ETV Bharat / city

बेटियां किसी से कम नहीं, अवार्ड नहीं मिलने पर नाराज छात्रा विरोध करती हुई पहुंच गई राज्यपाल के मंच के पास

अलवर मत्स्य विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में अजीब वाकया देखने को मिला. दरअसल, यहां दीक्षांत समारोह में 400 किलोमीटर दूर से अवॉर्ड लेने के लिए अलवर पहुंची एक छात्रा को जब मंच से अवार्ड नहीं दिया गया तो वो नाराज होकर राज्यपाल के मंच के पास विरोध जताती हुई पहुंच गई. वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए. बाद में उन्होंने तुरंत छात्रा को बुलाया और मंच से राज्यपाल के हाथों अवार्ड दिलवाया.

student reached near the Governor's platform, alwar news, अलवर न्यूज, अलवर की बेटियां किसी से कम नहीं
अवार्ड नहीं मिलने पर नाराज छात्रा विरोध करती हुई पहुंच गई राज्यपाल के मंच के पास
author img

By

Published : Dec 19, 2019, 12:04 PM IST


अलवर. मत्स्य विश्वविद्यालय अलवर का पहला दीक्षांत समारोह बुधवार को अलवर के प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ. इसमें सभी विभागों के 60 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल दिए गए. इस दौरान 2017 में एमए राजनीति शास्त्र की टॉपर रितु राघव का नाम नहीं पुकारा गया था. इस पर कार्यक्रम के बीच में रितु राज्यपाल के मंच के पास पहुंची व अपना विरोध जताने लगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत विश्वविद्यालय प्रशासन व पुलिस के हाथ-पैर फूल गए.

अवार्ड नहीं मिलने पर नाराज छात्रा विरोध करती हुई पहुंच गई राज्यपाल के मंच के पास

जिसके बाद आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रा को समझा कर बैठाया. उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि कार्यक्रम की रिहर्सल के दौरान एक दिन पहले रितु नहीं आई थी. इसलिए उनका नाम नहीं लिया गया था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद की गलती स्वीकारते हुए तुरंत रितु का नाम मंच से पुकारा व राज्यपाल के हाथों रितु को गोल्ड मैडल दिलवाया गया.

यह भी पढ़ें : अलवर: दीक्षांत समारोह में बोले राज्यपाल मिश्र, कहा- देश में बालिकाएं आगे बढ़ रही हैं, यह शुभ लक्षण

रितु ने बताया कि वह 400 किलोमीटर दूर हनुमानगढ़ से अलवर आई हैं. इसलिए उन्हें आने में समय लग गया तो वहीं ऑडिटोरियम के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर नहीं आने दिया. ऐसे में वो 40 मिनट तक बाहर परेशान होती रही. कई बार पुलिसकर्मियों को समझाने के बाद भी उन्होंने अंदर प्रवेश नहीं दिया. हंगामा बढ़ने पर वहां मौजूद लोगों ने पुलिस के आला अधिकारियों को समझाया तो वहीं विश्वविद्यालय से संपर्क करने के बाद रितु राघव को कार्यक्रम में प्रवेश दिया गया. इसलिए वो कार्यक्रम में देरी से पहुंच पाई.


अलवर. मत्स्य विश्वविद्यालय अलवर का पहला दीक्षांत समारोह बुधवार को अलवर के प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित हुआ. इसमें सभी विभागों के 60 स्टूडेंट्स को गोल्ड मैडल दिए गए. इस दौरान 2017 में एमए राजनीति शास्त्र की टॉपर रितु राघव का नाम नहीं पुकारा गया था. इस पर कार्यक्रम के बीच में रितु राज्यपाल के मंच के पास पहुंची व अपना विरोध जताने लगी. मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत विश्वविद्यालय प्रशासन व पुलिस के हाथ-पैर फूल गए.

