अलवर. नीमराणा थाना क्षेत्र के अन्तर्गत एक महिला से होटल में ले जाकर दुष्कर्म का मामला सामने आया है. पीड़िता के द्वारा मामला दर्ज करवाने के बाद डीएसपी बहरोड़ के द्वारा मौका मुआयना कर पीड़िता का मेडिकल करवा दिया गया है. लेकिन, पुलिस अब पीड़िता के धारा 164 के बयान करवाने के बजाय उस पर राजीनामा का दबाव बना रही है.
पुलिस पर दुष्कर्म के मामले में पीड़िता पर राजीनामा करने के लिए दबाव बनाने के गम्भीर आरोप लगे हैं. पुलिस आरोपियों से मिलकर पीड़िता को प्रताड़ित कर रही है. पुलिस ने पीड़िता को गुरुवार को दिनभर थाने में बैठाए रखा और उससे पैसे लेकर राजीनामा करने का दबाव बनाया गया. रेप पीड़िता ने पुलिस पर राजीनामा के लिए दवाब बनाने का आरोप लगाया है और इसकी शिकायत डीएसपी बहरोड़ से की है.
पीड़िता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुलिस ने उसे कल सुबह नीमराणा थाने पर बुलाया और एक महिला कॉन्स्टेबल की कस्टडी में थाने के एक कमरे में बैठाए रखा. पीड़िता ने डीएसपी से कहा कि पुलिस मेरे आईपीसी की धारा 164 के बयान नहीं करा रही है. उल्टे उसे बयान बदलने ओर राजीनामा का दवाब बनाने के लिए तरह तरह से डरा धमका रही है.
पीड़िता के द्वारा पुलिस की शिकायत की गई तो डीएसपी ने आश्वासन दिया है कि पीड़िता का कोर्ट बयान कल करा सकेंगे. जिसके बाद पुलिस ने करीब सांय 6 बजे घर जाने दिया. पीड़िता ने बताया कि पुलिस पीड़ीता को न्याय दिलाने के बजाय उसे प्रताड़ित कर रही है. मामले में बहरोड़ डीएसपी रामजीलाल चौधरी ने बताया कि महिला का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. धारा 164 के बयान दर्ज करवाये जाएंगे. पीड़िता का मेडिकल और मौका मुआयना कर लिया है. उन्होंने महिला को परेशान करने या राजीनामा का दवाब की बातों को खारिज कर दिया है.