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Special: अलवर ऑक्सीजन प्लांट पर केंद्र की निगरानी, IAS-IPS की मॉनिटरिंग में 3 राज्यों को हो रही सप्लाई - Alwar oxygen plant

कोरोना के बढ़ते मामले केन्द्र और राज्य सरकारों के लिए चुनौती बन गए हैं. महामारी की विकट स्थिति में सबसे बड़ी चुनौती है कोरोना मरीजों की सांसों को बचाने के लिए ऑक्सीजन सिलेंडरों की डिमांड को पूरा करना. बढ़ती कालाबाजारी के बीच केन्द्र सरकार ने ऑक्सीजन सिलेंडर उत्पादन करने वाली बड़ी ईकाइयों को अपने अधिग्रहण में ले लिया है. इनमें से भिवाड़ी स्थित ऑक्सीजन प्लांट भी एक है. जिसकी निगरानी आईएएस स्तर के अधिकारी कर रहे हैं.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
पुलिस निगरानी में गंतव्य स्थान तक पहुंच रहा ऑक्सीजन टैंकर
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Published : Apr 22, 2021, 7:24 PM IST

Updated : Apr 23, 2021, 12:41 PM IST

अलवर. देश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. देश में रोज लाखों नए मामले सामने आ रहे हैं. हॉस्पिटल में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं. आईसीयू फुल हो चुके हैं. कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को बचाने के लिए सबसे पहले ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, जिससे पूरे देश में ऑक्सीजन सिलेंडरों डिमांड भी बढ़ गई है और कालाबाजारी भी शुरू हो चुकी है.

पुलिस निगरानी में गंतव्य स्थान तक पहुंच रहा ऑक्सीजन टैंकर

पढ़ें- कोरोना पर सियासी टकरार: राजेंद्र राठौड़ ने कहा- स्वास्थ्य राज्य का विषय, गहलोत सरकार करे निशुल्क वैक्सीनेशन का एलान

देशभर में ऑक्सीजन सिलेंडरों को लेकर मची अफरा-तफरी के बीच अलवर के भिवाड़ी स्थित आयोनेक्स ऑक्सीजन प्लांट को भारत सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है. इस प्लांट में 1.20 लाख किलो लीटर से अधिक ऑक्सीजन बनाई जाती है. भिवाड़ी ऑक्सीजन प्लांट से पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही थी. लेकिन, राजस्थान में कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण और ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए भारत सरकार ने अब उस सिस्टम में बदलाव किया है.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
फैक्ट फाइल

नए सिस्टम के तहत अब 80 हजार किलो लीटर राजस्थान, 20 हजार किलो लीटर दिल्ली और 20 हजार किलो लीटर हरियाणा को सप्लाई की जा रही है. इसके अलावा आदेश मिलने पर जरूरत के हिसाब से इसमें बदलाव करते हुए आसपास के जिलों और राज्यों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. वहीं, ऑक्सीजन सप्लाई में किसी भी तरह की सेंधमारी ना हो इसके लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. प्रत्येक टैंकर के साथ पुलिस की गाड़ी को लगाया गया है. प्रशासनिक अधिकारी और पुलिसकर्मी ऑक्सीजन के टैंकर को गंतव्य स्थान तक पहुंचा रहे हैं.

बता दें, ऑक्सीजन प्लांट की मॉनिटरिंग के लिए एक आईएएस अधिकारी प्रताप सिंह सीओ भिवाड़ी, भिवाड़ी बीड़ा के एलओ कमल यादव, आरएएस अधिकारी रवि सिंह को तैनात किया गया है. इसके अलावा ड्रग्स विभाग के इंस्पेक्टर और कई थानों की पुलिस को ऑक्सीजन प्लांट पर लगाया गया है. प्रत्येक टैंकर के साथ पुलिस और रेवेन्यू विभाग के अधिकारी मौजूद रहते हैं.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
ऑक्सीजन टैंकर

पढ़ें- कोरोना से जंग में 'अपना घर आश्रम' ने कसी कमर, 375 बेड के 11 वार्ड तैयार किए...रहना-खाना व इलाज की भी सुविधा

आम दिनों की तुलना में कोरोना के चलते ऑक्सीजन की डिमांड 10 गुना से भी अधिक बढ़ गई है. गंभीर मरीजों को बचाने के लिए केवल ऑक्सीजन सहारा है. मरीज को समय पर ऑक्सीजन मिले और उसकी जान बचाई जा सके इसके लिए प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
भिवाड़ी स्थित ऑक्सीजन प्लांट

बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर

ऑक्सीजन की सप्लाई में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आए, इसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. भिवाड़ी से प्रतिदिन जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, बीकानेर और अजमेर सहित अन्य शहरों में टैंकर सप्लाई की जा रही है. ऐसे में सभी रूटों पर ग्रीन कॉरिडोर बना दिए गए हैं, जिससे टैंकर को पहुंचने में कम समय लग रहा है.

