अलवर. शहर के बालेटा गांव में खेत में काम कर रहे धर्मपाल और उसके तीन लड़कों पर जाति विशेष के 25 से 30 लोगों ने धारदार हथियारों से हमला कर दिया था. इस घटना में धर्मपाल सिंह की मौत हो गई थी, जबकि उसके दो बेटों की हालत गंभीर बनी हुई है. एक बेटे के पैर में फैक्चर हुआ है. घटना के बाद से गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है. घटना के तुरंत बाद आरोपी मौके से फरार हो गए थे.
मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल में रखवाया. इसी बीच शुक्रवार को इस घटना ने सांप्रदायिक रूप ले लिया है. हिंदू संगठन मौके पर पहुंचे और आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग करने लगे. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया. सूचना मिलने के बाद भाजपा के कई नेता घटनास्थल पर पहुंचे. मृतक के परिजनों को मदद का आश्वासन दिया. इस मामले में शुक्रवार को पूरे दिन गांव में पंचायत का दौर चलता रहा.
जिसके बाद एसडीएम अनुराग हरित मौके पर पहुंचे. उन्होंने लोगों को समझाकर शव देने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने. देर शाम तक बैठकों का दौर चलता रहा. मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने भारी संख्या में पुलिस बल और पुलिस के आला अधिकारी मौके पर लगाया है. पुलिस ने कहा इस मामले में सभी आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं. इसके अलावा सरकार से परिवार को मदद दिलवाने का प्रयास भी किया जाएगा. लेन-देन के मामले को लेकर यह विवाद हुआ है. इसको गलत तरह से सांप्रदायिक मुद्दा बनाया जा रहा है.