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अलवर तहसील में स्टांप विक्रेता और रीडर ने रखी हड़ताल, आम लोगों को हुई परेशानी

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Published : Sep 11, 2020, 10:13 PM IST

अलवर में पंजीयन विभाग की ओर से NIC सर्वर के माध्यम से दस्तावेजों के पंजीयन में आए दिन नए बदलाव किए जा रहे हैं. इस प्रक्रिया के विरोध में समस्त स्टाफ विक्रेता, डीड राइटर एसोसिएशन अलवर ने शुक्रवार को कार्य का बहिष्कार रखा है. सरकार की ओर से किए जा रहे बदलाव का विरोध जताया. साथ ही जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

राजस्थान न्यूज, alwar news
स्टांप विक्रेता और रीडर ने की हड़ताल

अलवर. जिले की तहसील में शुक्रवार को रीडर और स्टाम्प विक्रेताओं ने सरकार के फैसले के विरोध स्वरूप हड़ताल रखी. इस दौरान कामकाज ठप रहा. तो वहीं दूर-दराज के गांव से तहसील में आने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. अलवर तहसील में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग आते हैं. वहीं, हड़ताल के दौरान स्टांप विक्रेताओं ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया और अपनी समस्या रखी.

स्टांप विक्रेता और रीडर ने की हड़ताल

पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग की ओर से अधिवक्ता समुदाय वसीका नवीस और पक्षकारों को बिना विश्वास में लिए पंजीयन और उत्तर विभाग की ओर से अधिवक्ता समुदाय वसीका नवीस सेवक कारों को बिना विश्वास दिए नए प्रयोग कर दस्तावेज पंजीयन में बाधा उत्पन्न की जा रही है.

पंजीयन विभाग की ओर से NIC सर्वर के माध्यम से दस्तावेजों के पंजीयन में आए दिन नए बदलाव किए जा रहे हैं. मोबाइल नंबर के साथ ये ऑप्शन जोड़ा गया है कि सभी विक्रेताओं को ओटीपी आएगा उसके बाद ही सभी पक्षकार उसे कंफर्म करेंगे. इसके पश्चात दस्तावेज रीडिंग का कार्य संपन्न होगा. जिसमें कम से कम 30 से 40 मिनट का समय लगता है. सामान्य तरीके से दस्तावेज पंजीयन कराने में लगभग सारा दिन लग जाता है. लेकिन इस तरीके से दस्तावेज पंजीयन कराना असंभव सा हो गया है. इससे साइबर क्राइम का खतरा भी बढ़ गया है. पक्षकार ओटीपी बताने में भी आनाकानी करते हैं और सवाल जवाब पूछते हैं. जिसका संतुष्टि पूर्ण जवाब देने में रीडर वेस्टर्न विक्रेताओं को खासी परेशानी होती है.

इस प्रक्रिया के विरोध में समस्त स्टाफ विक्रेता, डीड राइटर एसोसिएशन अलवर ने शुक्रवार को कार्य का बहिष्कार रखा है. सरकार की ओर से किए जा रहे बदलाव का विरोध जताया. तहसील में डीड राइटर की समस्याओं को लेकर रीड राइट और स्टांप वेंडरों ने काम बंद करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

पढ़ें- पंचायत चुनाव के लिए अलवर पुलिस ने शुरू की तैयारी

डीड राइटर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश भार्गव ने बताया कि सरकार ने एक नया सिस्टम ओटीपी का जारी किया है. इस बदलाव से सेलर और परचेज़र को ओटीपी सेंड होता है. आजकल ओटीपी कोई भी व्यक्ति नहीं बताता है. ऐसे में 20 मिनट का समय दिया गया है. डॉक्यूमेंट भी 20 मिनट में फिल नहीं हो पाता है.