अवार्ड नहीं मिलने पर नाराज छात्रा विरोध करती हुई पहुंच गई राज्यपाल के मंच के पास

जिसके बाद आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रा को समझा कर बैठाया. उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि कार्यक्रम की रिहर्सल के दौरान एक दिन पहले रितु नहीं आई थी. इसलिए उनका नाम नहीं लिया गया था. विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद की गलती स्वीकारते हुए तुरंत रितु का नाम मंच से पुकारा व राज्यपाल के हाथों रितु को गोल्ड मैडल दिलवाया गया.

यह भी पढ़ें : अलवर: दीक्षांत समारोह में बोले राज्यपाल मिश्र, कहा- देश में बालिकाएं आगे बढ़ रही हैं, यह शुभ लक्षण

रितु ने बताया कि वह 400 किलोमीटर दूर हनुमानगढ़ से अलवर आई हैं. इसलिए उन्हें आने में समय लग गया तो वहीं ऑडिटोरियम के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर नहीं आने दिया. ऐसे में वो 40 मिनट तक बाहर परेशान होती रही. कई बार पुलिसकर्मियों को समझाने के बाद भी उन्होंने अंदर प्रवेश नहीं दिया. हंगामा बढ़ने पर वहां मौजूद लोगों ने पुलिस के आला अधिकारियों को समझाया तो वहीं विश्वविद्यालय से संपर्क करने के बाद रितु राघव को कार्यक्रम में प्रवेश दिया गया. इसलिए वो कार्यक्रम में देरी से पहुंच पाई.

Intro:अलवर
मत्स्य विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में 400 किलोमीटर दूर से अवॉर्ड लेने के लिए अलवर पहुंची एक छात्रा को जब मंच से अवार्ड नहीं दिया गया। तो वो नाराज होकर राज्यपाल के मंच के पास विरोध जताती हुई पहुंची। तो वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। उन्होंने तुरंत छात्रों को बुलाया और मंच से राज्यपाल के हाथों अवार्ड दिलवाया।


Body:अलवर की मत्स्य विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत समारोह बुधवार को अलवर के प्रताप ऑडिटोरियम में हुआ। इसमें सभी विभागों के 60 छात्रों को गोल्ड मेडल दिए गए। इस दौरान 2017 में एमए राजनीति शास्त्र की टॉपर ऋतु राघव का नाम नहीं बोला गया। इस पर कार्यक्रम के बीच में ऋतु राज्यपाल के मंच के पास पहुंची व अपना विरोध जताने लगी। मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत विश्वविद्यालय प्रशासन व पुलिस के हाथ पैर फूल गए। आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रा को समझा कर बैठाया। उसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने अपनी गलती स्वीकारते हुए कहा कि कार्यक्रम की रिहर्सल के दौरान एक दिन पहले ऋतु नहीं आई थी। इसलिए उनका नाम नहीं लिया गया था। विश्वविद्यालय प्रशासन ने खुद की गलती स्वीकारते हुए तुरंत ऋतु का नाम मंच से पुकारा व राज्यपाल के हाथों रितु को गोल्ड मेडल दिलाया गया। ऐसे में ऋतु को गोल्ड मेडल से पहले आंसू बहाने पड़े।


Conclusion:ऋतु ने बताया कि वह 400 किलोमीटर दूर हनुमानगढ़ से अलवर आई हैं। इसलिए उन्हें आने में समय लग गया। तो वही ऑडिटोरियम के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें अंदर नहीं आने दिया। ऐसे में वो 40 मिनट तक बाहर परेशान होती रही। कई बार पुलिसकर्मियों को समझाने के बाद भी उन्होंने अंदर प्रवेश नहीं दिया। हंगामा बढ़ने पर वहां मौजूद लोगों ने पुलिस के आला अधिकारियों को समझाया तो वही विश्वविद्यालय से संपर्क करने के बाद ऋतु राघव को कार्यक्रम में प्रवेश दिया गया। इसलिए वो कार्यक्रम में देरी से पहुंची।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.