अलवर. पंचायत चुनाव के अंतिम चरण की पांच पंचायत समितियों में मंगलवार को 14 जिला परिषद सदस्य एवं 127 पंचायत समिति सदस्यों के लिए 65.05 प्रतिशत वोट डाले गए. अंतिम चरण में बानसूर, किशनगढ़बास, मालाखेड़ा, रामगढ़ व उमरैण पंचायत समितियों में मतदान शांतिपूर्ण तरीके से सम्पन्न हुआ.
मतदान के दौरान बानसूर पंचायत समिति में दो ईवीएम सेट में खराबी आई, जिनको बदला गया. अलवर पंचायत चुनाव के तीनों चरण पूरे हो चुके हैं, अब सभी की निगाहें 29 अक्टूबर को जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य के लिए होने वाली मतगणना पर टिकी है.
पंचायत चुनाव के तीसरे और अंतिम चरण के लिए मंगलवार को मतदान शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया. पांच पंचायत समितियों में 887 मतदान केंद्रों पर मंगलवार सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान हुआ. 14 जिला परिषद सदस्य और 133 पंचायत समिति सदस्यों के लिए तीसरे चरण में उमरैण, मालाखेड़ा, रामगढ़, किशनगढ़बास और बानसूर पंचायत समितियों में मतदान हुआ. लोग परिवार के साथ वोट डालने के लिए पहुंचे और शांति पूर्ण तरह से मतदान प्रक्रिया संपन्न हुई.
जिला परिषद व पंचायत समिति सदस्यों की मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब प्रत्याशियों के हार जीत के समीकरण एवं जिला प्रमुख व प्रधान पद के दावेदारों के नामों को लेकर कयासबाजी का दौर शुरू हो गया है. तीनों चरण का मतदान पूरा होने के बाद प्रमुख राजनीतिक पार्टियां चुनाव में जीत हार का गणित बैठाने में जुट गए हैं. वहीं जिला प्रमुख व प्रधान पद के चुनाव की जोड़ तोड़ बिठाना शुरू कर दिया है. ज्यादातर पंचायत समितियों में प्रमुख पार्टियों के चुनावी रणनीतिकारों ने जिताऊ प्रत्याशियों को एकजुट कर सुरक्षित स्थानों पर बाड़ेबंदी शुरू कर दिया है.
कहां कितना मतदान
पंचायत समिति बानसूर में 62.06, किशनगढ़बास में 69.98, मालाखेड़ा में 66.95, रामगढ़ में 61.45, उमरैण में 66.59 प्रतिशत मतदान के साथ कुल मतदान 65.05 प्रतिशत हुआ. जिला परिषद के वार्ड संख्या 20 से कांग्रेस प्रत्याशी पहले ही निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया जा चुका है. इस कारण तीसरे चरण में जिला परिषद के 14 वार्डों में मतदान कराया गया.
इनकी प्रतिष्ठा दांव पर लगी
अंतिम चरण के मतदान के परिणाम को लेकर चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों के साथ ही प्रमुख पार्टियों के नेताओं, श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली, कांगेस के कार्यकारी जिलाध्यक्ष योगेश मिश्रा, विधायक शकुंतला रावत, दीपचंद खैरिया, सफिया खान तथा भाजपा के सांसद महंत बालक नाथ योगी, भाजपा जिलाध्यक्ष जिला उत्तर बलवान सिंह यादव, जिला दक्षिण जिलाध्यक्ष संजय नरूका, प्रदेश मंत्री महेन्द्र यादव, पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, रामहेत यादव व सुखवंत सिंह सहित अन्य प्रमुख नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है.
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उमरैण पंचायत समिति के 8 बूथों पर नहीं डले वोट
अंतिम चरण में पंचायत समिति उमरैण के 8 बूथों पर न तो जिला परिषद सदस्य और न ही पंचायत समिति के लिए वोट डाले गए. यहां जिला परिषद के वार्ड संख्या 20 से कांग्रेस प्रत्याशी का निर्विरोध निर्वाचन होने तथा पंचायत समिति उमरैण के वार्ड संख्या 14 में भी निर्विरोध निर्वाचन होने के कारण एवं वार्ड संख्या 15 में सभी प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त होने के कारण वोट नहीं डाले गए. इस कारण मतदान केन्द्र 104, 119, 120, 121, 122, 123, 124 एवं 125 में किसी पद के लिए वोट नहीं डाले गए.
कहां कितने केंद्रों पर हुआ मतदान
पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में उमरैण की 33 ग्राम पंचायतों में 170 मतदान केन्द्रों पर मतदान हुआ. मालाखेड़ा की 33 ग्राम पंचायतों के 141 मतदान केंद्रों पर मतदान हुआ, रामगढ़ की 39 ग्राम पंचायतों के 188 मतदान केन्द्रों पर मतदान हुआ, किशनगढ़बास की 37 ग्राम पंचायतों के 175 मतदान केन्द्रों और बानसूर की 46 ग्राम पंचायतों के 213 मतदान केन्द्रों पर मतदान हुआ. सभी जगह पर पुलिस के पर्याप्त इंतजाम किए गए थे. मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. तीसरे चरण में उमरैण पंचायत समिति में 117190, किशनगढ़बास में 114862, रामगढ़ में 132934, मालाखेड़ा में 116224 और बानसूर में 159527 मतदाताओं ने जिला परिषद सदस्य और पंचायत समिति सदस्यों के निर्वाचन के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया.
प्रशासन ने किए पुख्ता इंतजाम
पंचायत चुनाव के तीसरे चरण में उमरैण की 33 ग्राम पंचायतों में 170 मतदान केंद्र, मालाखेड़ा की 33 ग्राम पंचायतों के 141 मतदान केन्द्र, रामगढ़ की 39 ग्राम पंचायतों के 188 मतदान केन्द्रों, किशनगढ़बास की 37 ग्राम पंचायतों के 175 मतदान केन्द्रों और बानसूर की 46 ग्राम पंचायतों के 213 मतदान केन्द्रों पर वोटिंग हुई. सुबह हल्की सर्दी होने के कारण वोट डालने के लिए कम लोग पहुंचे. लेकिन जैसे से दिन चढ़ेगा मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी होती गई.