिंग की 5 और वारदातें हुई. इसी तरह बीते वर्ष कोटा, जोधपुर में 15-15, अलवर व पाली में 11-11, बांसवाड़ा 10, भीलवाड़ा 9, उदयपुर 7 और अजमेर में 8 मामले प्रकाश में आए.
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सवा दो करोड़ कीमत की चेन स्नेचिंग: अनुमान के अनुसार, एक महिला करीब डेढ़ तोला तक की सोने की चेन पहनती है. एक साल में 300 चेन स्नेचिंग की घटनाएं हुईं, जिनमें करीब 450 तोला सोने की चेन लूटी ली गई. आज के बाजार भाव 50 हजार रुपए प्रति तोला के हिसाब से 450 तोला सोने की कीमत 2 करोड़ 25 लाख होती है. यानी बीते बीते वर्ष महिलाओं के गले से इतनी कीमत की सोने की चेन लूटी ली गई. बीते वर्ष प्रदेश भर में चैन स्नैचिंग के 300 मामलों में से पुलिस सिर्फ 81 मामलों में 185 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफल रही. जबकि 199 मामलों में ना तो आरोपी पकड़े गए और ना माल की बरामदगी हो पाई, जिसके चलते एफआर लगा दी गई. भरतपुर के सभी 16 मामलों में एफआर लगाई गई.
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दिन रात गश्त : इस संबंध में पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने बताया कि जिले में चेन स्नेचिंग और लूट की घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए शहर के 7 प्रमुख स्थानों पर सशस्त्र पिकेट्स लगाई गई हैं. शाम को 5.30 बजे से रात 9 बजे शहर के प्रमुख चौराहों और तिराहों पर गश्त लगाकर वाहनों की सघन जांच की रही है. दिन व रात में सिगमा बाइक से मय हथियार गश्त की जा रही है. महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए अलग से महिला पुलिस भी गश्त करती है. साथ ही दो अलग-अलग चेतक मोबाइल वैन मय हथियारबंद जाप्ते के गश्त करती हैं.