अलवर. आपने बाघों के बारे में बहुत सुना होगा. आज हम आपको सरिस्का की नानी के बारे में बताएंगे. सरिस्का में सबसे उम्रदराज बाघिन (oldest tigress of Sariska ) एसटी 2 बाघों की नानी है. इस बाघिन का कुनबा बढ़ाने में अहम रोल रहा है. इसकी बेटी ने भी तीन शावकों को जन्म दिया. इस लिहाज से वह बाघों की नानी बन गई.
बाघिन एसटी 2 को 4 जुलाई 2008 को रणथंभौर से सरिस्का में शिफ्ट किया गया था. उसकी उम्र करीब 18 साल है. जबकि आमतौर पर बाघ और बाघियों की उम्र 15 से 16 साल के बीच की होती है. यह बाघिन सरिस्का में सबसे उम्रदराज है. बाघिन एसटी 2 ने बाघ ST 7, बाघ ST 8, बाघ ST 13, बाघिन ST 14 को जन्म दिया है. बाघ ST 13 ने भी परिवार बड़ा करने में अहम भूमिका निभाई है. दुख की बात ये है कि बाघ एसटी 13 इसी साल फरवरी महीने से गायब है.
ज्यों ज्यों कुनबा बढ़ता गया ST2 का कद भी बढ़ता गया. फिर सरिस्का स्टाफ ने इसका नामकरण किया. नए नाम नानी के साथ उम्रदराज बाघिन होने की पहचान भी मिली. सरिस्का में बाघों का कुनबा बढ़ाने में भी ST 2 का अहम रोल रहा है. ST2 के बेटे ST13 ने भी सरिस्का में बाघों की तादाद खूब बढ़ाई. हालांकि 5 माह से ST 13 गायब है. नानी के बेटे यानी ST13 की साइटिंगसबसे ज्यादा होती थी. वह सबसे युवा और जोशीला बाघ था. उसने अपनी टेरिटरी को लेकर कई बार अन्य बाघों से संघर्ष भी किया था.
सरिस्का का जंगल क्षेत्र के अन्य जगहों से बड़ा है, इसलिए यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. सरिस्का के जंगल क्षेत्र में अभी गांव बसे हुए हैं. जिस पर प्रशासन की तरफ से विस्थापन की प्रक्रिया चलाई जा रही है. सरिस्का के कोर जंगल क्षेत्र में 5 गांव विस्थापित हो चुके हैं. जबकि 6 गांवों को विस्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है. प्रशासन की मानें तो जल्द से जल्द सभी गांव को स्थापित कर दिया जाएगा.
नानी पर रखी जा रही है नजर: वन विभाग के अधिकारी ने बताया कि बघिन ST-2 उम्रदराज हो चुकी है. ऐसे में वन विभाग की तरफ से 24 घंटे उसकी मॉनिटरिंग की जा रही है. वन विभाग की तीन टीम नजर रखने के साथ ही उसकी गतिविधियों को भी देख रही है. अधिकारी भी टीम के संपर्क में रहते हैं साथ ही अपने तरीके से उसे ट्रेन भी कर रहे हैं, ताकि समय और परिस्थिति के अनुसार उसे दिक्कतें कम हों.