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अलवर : आर आर कॉलेज में रिकाउंटिंग की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

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Published : Aug 29, 2019, 2:57 AM IST

अलवर के आर आर कॉलेज में रिकाउंटिंग की मांग कर रहे छात्रों पर पुलिस ने अचानक से लाठीचार्ज कर दिया. इस दौरान मीणा समाज के नेता और पूर्व सैनिक अमर चंद मीणा के पुलिस ने कपड़े फाड़ दिए और उन पर भी डंडे बरसाए. यहां तक की पुलिस ने मीडियाकर्मियों को भी कवरेज करने से रोक दिया.

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अलवर. जिले के आर आर कॉलेज में छात्र संघ चुनाव के दौरान अध्यक्ष पद पर रिकाउंटिंग की मांग को लेकर छात्र कॉलेज के बाहर धरने बैठे थे. इस दौरान पुलिस ने अचानक से उन पर लाठीचार्ज कर दिया.

धरने पर बैठे छात्रों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

क्या है मामला
मामला तब शुरू हुआ जब राजर्षि महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव परिणाम घोषित हुए. जिसमें अध्यक्ष पद के प्रत्याशी निर्दलीय दीपक यादव को 2 वोट से विजेता घाषित किया गया. तो वहीं दूसरे स्थान पर रही प्रत्याशी पूजा झीरवाल और उनके समर्थक लगातार रिकाउंटिंग की मांग करते रहे. लेकिन कॉलेज प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी. उनके समर्थकों का कहना है कि शुरुआत की तीन बार हुई काउंटिंग में पूजा झीरवाल 3 वोटों से जीत रही थी. लेकिन चौथी बार हुई रिकाउंटिंग में दीपक यादव को 2 वोट से जीता दिया गया. वहीं इस मामले में पूजा झिरवाल के विरोध करने पर कॉलेज से निकालने की धमकी तक दी गई.

दरअसल, पूजा झिरवाल एबीवीपी की प्रत्याशी थी. मामले की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में एबीवीपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कॉलेज में जमा हो गए. चुनाव परिणाम आने के बाद बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठ गए. रात करीब 11 बजे के आसपास पुलिस के आला अधिकारी छात्रों को समझाने के लिए पहुंचे. इस दौरान पुलिस और छात्रों में झड़प हो गई.

यह भी पढ़ें- छात्रसंघ चुनाव 2019: सीकर के राजकीय महाविद्यालयों के ये हैं चुनाव परिणाम

पुलिस ने अचानक शुरू किया लाठीचार्ज

धरने पर बैठे छात्र जिला कलेक्टर के घर के बाहर धरने पर बैठने की बात कहने लगे. इस पर कोतवाली थाना पुलिस और अन्य पुलिसकर्मियों ने धरने पर बैठे छात्रों पर अचानक से लाठीचार्ज शुरू कर दिया. इसमें कई छात्रों को चोटें आई. इस दौरान धरना स्थल पर मौजूद मीणा समाज के नेता और पूर्व फौजी अमर चंद मीणा पर भी पुलिस ने डंडे बरसाए और उनके कपड़े फाड़ दिए. उसके बाद उनको अपने हिरासत में ले लिया.

यह भी पढ़ें- कोटा छात्र संघ चुनाव 2019 : संयुक्त मोर्चा ने कहा- छात्रों के संघर्ष से लगातार जीत संभव

मीडिया और आम लोगों पर भी बरसाए डंडे

लाठीचार्ज करते हुए पुलिस इतनी संवेदनहीन हो गई कि वहां से गुजर रहे आम लोगों पर भी पुलिस ने डंडे बरसाए. यही नहीं मीडियाकर्मियों पर भी पुलिस ने डंडे बरसाते हुए कैमरा बंद करने की धमकी दी.

छात्रों में रोष, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा हो सकते हैं साथ

छात्रों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर खासा रोष है. छात्र संगठनों ने 29 अगस्त को पुलिस की कार्रवाई के विरोध में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है. वहीं छात्रों के इस कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी शामिल हो सकते हैं. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है.

