अलवर. भिवाड़ी सिकंदरा मेगा हाईवे पर सफर करने वाले हजारों लोगों के लिए खुशखबरी (Repair work of Bhiwadi Sikandra Mega Highway) है. क्षतिग्रस्त हो चुके हाईवे को ठीक करने का काम जल्द ही शुरू हो रहा है. रिडकोर (रोड इंफ्रास्ट्रक्चर डवलेपमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ राजस्थान लिमिटेड) की तरफ से हाईवे पर डामर की दो लेयर डाली जाएंगी. इस काम में करीब 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे. हाईवे के ठीक होने से लोगों को बड़ी राहत मिलेगी. शनिवार और मंगलवार को हजारों की संख्या में लोग एनसीआर के शहरों से मेहंदीपुर बालाजी आते जाते हैं. लोगों को टोल देने के बाद भी गड्ढों वाले हाईवे पर सफर करना पड़ रहा था.
अलवर से भिवाड़ी की दूरी करीब 85 किलोमीटर है. इस हिसाब से आना-जाना करीब 170 किलोमीटर पड़ता है. अलवर भिवाड़ी-अलवर-सिकंदरा मेगा हाईवे जगह-जगह से टूटा हुआ है. इस हाईवे पर गड्ढे हो गए हैं. ऐसे में वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. बीते सालों की तुलना में हादसों में भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है. प्रतिदिन मेगा हाईवे से हजारों वाहन गुजरते हैं. दिल्ली, फरीदाबाद, गुड़गांव सहित एनसीआर के शहरों से मेहंदीपुर बालाजी और अलवर के आसपास क्षेत्र के मंदिरों और पर्यटन स्थलों पर आने-जाने वाले लोग भी इसी हाईवे का उपयोग करते हैं. यात्रियों को हाईवे पर जगह-जगह टोल देना पड़ता है. उसके बाद भी लोगों गड्ढों में सफर करना पड़ रहा. इसलिए लंबे समय से हाईवे को ठीक करने की मांग उठ रही थी. मीडिया ने भी कई बार इस मुद्दे को उठाया. जिसके बाद सरकार ने संज्ञान लिया और हाईवे की मरम्मत के लिए 100 करोड़ रुपए का बजट मंजूर किया.
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हाईवे की मरम्मत कार्य जल्द शुरू होगा: भिवाड़ी से कोठी नारायणपुर तक हाईवे की मरम्मत कार्य जल्द शुरू हो रहा है. हाईवे की दोनों लाइन पर गड्ढों को भरने के साथ ही डामर की दो कोडिंग डाली जाएगी. हाईवे की मरम्मत का पूरा कार्य सरकार की एजेंसी रिडकोर की देखरेख में पूरा होगा. हाईवे के मरम्मत काम में करीब 5 से 6 माह का समय लगेगा. पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने बताया कि हाईवे की मरम्मत कार्य पूरा होने के बाद लोगों को आने-जाने में सुविधा होगी और समय की बचत भी होगी, तो हादसों में भी कमी आएगी.
हाईवे पर अवैध कट होंगे बंद: पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता संगीता अरोड़ा ने बताया कि भिवाड़ी सिकंदरा मेगा हाईवे पर हजारों की संख्या में अवैध कट बने हुए हैं. जिनके चलते प्रतिदिन हादसे होते हैं. इन कट से तेज रफ्तार में वाहन गुजरते हैं. इसलिए पीडब्ल्यूडी की तरफ से हाईवे पर अवैध कट चिन्हित करने का काम चल रहा है. जल्द ही सर्वे का काम पूरा होने के बाद अवैध कट को बंद करने की प्रक्रिया शुरू होगी.
यात्रियों को देना पड़ता है मोटा टोल: भिवाड़ी से अलवर तक सफर करने के लिए लोगों को तीन जगह पर टोल देना पड़ता है. भिवाड़ी में प्रवेश करने के साथ ही टोल की प्रक्रिया शुरू होती है. उसके बाद दूसरा टोल तिजारा में तीसरा अलवर शहर में प्रवेश करने से पहले देना पड़ता है. अलवर से भिवाड़ी के बीच वाहन चालकों को 65 से 70 रुपए टोल देना पड़ता है. इसके बाद अलवर से सिकंदरा की तरफ दो टोल पड़ते है.
सीसी रोड का निर्माण कार्य हुआ शुरू: रेड कोर के अधिकारियों ने बताया कि हाईवे पर बीच में आबादी क्षेत्र के आसपास जल भराव से वाहन चालकों को दिक्कत होती है. वहीं, पानी की निकासी की व्यवस्था नहीं है. उस जगह पर सीसी सड़क बनाई जाएगी. उसका निर्माण कार्य शुरू हो चुका है. पानी में सीसी सड़क कम टूटती है. ऐसे में निर्माण कार्य पूरा होने के बाद लोगों को सफर करने में सुविधा मिलेगी.
हाईवे पर वाहनों का रहता है दबाव: अलवर पर्यटन नगरी है. टाइगर रिजर्व के अलावा पांडुपोल हनुमान मंदिर, भर्तहरि धाम, नीलकंठ महादेव मंदिर, अजबगढ़ भानगढ़ सहित अलवर में कई पर्यटन स्थल है. जहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग घूमने के लिए आते हैं. साथ ही अलवर के आसपास क्षेत्र में भी लोग आने-जाने का सिलसिला लगा रहता है. मेहंदीपुर बालाजी में शनिवार और मंगलवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं. इनमें से ज्यादातर लोग अलवर होकर गुजरते हैं. इसलिए भिवाड़ी मेगा हाईवे पर वाहनों का दबाव रहता है. औद्योगिक क्षेत्र होने के कारण हाईवे पर भारी वाहनों की संख्या भी अधिक रहती है.