अलवर. त्योहार के सीजन में कुछ सामानों की कालाबाजारी शुरू हो जाती है. कुछ की डिमांड में बढ़ोतरी होती है. ऐसे में सेल्स टैक्स विभाग के मुख्यालय से त्योहार के सीजन में कारोबारियों पर नजर रखने व समय-समय पर कार्रवाई करने के निर्देश मिले हैं. इसके तहत सोमवार को दोपहर बाद अचानक सेल्स टैक्स विभाग की टीम शहर में बिजली घर चौराहे स्थित एक टिंबर कंपनी के ऑफिस पर पहुंची.
यह सूचना पूरे शहर में आग की तरह फैल गई. व्यापारियों में हड़कंप मच गया. तो वहीं सेल्स टैक्स विभाग की टीम ने टिंबर कंपनी के ऑफिस में बिल व दस्तावेज चेक किए. इस दौरान संचालक को पेश होने के लिए कहा गया. इस पर सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों को पता चला कि संचालक कोरोना पॉजिटिव है. ऐसे में संचालक को दस्तावेज पेश करने के लिए 2 दिन का समय दिया गया है.
कार्रवाई को लेकर सेल्स टैक्स विभाग के अधिकारियों ने कहा कि मुख्यालय से त्योहार के सीजन में जिन चीजों की डिमांड ज्यादा रहती है. उन्हें संस्था और फार्म का सर्वे व जांच पड़ताल करने के निर्देश मिले हैं. जिसके तहत सेल्स टैक्स विभाग की तरफ से सोमवार को सर्वे की कार्रवाई शुरू की गई है. दस्तावेज की जांच पड़ताल के बाद मिलने वाली गड़बड़ी के आधार पर जुर्माना व टैक्स वसूला जाएगा.
ये पढ़ें: अलवर: फर्जी नंबर प्लेट बनाकर गाड़ी चलाने और धोखाधड़ी के आरोप में युवक गिरफ्तार
अलवर में सेल्स टैक्स विभाग की तरफ से कई बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया गया है. राजस्थान में अलवर सेल्स टैक्स विभाग सबसे ज्यादा राजस्व देता है. आमतौर पर अलवर सेल्स टैक्स विभाग टैक्स के रूप में 150 करोड़ से अधिक का राजस्व देता था. हालांकि कोरोना के चलते बीच में कुछ कमी आई थी. लेकिन फिर से राजस्व में बढ़ोतरी हो रही है. इस समय प्रतिमाह सेल्स टैक्स विभाग को 100 करोड़ से अधिक का राजस्व मिल रहा है. सीमावर्ती जिला होने के कारण अलवर के रास्ते राजस्थान व गुजरात में सामान बिना टैक्स के सप्लाई होता है. जिस पर लगातार सेल्स टैक्स विभाग की नजर रहती है.