उन्होंने सरकार से मांग की है कि ये ओटीपी एक व्यक्ति को ही दिया जाए. इसके अलावा एनआईसी की ओर से सरवर में आए दिन परेशानी आती है. इसकी स्पीड भी बढ़ाई जाए जिससे काम करने में लोगों को सुविधा रहे. अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो आगामी दिनों में हड़ताल जारी रहेगी. इस दौरान तहसील परिसर में आने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. कामकाज ठप होने के कारण लोग इधर से उधर परेशान होते हुए नजर आए.

अलवर. जिले की तहसील में शुक्रवार को रीडर और स्टाम्प विक्रेताओं ने सरकार के फैसले के विरोध स्वरूप हड़ताल रखी. इस दौरान कामकाज ठप रहा. तो वहीं दूर-दराज के गांव से तहसील में आने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. अलवर तहसील में प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग आते हैं. वहीं, हड़ताल के दौरान स्टांप विक्रेताओं ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया और अपनी समस्या रखी.

स्टांप विक्रेता और रीडर ने की हड़ताल

पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग की ओर से अधिवक्ता समुदाय वसीका नवीस और पक्षकारों को बिना विश्वास में लिए पंजीयन और उत्तर विभाग की ओर से अधिवक्ता समुदाय वसीका नवीस सेवक कारों को बिना विश्वास दिए नए प्रयोग कर दस्तावेज पंजीयन में बाधा उत्पन्न की जा रही है.

पंजीयन विभाग की ओर से NIC सर्वर के माध्यम से दस्तावेजों के पंजीयन में आए दिन नए बदलाव किए जा रहे हैं. मोबाइल नंबर के साथ ये ऑप्शन जोड़ा गया है कि सभी विक्रेताओं को ओटीपी आएगा उसके बाद ही सभी पक्षकार उसे कंफर्म करेंगे. इसके पश्चात दस्तावेज रीडिंग का कार्य संपन्न होगा. जिसमें कम से कम 30 से 40 मिनट का समय लगता है. सामान्य तरीके से दस्तावेज पंजीयन कराने में लगभग सारा दिन लग जाता है. लेकिन इस तरीके से दस्तावेज पंजीयन कराना असंभव सा हो गया है. इससे साइबर क्राइम का खतरा भी बढ़ गया है. पक्षकार ओटीपी बताने में भी आनाकानी करते हैं और सवाल जवाब पूछते हैं. जिसका संतुष्टि पूर्ण जवाब देने में रीडर वेस्टर्न विक्रेताओं को खासी परेशानी होती है.

इस प्रक्रिया के विरोध में समस्त स्टाफ विक्रेता, डीड राइटर एसोसिएशन अलवर ने शुक्रवार को कार्य का बहिष्कार रखा है. सरकार की ओर से किए जा रहे बदलाव का विरोध जताया. तहसील में डीड राइटर की समस्याओं को लेकर रीड राइट और स्टांप वेंडरों ने काम बंद करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.

पढ़ें- पंचायत चुनाव के लिए अलवर पुलिस ने शुरू की तैयारी

डीड राइटर एसोसिएशन के अध्यक्ष दिनेश भार्गव ने बताया कि सरकार ने एक नया सिस्टम ओटीपी का जारी किया है. इस बदलाव से सेलर और परचेज़र को ओटीपी सेंड होता है. आजकल ओटीपी कोई भी व्यक्ति नहीं बताता है. ऐसे में 20 मिनट का समय दिया गया है. डॉक्यूमेंट भी 20 मिनट में फिल नहीं हो पाता है.

उन्होंने सरकार से मांग की है कि ये ओटीपी एक व्यक्ति को ही दिया जाए. इसके अलावा एनआईसी की ओर से सरवर में आए दिन परेशानी आती है. इसकी स्पीड भी बढ़ाई जाए जिससे काम करने में लोगों को सुविधा रहे. अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो आगामी दिनों में हड़ताल जारी रहेगी. इस दौरान तहसील परिसर में आने वाले लोगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा. कामकाज ठप होने के कारण लोग इधर से उधर परेशान होते हुए नजर आए.

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