भरतपुर. जिले के कामां इलाके में एक किसान कई सालों से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था और काफी मेहनत के बाद भी उसकी मेहनत रंग नहीं ला रही थी. किसान को प्रत्येक सीजन में ज्यादा पैदावार नहीं होने के कारण उसे नुकसान झेलना पड़ता था. लेकिन, इस बार किसान की मेहनत ऐसी रंग लाई की उसके खेत में पैदा होने वाली गाजर की डिमांड मंडियों में काफी बढ़ने लगी.
दरअसल, कामां इलाके के इन्दौली गांव के एक किसान उदय राम सैनी ने अपने एक बीघा खेत में गाजर की फसल बोई थी. लेकिन उसे हर बार की तरह उम्मीद थी कि पहले की तरह उसकी फसल उसे ज्यादा मुनाफा नहीं देकर जाएगी. फसल को काटने का समय जब आया तो हर कोई दंग रह गया,क्योंकि सैनी के खेत में बोई हुई गाजर की कीमत एक फुट से दो फुट तक थी.
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बता दें कि कांमा के आसपास के इलाके में इतनी लंबी गाजर कभी नहीं हुई. वहीं, किसान उदय राम सैनी की गाजर जब मंडी में बिकने के लिए जाती है को खरीददारों की लाईन लग जाती है. इस फसल से उदय सिंह को अब तक 1 लाख रुपए का मुनाफा हो चुका है.
किसान उदय राम सैनी का कहना है कि वह जब भी फसल बोता था तो कभी फसल होती थी, कभी नहीं होती थी. उन्होंने बताया कि वह पहली बार गाजर की खेती किया है और फसल इतनी अच्छी हुई है. उदय ने बताया कि जब भी यह गाजर कामां की मंडी में बिकने के लिए जाती है तो रिक्शे में से उतरने से पहले ही खरीददार कांटे लगाकर खड़े हो जाते हैं. उन्होंने बताया कि गाजर की फसल से अब तक उन्हें 1 लाख रुपए का मुनाफा हो चुका है और अभी भी फसल की कटाई जारी है.