अलवर. रेलवे की तरफ से अलवर जंक्शन को विशेष दर्जा देते हुए जंक्शन के बाहर 100 फीट ऊंचे खंभे पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लहराया गया है. अब इस जंक्शन पर 24 घंटे राष्ट्रीय ध्वज लहराएगा. बता दें कि इसको लगाने में करीब 10 लाख रुपए का खर्चा आया है.
ए श्रेणी के अलवर जंक्शन से प्रतिदिन 80 से अधिक ट्रेनें गुजरती है. इनमें 35 से 40 हजार यात्री सफर करते हैं. रेलवे को अलवर जंक्शन से जयपुर मंडल में सबसे अधिक आय होती है. ऐसे में रेलवे की तरफ से अलवर जंक्शन को विशेष दर्जा देते हुए, जंक्शन के बाहर 100 फुट ऊंचे खंभे पर राष्ट्रीय ध्वज लहराया गया.
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यह 30 फुट चौड़ा और 20 फुट लंबा है. इस झंडे को मुंबई से बनवाया गया है और पोलिस्टर के कपड़े से बना हुआ है. झंडे के दोनों तरफ विशेष लाइट लगाई गई है. जिनके कारण रात के समय झंडा दूर से चमकता रहे. ऑटोमेटिक तकनीक से झंडा आसानी से पोल पर चढ़ाया और उतारा जा सकेगा. 24 घंटे यह झंडा जंक्शन पर लगा रहेगा.
पहले चरण में जयपुर सहित देश के 75 स्टेशनों पर 100 फुट की ऊंचाई पर राष्ट्रीय ध्वज लगाए गए थे. वहीं दूसरे चरण में देश के 400 स्टेशनों पर इस तरह से झंडे लगाए गए हैं. इसमें जयपुर मंडल के छह स्टेशन अलवर, दौसा, रेवाड़ी, सीकर, झुंझुनू, नारनौल शामिल है.
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रेलवे के अधिकारियों ने कहा कि एक जगह पर तिरंगा लगाने में करीब 10 लाख रुपए का खर्च आया है. इस तिरंगे से अलवर जंक्शन को विशेष पहचान मिलेगी. वहीं दूर से ही सभी यात्रियों को अलवर जंक्शन नजर आएगा.