अलवर. जिले की पुलिस ने शनिवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस ने अवैध रूप से सट्टा लगाने वाले 7 लोगों को अलवर और गुड़गांव से गिरफ्तार किया है. इनके पास से पुलिस ने 21 लाख 9 हजार रुपए बरामद किए हैं. इसके अलावा मोबाइल, लैपटॉप में बीते 6 दिनों का दो करोड़ रुपए से अधिक का हिसाब-किताब भी बरामद किया है. पुलिस इस कार्रवाई को अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मान रही है.
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पुलिस ने कहा कि इस मामले की जानकारी इनकम टैक्स और ईडी को दी जाएगी. इस काम को करने वाला मुख्य सरगना भी पुलिस के हत्थे चढ़ा है. अलवर में लंबे समय से करोड़ों के सट्टे लगने की पुलिस को जानकारी मिल रही थी. साइक्लोन टीम की मदद से पुलिस ने इस काम में लिप्त लोगों पर नजर रखी. इस दौरान पुलिस को कई अहम जानकारी मिली. जिसके बाद पुलिस ने अलवर से और गुड़गांव से 7 लोगों को गिरफ्तार किया है.
मुख्य सरगना अलवर शिवाजी पार्क निवासी सुरेश चौहान भी गिरफ्तार हुआ है. इसके अलावा सुरेश कुमार निवासी दौसा, इंद्रजीत निवासी शिवाजी पार्क अलवर, दिनेश निवासी हरियाणा, रवि निवासी हरियाणा, विपुल निवासी अलवर और सोनू निवासी बहरोड़ को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि इन लोगों के अलवर, बहरोड़, भिवाड़ी, गुड़गांव, दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद और दौसा सहित आसपास के जिलों में तार फैले हुए थे. इन शहरों में लोगों को गुमराह करके यह लोग सट्टा लगाते थे. पुलिस ने इनके पास से 8 लैपटॉप, 16 मोबाइल फोन, एक प्रिंटर, एक कार और बीते 6 दिनों का 2 करोड़ रुपए का हिसाब-किताब बरामद किया है.
पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि आईटी एक्ट और आईपीसी की धाराओं में इन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनके पास करीब 21 लाख से अधिक रुपए मिले हैं. ऐसे में इस मामले की जानकारी इनकम टैक्स और ईडी को भी दी जाएगी. जिससे पैसे का पता चल सके. पुलिस ने बताया कि अब तक की जांच-पड़ताल में कई लोगों के नाम सामने आ रहे हैं.
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इनकी कॉल रिकॉर्डिंग और अन्य दस्तावेजों के आधार पर लोगों के रिकॉर्ड खंगाले जा रहे हैं. इनसे पूछताछ की जा रही है. जिसके बाद न्यायालय में पेश करके पुलिस रिमांड पर इनको लिया जाएगा. पूछताछ के आधार पर कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है. इस पूरे मामले में कई नेता, पत्रकार और पुलिस कर्मियों के भी नाम सामने आ रहे हैं. हालांकि इस पर अब अभी तक पुलिस ने कोई अहम जानकारी नहीं दी है.