ऑक्सीजन प्लांट बना मुख्यालय

भिवाड़ी स्थित आयोनेक्स ऑक्सीजन प्लांट प्रशासन का मुख्यालय बन चुका है. यहां आईएएस, आरएएस अधिकारी, पुलिस अधिकारी, मेडिकल, परिवहन सहित सभी विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. जो 24 घंटे लगातार काम कर रहे हैं.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
पुलिस निगरानी में ऑक्सीजन टैंकर

टैंकर के साथ जाती है पुलिस की गाड़ी

टैंकर को कम गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक टैंकर के साथ पुलिस की गाड़ी लगाई गई है. इसमें रेवेन्यू विभाग के अधिकारियों को भी तैनात किया गया है. ये लोग प्रत्येक टैंकर को उसके गंतव्य स्थान तक सुरक्षित पहुंचाने का काम कर रहे हैं.

अलवर. देश में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. देश में रोज लाखों नए मामले सामने आ रहे हैं. हॉस्पिटल में मरीजों को बेड नहीं मिल रहे हैं. आईसीयू फुल हो चुके हैं. कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों को बचाने के लिए सबसे पहले ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है, जिससे पूरे देश में ऑक्सीजन सिलेंडरों डिमांड भी बढ़ गई है और कालाबाजारी भी शुरू हो चुकी है.

पुलिस निगरानी में गंतव्य स्थान तक पहुंच रहा ऑक्सीजन टैंकर

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देशभर में ऑक्सीजन सिलेंडरों को लेकर मची अफरा-तफरी के बीच अलवर के भिवाड़ी स्थित आयोनेक्स ऑक्सीजन प्लांट को भारत सरकार ने अपने कब्जे में ले लिया है. इस प्लांट में 1.20 लाख किलो लीटर से अधिक ऑक्सीजन बनाई जाती है. भिवाड़ी ऑक्सीजन प्लांट से पहले राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही थी. लेकिन, राजस्थान में कोरोना के तेजी से बढ़ते संक्रमण और ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए भारत सरकार ने अब उस सिस्टम में बदलाव किया है.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
फैक्ट फाइल

नए सिस्टम के तहत अब 80 हजार किलो लीटर राजस्थान, 20 हजार किलो लीटर दिल्ली और 20 हजार किलो लीटर हरियाणा को सप्लाई की जा रही है. इसके अलावा आदेश मिलने पर जरूरत के हिसाब से इसमें बदलाव करते हुए आसपास के जिलों और राज्यों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है. वहीं, ऑक्सीजन सप्लाई में किसी भी तरह की सेंधमारी ना हो इसके लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. प्रत्येक टैंकर के साथ पुलिस की गाड़ी को लगाया गया है. प्रशासनिक अधिकारी और पुलिसकर्मी ऑक्सीजन के टैंकर को गंतव्य स्थान तक पहुंचा रहे हैं.

बता दें, ऑक्सीजन प्लांट की मॉनिटरिंग के लिए एक आईएएस अधिकारी प्रताप सिंह सीओ भिवाड़ी, भिवाड़ी बीड़ा के एलओ कमल यादव, आरएएस अधिकारी रवि सिंह को तैनात किया गया है. इसके अलावा ड्रग्स विभाग के इंस्पेक्टर और कई थानों की पुलिस को ऑक्सीजन प्लांट पर लगाया गया है. प्रत्येक टैंकर के साथ पुलिस और रेवेन्यू विभाग के अधिकारी मौजूद रहते हैं.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
ऑक्सीजन टैंकर

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आम दिनों की तुलना में कोरोना के चलते ऑक्सीजन की डिमांड 10 गुना से भी अधिक बढ़ गई है. गंभीर मरीजों को बचाने के लिए केवल ऑक्सीजन सहारा है. मरीज को समय पर ऑक्सीजन मिले और उसकी जान बचाई जा सके इसके लिए प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
भिवाड़ी स्थित ऑक्सीजन प्लांट

बनाया गया ग्रीन कॉरिडोर

ऑक्सीजन की सप्लाई में किसी भी तरह की परेशानी नहीं आए, इसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है. भिवाड़ी से प्रतिदिन जयपुर, जोधपुर, कोटा, उदयपुर, बीकानेर और अजमेर सहित अन्य शहरों में टैंकर सप्लाई की जा रही है. ऐसे में सभी रूटों पर ग्रीन कॉरिडोर बना दिए गए हैं, जिससे टैंकर को पहुंचने में कम समय लग रहा है.

ऑक्सीजन प्लांट बना मुख्यालय

भिवाड़ी स्थित आयोनेक्स ऑक्सीजन प्लांट प्रशासन का मुख्यालय बन चुका है. यहां आईएएस, आरएएस अधिकारी, पुलिस अधिकारी, मेडिकल, परिवहन सहित सभी विभाग के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. जो 24 घंटे लगातार काम कर रहे हैं.

Alwar oxygen plant,  ias and ips officer surveillance
पुलिस निगरानी में ऑक्सीजन टैंकर

टैंकर के साथ जाती है पुलिस की गाड़ी

टैंकर को कम गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक टैंकर के साथ पुलिस की गाड़ी लगाई गई है. इसमें रेवेन्यू विभाग के अधिकारियों को भी तैनात किया गया है. ये लोग प्रत्येक टैंकर को उसके गंतव्य स्थान तक सुरक्षित पहुंचाने का काम कर रहे हैं.

Last Updated : Apr 23, 2021, 12:41 PM IST
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