भरतपुर. राजकीय बालिका गृह से 5 बालिकाओं की भागने में मदद करने वाली 3 महिला संविदा कर्मचारियों को नौकरी से निष्कासित कर दिया गया है. वहीं एक स्थाई महिला कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस देकर स्थान परिवर्तित किया गया है और दो गार्डों को भी बदला गया है.
बाल कल्याण समिति के जिला अध्यक्ष गंगाराम पाराशर ने पुलिस गार्ड के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विभागीय अधिकारियों को लिखा है. साथ ही दस्तयाब की गई पांचों बालिकाओं का मेडिकल करा दिया गया है.
बाल कल्याण समिति के जिला अध्यक्ष गंगाराम पाराशर ने बताया कि दस्तयाब की गई पांचों बालिकाओं को राजकीय बालिका गृह में फिर से आवासीय कर दिया गया है.
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इन सभी पांचों बालिकाओं को अन्य बालिकाओं से अलग रखा गया है. इन 5 में बालिकाओं का मेडिकल करा दिया गया है. इनमें से एक बालिका की तबीयत खराब होने की वजह से उसे जनाना अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
चार संविदाकर्मी निष्कासित
जिला अध्यक्ष गंगाराम पाराशर ने बताया कि पांचों बालिकाओं की भागने में मदद करने वाली संविदा कर्मचारी बबीता, चमेली, मीनाक्षी आदि के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए नौकरी से निष्कासित कर दिया गया है.
राजस्थान पुलिस के गार्ड भूपाल सिंह को बालिका गृह से हटा कर पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए लिखा गया है. वहीं रेस्को गार्ड को भी यहां से हटा दिया गया है.
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साथ ही बालिका गृह में तैनात विभागीय कर्मचारी मंजू को कारण बताओ नोटिस देकर स्थान परिवर्तन किया गया है. कार्रवाई के दौरान समिति सदस्य मदनमोहन शर्मा , अनुराधा शर्मा , राजाराम, नरेंद्र पाल सिंह मौजूद थे.
गौरतलब है कि मंगलवार रात को राजकीय बालिका गृह से 5 बालिकाएं खिड़की काटकर फरार हो गई थी. बालिकाओं को बाद में दस्तयाब कर लिया गया, जिन्होंने बयान में बताया कि उन्हें भागने में बालिका गृह की संविदा कर्मचारियों ने मदद की थी.