अलवर. निकाय चुनाव के परिणाम जैसे-जैसे सामने आते रहे लोगों में उत्साह का माहौल देखने को मिला. ढोल नगाड़ों पर लोग जश्न मनाते हुए दिखाई दिए. वहीं प्रशासन की रोक के बाद भी कुछ प्रत्याशियों ने जुलूस निकाला.
अलवर, भिवाड़ी और थानागाजी में निर्दलीयों के हाथ में सत्ता की चाबी नजर आई. निर्दलीयों के समर्थन के बिना कोई भी पार्टी अपना बोर्ड नहीं बना सकेगी. ऐसे में चुनाव परिणाम सामने आने के बाद प्रत्याशियों के समर्थक जश्न मनाते हुए दिखाई दिए. भाजपा के तीन पूर्व सभापति में से दो को हार का मुंह देखना पड़ा. केवल सुनीता खामरा को जीत मिली.
पूर्व सभापति हर्षपाल कौर और मीरा सैनी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा. नेता प्रतिपक्ष नरेंद्र मीणा अटकलों के बाद जीत गए. भाजपा के अशोक पाठक व धीरज जैन कड़े मुकाबले में जीते. जबकि भाजपा के जिला महामंत्री अशोक गुप्ता व पूर्व महामंत्री दिनेश गुप्ता चुनाव हार गए.
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अपने प्रत्याशियों की जीत की सूचना मिलने के बाद जगह-जगह लोग अपने नए पार्षद का स्वागत करने के लिए खड़े रहे. प्रशासन के तमाम प्रयासों के बाद भी प्रत्याशियों ने जुलूस निकाला. ऐसे में पूरे शहर का माहौल जश्न के रूप में दिखाई दिया. जिसके चलते चारो तरफ सड़क पर जाम लगे. वहीं लोगों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ा.
अलवर, भिवाड़ी और थानागाजी में शांतिपूर्ण मतगणना संपन्न हुई. मतगणना के दौरान पुलिस प्रशासन की तरफ से खासे इंतजाम किए गए. अलवर में पहली बार कई दिग्गजों के गढ़ ढह गए. वहीं कुछ लगातार जीते हुए दिखाई दिए. अलवर में सबसे बड़ी जीत वार्ड नंबर 48 में अजय पूनिया ने दर्ज की. अजय पूनिया चौथी बार 1900 से ज्यादा वोटों से विजय रहे. जबकि बड़ी संख्या में प्रत्याशी मतदान केंद्र पर नहीं पहुंचे.