अलवर. जिले में इस समय गेहूं चना व सरसों की फसल हो रही है. क्षेत्र में गेहूं व सरसों की बेहतर पैदावार होती है, लेकिन लगातार पानी की कमी हो रही है. ऐसे में किसान परेशान हैं. ऐसे में दो दिन से हो रही रुक-रुक कर बारिश से किसान खुश हैं. किसानों ने कहा कि खेती के लिए यह राहत की बारिश (Winter rain benefit agriculture) है.
आमतौर पर खेती के लिए किसान को पानी नहीं मिलता है. परेशान किसान पानी खरीद कर फसल की पैदावार करता है. गेहूं की फसल के लिए रात का तापमान 3 से 4 डिग्री के आसपास होना चाहिए. तीनों ही फसल को पानी की आवश्यकता होती है. जिले में लगातार गेहूं का रकबा बढ़ रहा है. यहां प्याज व सरसों की सबसे ज्यादा पैदावार होती है.
जिले में दो दिन से हो रही रुक-रुक कर बारिश को लेकर किसानों का कहना है कि यह राहत की बारिश है. इससे किसानों को फायदा होगा. इसका असर आने वाले दिनों तक भी बना रहेगा. जमीन में नमी रहेगी. सर्दी के मौसम में नमी रहने से रात के तापमान में गिरावट होगी. इससे गेहूं की फसल भी बेहतर होगी.
पढ़ें: Rain in Behror: बदला मौसम तरबतर हुआ बहरोड़
गेहूं, चना, सरसों तीनों ही फसल के लिए इस समय बारिश फायदेमंद है. किसानों ने कहा कि पानी की कमी के चलते कई बार परेशानी होती है. लेकिन बारिश होने से गेहूं चना व सरसों की बेहतर पैदावार होगी. इसका सीधा फायदा किसान को मिलेगा. बारिश के कारण पाला पड़ेगा व फसल बेहतर होगी.