अलवर. जिले के राजकीय गीतानंद शिशु चिकित्सालय में एफबीएनसी वार्ड में आग लगने से एक बच्ची की मौत हो गई थी. जिसके बाद राज्य सरकार ने गीतानंद शिशु चिकित्सालय के डॉक्टर, नर्सिंग कर्मियों और इलेक्ट्रीशियन सहित 7 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया था. इसके विरोध में शनिवार को भी डॉक्टर और नर्सिंग कर्मियों का कार्य बहिष्कार जारी है. अलवर जिले में सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मचारियों ने 9 बजे से 11 बजे तक कार्य बहिष्कार कर विरोध जताया.
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जिला मुख्यालय पर राजीव गांधी अस्पताल के आईएमए हॉल में बैठक आयोजित कर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. हॉस्पिटल में 2 घंटे कार्य बहिष्कार के दौरान इमरजेंसी सेवाएं चालू रही. वहीं ओपीडी में दिखाने आए मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. मरीजों की लंबी कतारें लगी रही. राजकीय सेवा संघ राजस्थान नर्सिंग एसोसिएशन की बैठक में सस्पेंड किए गए चिकित्सा कर्मचारी और नर्सिंग कर्मियों को सरकार से बहाल करने की मांग की जा रही है.
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उधर राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन जिला अध्यक्ष पुष्पराज शर्मा ने बताया कि हॉस्पिटल में 2 घंटे का कार्य बहिष्कार किया जा रहा है. जिसमें सभी हॉस्पिटल चिकित्सक और नर्सिंग कर्मी मौजूद हैं. 2 घंटे कार्य बहिष्कार के बाद डॉक्टरों ने हॉस्पिटल में काली पट्टी बांधकर विरोध भी किया. प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि इस मामले में डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों का कोई कसूर नहीं है. यह सरकार की हठधर्मिता है. इस मामले में हॉस्पिटल प्रशासन के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. सरकार को जल्द ही डॉक्टरों और नर्सिंग कर्मियों को बहाल करना चाहिए.