वहीं पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर पुलिस के आला अधिकारी और प्रशासन कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आए. सभी पुलिस की कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं. छात्र नेता रजनीश जैमन ने कहा कि पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर डंडे बरसाए गए. पुलिस का यह तानाशाह रवैया गलत है. एबीवीपी संगठन के पदाधिकारी शेर सिंह ने कहा कि एबीवीपी के प्रत्याशी को हराने के लिए प्रशासन की तरफ से रणनीति बनाई गई है. और पुलिस की यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है.

अलवर. जिले के आर आर कॉलेज में छात्र संघ चुनाव के दौरान अध्यक्ष पद पर रिकाउंटिंग की मांग को लेकर छात्र कॉलेज के बाहर धरने बैठे थे. इस दौरान पुलिस ने अचानक से उन पर लाठीचार्ज कर दिया.

धरने पर बैठे छात्रों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज

क्या है मामला
मामला तब शुरू हुआ जब राजर्षि महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव परिणाम घोषित हुए. जिसमें अध्यक्ष पद के प्रत्याशी निर्दलीय दीपक यादव को 2 वोट से विजेता घाषित किया गया. तो वहीं दूसरे स्थान पर रही प्रत्याशी पूजा झीरवाल और उनके समर्थक लगातार रिकाउंटिंग की मांग करते रहे. लेकिन कॉलेज प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी. उनके समर्थकों का कहना है कि शुरुआत की तीन बार हुई काउंटिंग में पूजा झीरवाल 3 वोटों से जीत रही थी. लेकिन चौथी बार हुई रिकाउंटिंग में दीपक यादव को 2 वोट से जीता दिया गया. वहीं इस मामले में पूजा झिरवाल के विरोध करने पर कॉलेज से निकालने की धमकी तक दी गई.

दरअसल, पूजा झिरवाल एबीवीपी की प्रत्याशी थी. मामले की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में एबीवीपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता कॉलेज में जमा हो गए. चुनाव परिणाम आने के बाद बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठ गए. रात करीब 11 बजे के आसपास पुलिस के आला अधिकारी छात्रों को समझाने के लिए पहुंचे. इस दौरान पुलिस और छात्रों में झड़प हो गई.

यह भी पढ़ें- छात्रसंघ चुनाव 2019: सीकर के राजकीय महाविद्यालयों के ये हैं चुनाव परिणाम

पुलिस ने अचानक शुरू किया लाठीचार्ज

धरने पर बैठे छात्र जिला कलेक्टर के घर के बाहर धरने पर बैठने की बात कहने लगे. इस पर कोतवाली थाना पुलिस और अन्य पुलिसकर्मियों ने धरने पर बैठे छात्रों पर अचानक से लाठीचार्ज शुरू कर दिया. इसमें कई छात्रों को चोटें आई. इस दौरान धरना स्थल पर मौजूद मीणा समाज के नेता और पूर्व फौजी अमर चंद मीणा पर भी पुलिस ने डंडे बरसाए और उनके कपड़े फाड़ दिए. उसके बाद उनको अपने हिरासत में ले लिया.

यह भी पढ़ें- कोटा छात्र संघ चुनाव 2019 : संयुक्त मोर्चा ने कहा- छात्रों के संघर्ष से लगातार जीत संभव

मीडिया और आम लोगों पर भी बरसाए डंडे

लाठीचार्ज करते हुए पुलिस इतनी संवेदनहीन हो गई कि वहां से गुजर रहे आम लोगों पर भी पुलिस ने डंडे बरसाए. यही नहीं मीडियाकर्मियों पर भी पुलिस ने डंडे बरसाते हुए कैमरा बंद करने की धमकी दी.

छात्रों में रोष, राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा हो सकते हैं साथ

छात्रों में पुलिस की कार्रवाई को लेकर खासा रोष है. छात्र संगठनों ने 29 अगस्त को पुलिस की कार्रवाई के विरोध में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है. वहीं छात्रों के इस कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी शामिल हो सकते हैं. हालांकि, इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है.

