अलवर. मत्स्य विश्वविद्यालय अलवर का पहला दीक्षांत समारोह बुधवार को अलवर के प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ. इसमें सभी विभागों के 60 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल दिए गए. इस दौरान 2017 में एमए राजनीति शास्त्र की टॉपर रितु राघव का नाम नहीं पुकारा गया था. इस पर कार्यक्रम के बीच में रितु राज्यपाल के मंच के पास पहुंची व अपना विरोध जताने लगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत विश्वविद्यालय प्रशासन व पुलिस के हाथ-पैर फूल गए.
जिसके बाद आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रा को समझा कर बैठाया. उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि कार्यक्रम की रिहर्सल के दौरान एक दिन पहले रितु नहीं आई थी. इसलिए उनका नाम नहीं लिया गया था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद की गलती स्वीकारते हुए तुरंत रितु का नाम मंच से पुकारा व राज्यपाल के हाथों रितु को गोल्ड मैडल दिलवाया गया.
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रितु ने बताया कि वह 400 किलोमीटर दूर हनुमानगढ़ से अलवर आई हैं. इसलिए उन्हें आने में समय लग गया तो वहीं ऑडिटोरियम के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर नहीं आने दिया. ऐसे में वो 40 मिनट तक बाहर परेशान होती रही. कई बार पुलिसकर्मियों को समझाने के बाद भी उन्होंने अंदर प्रवेश नहीं दिया. हंगामा बढ़ने पर वहां मौजूद लोगों ने पुलिस के आला अधिकारियों को समझाया तो वहीं विश्वविद्यालय से संपर्क करने के बाद रितु राघव को कार्यक्रम में प्रवेश दिया गया. इसलिए वो कार्यक्रम में देरी से पहुंच पाई.