अलवर. कोरोना महामारी की वजह से शादी समारोह में डीजे बजाने वालों के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है. अलवर जिला कलेक्टर ने यह आदेश दिया है कि शादी विवाह में डीजे नहीं बजा सकते. उसे लेकर गुरुवार को काफी संख्या में जिले के डीजे वाले कंपनी बाग में एकत्रित हुए.
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सब को तितर-बितर कर दिया, लेकिन इसके बावजूद कुछ डीजे वालों ने जिला कलेक्टर को डीजे बजाने की अनुमति को लेकर एक ज्ञापन भी दिया.
डीजे मालिक इंद्रपाल सिंह राजपूत ने बताया कि कोरोना काल से ही डीजे बंद है. अब देवउठनी ग्यारस से शादी समारोह शुरू हो जाएंगे. जिसमें उन्हें उम्मीद थी कि डीजे की परमीशन मिल जाएगी और आर्थिक संकट कम होगा, लेकिन प्रशासन ने डीजे ही बंद कर दिया. अब उनके सामने परिवार को पालन पोषण की समस्या फिर से शुरू हो गई है.
डीजे वालों ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में अलवर जिला कलेक्टर को पूर्व में भी ज्ञापन दिया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. इसलिए एक बार फिर से कलेक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा. राजस्थान के श्रम मंत्री टीकाराम जूली से भी मिला जायेगा और डीजे बजाने की स्वीकृति ली जाएगी.
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उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से ना तो डीजे वालों को राशन किट दिया गया ना ही किसी भी योजना का लाभ दिया गया और ना ही अब नौकरी मिल रही है. ऐसे में उनके और उनके परिवार के सामने आर्थिक संकट पैदा हो गया है. भूखे मरने की नौबत आ गई है. उन्होंने कहा कि सरकार डीजे की स्वीकृति दे और जो भी गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित की जाएगी डीजे वाले सभी नियमों की पालना करेंगे.