वहीं पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर पुलिस के आला अधिकारी और प्रशासन कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आए. सभी पुलिस की कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं. छात्र नेता रजनीश जैमन ने कहा कि पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर डंडे बरसाए गए. पुलिस का यह तानाशाह रवैया गलत है. एबीवीपी संगठन के पदाधिकारी शेर सिंह ने कहा कि एबीवीपी के प्रत्याशी को हराने के लिए प्रशासन की तरफ से रणनीति बनाई गई है. और पुलिस की यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है.

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अलवर।
अलवर के आर आर कॉलेज में छात्र संघ चुनाव के दौरान अध्यक्ष पद पर रिकाउंटिंग की मांग को लेकर कॉलेज के बाहर धरने पर बैठे छात्रों को हटाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। तो वहीं इस दौरान मीणा समाज के नेता व पूर्व सैनिक अमर चंद मीणा के पुलिस ने कपड़े फाड़ दिए व उन पर डंडे बरसाए। उसके बाद पुलिस ने उनको हिरासत में ले लिया। पुलिस की इस कार्रवाई से छात्रों में खासा रोष बना हुआ है।


Body:राजर्षि महाविद्यालय में अध्यक्ष पद पर कॉलेज प्रशासन की तरफ से 2 वोट से दीपक यादव को जीता हुआ घोषित किया गया। दूसरे स्थान पर रही प्रत्याशी पूजा झीरवाल व उनके समर्थक लगातार रिकाउंटिंग की मांग करते रहे। लेकिन कॉलेज प्रशासन ने उनकी एक नहीं सुनी। उनके समर्थकों का कहना था की शुरुआत की तीन बार हुई काउंटिंग में पूजा झीरवाल 3 वोटों से जीत रही थी। लेकिन चौथी बार हुई रिकाउंटिंग में दीपक यादव को 2 वोट से जीता दिया गया। तो वही पूजा झिरवाल को विरोध करने पर कॉलेज से निकालने की धमकी दी।

दअरसल पूजा शिरवाल अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एबीवीपी की प्रत्याशी थी मामले की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में एबीपी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता कॉलेज में जमा हो गए। चुनाव परिणाम आने के बाद बड़ी संख्या में छात्र कॉलेज के गेट पर धरने पर बैठ गए। रात करीब 11 बजे के आसपास पुलिस के आला अधिकारी छात्रों को समझाने के लिए पहुंचे। इस दौरान पुलिस और छात्रों में झड़प हुई। धरने पर बैठे छात्र जिला कलेक्टर के घर के बाहर धरने पर बैठने की बात कहने लगे। इस पर कोतवाली थाना पुलिस व अन्य पुलिसकर्मियों ने धरने पर बैठे छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। इसमें कई छात्रों को चोटें आई। इस दौरान धरना स्थल पर मौजूद मीणा समाज के नेता व पूर्व फौजी अमर चंद मीणा पर पुलिस ने डंडे बरसाए व उनके कपड़े फाड़ दिए। उसके बाद उनको अपने हिरासत में ले लिया। इस दौरान उसने वहां से गुजर रहे आम लोगों पर भी डंडे बरसाए व मामले की कवरेज कर रहे मीडियाकर्मियों पर भी पुलिस ने डंडे बरसाते हुए कैमरा बंद करने की धमकी दी।


Conclusion:छात्रों में पुलिस की इस कार्रवाई को लेकर खासा रोष है छात्र संगठनों ने 29 अगस्त को पुलिस की कार्रवाई के विरोध में धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। वही छात्रों के इस कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी शामिल हो सकते हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। वहीं पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई को लेकर पुलिस के आला अधिकारी व प्रशासन कुछ भी बोलने से बचते हुए नजर आए। सभी पुलिस की कार्रवाई की निंदा कर रहे हैं। छात्र नेता रजनीश जैमन ने कहा कि पुलिस द्वारा शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर डंडे बरसाए गए। पुलिस का यह तानाशाह रवैया गलत है। एबीपी संगठन के पदाधिकारी शेर सिंह ने कहा की एबीवीपी के प्रत्याशी को हराने के लिए प्रशासन की तरफ से रणनीति बनाई है। तो वहीं यह कार्रवाई पूरी तरह से गलत है।

बाइट-शेर सिंह, एबीवीपी पदाधिकारी
बाइट- रजनीश जैमन छात्र नेता
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