अलवर. केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में राजस्थान में महापंचायत का सिलसिला शुरू हो चुका है. इसकी शुरुआत अलवर के लक्ष्मणगढ़ से की गई है. किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक सरकार तीनों कानून वापस नहीं लेगी जब तक आंदोलन जारी रहेगा.
उन्होंने कहा कि सरकार कितनी भी एजेंसियों को उनके पीछे लगाए लेकिन किसान अपना विरोध जारी रखेंगे. अलवर जिले के दौरे पर आए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होंगे तब तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा. टिकैत ने कहा कि सरकार ने उनकी संपत्ति की जांच करके जो संपत्ति बताई जा रही है वह सही आकलन नहीं है. टिकैत ने कहा कि उनकी संपत्ति इससे ज्यादा है.
टिकैत ने कहा कि सरकार सरकारी एजेंसियों को कितना ही उनके पीछे लगा दे लेकिन किसानों का हौसला और मनोबल नहीं टूटेगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान में किसान आंदोलन ने नई रफ्तार पकड़ ली है. हजारों की संख्या में किसान लगातार सड़कों पर उतर रहे हैं. अब राजस्थान के किसानों की सक्रियता भी किसान आंदोलन में बढ़ती नजर आ रही है.
उन्होंने कहा कि 18 फरवरी को रेल रोको आंदोलन की रणनीति चल रही है. कमेटी तय करेगी कि आगे आंदोलन का रूपाकार क्या होगा. सरकार को चेतावनी देते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक किसान विरोधी सरकार नहीं आएगी. तब तक प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान हरियाणा उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश के किसानों को उनकी फसल का सही मूल्य नहीं मिलता है.
उन्होंने कहा कि साल भर मेहनत मजदूरी करके किसान अपनी फसल पैदा करता है. कभी बारिश कभी ओले उसकी फसल को खराब करते हैं. जो फसल बचती है उस फसल का दाम किसान को नहीं मिलता है.
टिकैत के आने के बाद टोल हुए फ्री
राजस्थान में राकेश टिकैत के आने के बाद लगातार किसान आंदोलन में क्या बदलाव देखने को मिल रहे हैं. साथ ही राजस्थान में टोल फ्री होते ही नजर आ रहे हैं. बड़ी संख्या में किसान टोल पर पहुंच रहे हैं और टोलों को फ्री कराया जा रहा है.