सवाई माधोपुर/अलवर. रणथंभौर नेशनल पार्क की बाघिन रिद्धि की दहाड़ जल्द ही सरिस्का में सुनाई देगी. बाघिन रिद्धि को रणथंभौर से सरिस्का टाइगर रिजर्व शिफ्ट करने की अनुमति केंद्र सरकार व एनटीपीसी की तरफ से दे दी गई है. अब केवल राजस्थान सरकार की अनुमति मिलने का इंतजार है. राजस्थान सरकार की अनुमति मिलने के बाद बाघिन रिद्धि को सरिस्का में शिफ्ट कर दिया जाएगा. रणथंभौर क्षेत्र में पर्यटकों को सबसे ज्यादा बाघिन रिद्धि की साइटिंग होती है. इस बाघिन के सरिस्का आने के बाद संभावना जताई जा रही है कि पर्यटकों की संख्या भी बढ़ेगी.
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बाघिन रिद्धि टी-124 प्रसिद्ध बाघिन एरोहेड की बेटी है. बाघिन एरोहेड की दो बेटियां हैं. एक रिद्धि और दूसरी सिद्धि. दोनों ही बेटियां युवा होने के साथ ही अपनी टेरेटरी बनाने के लिए अग्रसर हैं. जिसके चलते पिछले कुछ समय से दोनों बहनों के बीच कई मर्तबा आपस में टकराव हो चुका है. दोनों बाघिन बहनों के बीच होने वाले टकराव को टालने के लिए वन विभाग ने दोनों में से एक बाघिन को दूसरी जगह शिफ्ट करने का प्रस्ताव मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेजा था.
मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक ने एक प्रस्ताव केंद्र सरकार और एनटीसीए को भेजा. रणथंभौर के सीसीएफ टीकमचंद वर्मा ने बताया कि केंद्र और एनटीसीए ने बाघिन रिद्धि को शिफ्ट करने की मंजूरी दे दी है. लेकिन अभी राजस्थान सरकार ने शिफ्टिंग की मंजूरी नहीं दी है. राज्य सरकार की मंजूरी मिलने के साथ ही बाघिन रिद्धि को सरिस्का शिफ्ट किया जाएगा. वर्तमान में बाघिन रिद्धि रणथंभौर के मालिक तालाब, मंडुप एरिया में विचरण करती है. बाघिन के सरिस्का शिफ्ट होने से दोनों बहनों के बीच आए दिन होने वाला टकराव खत्म हो जाएगा.
सरिस्का के डीएफओ सुदर्शन शर्मा ने बताया कि राजस्थान सरकार की अनुमति मिलने के बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी. सरिस्का में इस समय 6 बाघिन, 10 बाघ और 7 शावक हैं. सरिस्का में लगातार पर्यटकों को बाघ, बाघिन की साइटिंग हो रही है. ऐसे में लगातार पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है. बीते दिनों कई फिल्मी सितारे भी सरिस्का पहुंचे थे. रिद्धि के सरिस्का आने के बाद पर्यटकों के ओर बढ़ने के आसार हैं. सरिस्का प्रशासन की तरफ से कई नए रूट भी शुरू करने को लेकर भी काम चल रहा है.