अलवर. जिले में फर्जी जमीनों के दस्तावेजों के आधार पर बैंकों से करोड़ों रुपयों का (taking loan on fake documents ) लोन लेने वाले चाचा-भतीजे को एनईबी थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपी अलवर और किशनगढ़ बास जेल में बंद थे. मामले की जांच के लिए दोनों को रिमांड पर लेकर पुलिस टीम पूछताछ कर रही है. शुरुआती जांच में दोनों के सभी दस्तावेज फर्जी मिले हैं.
अलवर के आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) में कलेक्शन मैनेजर के पद पर कार्यरत मनोज कुमार सैनी ने अलवर के एनईबी थाने में 6 दिसंबर 2021 को एक एफआईआर दर्ज कराई. जिसमें शिकायतकर्ता ने कहा की जुबेर और उसके रिश्तेदारों ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर उनके बैंक से सात लोन लिए हैं. पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की और सभी बैंकों से जुबेर और उसके रिश्तेदारों के दस्तावेज जुटाए. जिसके बाद सभी जमीन और अन्य चीजों के दस्तावेज जांच की गई. तो सभी दस्तावेज फर्जी पाए गए हैं. जांच में पता चला जुबेर और उसका चाचा कमरुद्दीन ने आईसीआईसी बैंक से करोड़ों रुपए के लोन लिए हैं. पुलिस को यह भी पता चला की दोनों आरोपी फिलहाल अलवर और किशनगढ़ बास जेल में बंद हैं.
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इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को किशनगढ़ बास और अलवर जेल से गिरफ्तार किया. पुलिस दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है. पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ अन्य बैंकों से भी दस्तावेज उठाए जा रहे हैं. इन्होंने बैंकों से करोड़ों रुपए का लोन फर्जी दस्तावेजों के आधार लिया है. जमीन, घर व अन्य फर्जी दस्तावेजों के आधार पर यह बैंकों से लोन लेते थे. अभी तक की जांच में करोड़ों का फर्जीवाड़ा सामने आ चुका है. फिलहाल पुलिस अभी मामले की जांच कर रही है. आरोपियों से पूछताछ में कई बड़े खुलासे होने की संभावनाएं हैं.