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Special: यहां 'बेखौफ' खनन माफिया, 240 दिनों में 94 बार हुआ विभाग की टीम पर हमला

अवैध खनन के लिए बदनाम अलवर में खनन माफिया बेखौफ और बेकाबू हो चुके हैं. पुलिस और सरकार की नाक के नीचे माफिया खुलेआम अवैध खनन करते हैं. आए दिन खनन विभाग और वन विभाग की टीम पर हमला करते हैं. हाल ही में एक कार्रवाई के दौरान कई बाइकों पर आए खनन माफिया के लोगों ने खनन विभाग की टीम पर हमला कर दिया.

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खनन माफियाओं ने किया खनन विभाग की टीम पर हमला
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Published : Dec 14, 2019, 8:40 AM IST

अलवर. अवैध खनन के लिए पूरे देश में बदनाम है. कुछ समय पहले देश की सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने भी अलवर सहित आसपास के क्षेत्र में फैली अरावली की श्रृंखला में अवैध खनन की बात कहते हुए कहा था कि अलवर क्षेत्र के 32 पहाड़ गायब हो चुके हैं. उन्होंने एफएसएआई का हवाला देते हुए कहा कि हाल ही में एफएससीआई की तरफ से एक सर्वे किया गया है, जिसमें यह बात सामने आई है.

खनन माफियाओं ने किया खनन विभाग की टीम पर हमला

उसके बाद न्यायालय के आदेश पर उन सभी जगहों की पहचान की गई. अवैध खनन के हालात देखे गए मामले पर लगातार सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है. राजस्थान सरकार और खनन विभाग की तरफ से अपनी रिपोर्ट पेश की जा चुकी है. इन सबके बाद भी अलवर में खुलेआम अवैध खनन का खेल जारी है.

इन इलाकों में हो रहा अवैध कारोबार...

रामगढ़, तिजारा, राजगढ़, थानागाजी, बानसूर, मुंडावर, भिवाड़ी सहित पूरे जिले में खुलेआम अवैध कारोबार चल रहा है. इस कारोबार में जुड़े लोग इस कदर बेखौफ हो चुके हैं कि किसी भी पुलिस अधिकारी, खनन अधिकारी, वन विभाग के अधिकारी सहित सरकारी विभागों के अधिकारियों पर हमला करने, गाड़ी चढ़ाने, फायरिंग करने जैसी किसी भी तरह की घटना से नहीं चूकते हैं.

अलवर में नया मामला...

अवैध खनन के चलते अलवर में नया मामला सामने आया है. जिसमें खनन विभाग की टीम अवैध खनन करके भाग रहे एक ट्रैक्टर का पीछा कर रही थी. उसी समय 5 से 6 बाइकों पर आए खनन माफिया के लोगों ने खनन विभाग की टीम पर पत्थर और हथियारों से हमला कर दिया.

मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी तरह से खनन विभाग के अधिकारी मौके से बचकर भाग गए. इसके बाद मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी गई. पुलिस ने एफ आई आर दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

अवैध खनन का गढ़ बन चुका है अलवर...

अलवर अवैध खनन का गढ़ बन चुका है. इसका प्रमाण खनन विभाग के आंकड़े देख कर भी पता चलता है. एक अप्रैल से अब तक खनन विभाग की जांच टीम ने अवैध खनन के 94 मामले पकड़े हैं. इसमें 67 बजरी अवैध खनन और अन्य पत्थर अवैध खनन के हैं. इन सब मामलों में केवल 4 मामलों में विभाग की तरफ से एफ आई आर दर्ज कराई गई है. विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अवैध खनन करने वालों से 40 लाख 62 हजार रुपए का जुर्माना भी वसूला गया है.

पढ़ें: अलवरः 1 जनवरी से पांच साल तक के बच्चों को लगेगा नया वैक्सीन, जानिए क्या है खास

एक लाख रुपए अतिरिक्त लगता है जुर्माना...

खनन विभाग के अधिकारी ने बताया कि अभी तक अवैध खनन करते हुए पकड़े जाने पर पकड़े गए सामान की कीमत और उस पर कुछ निर्धारित जुर्माना लगाया जाता था, लेकिन अब प्रत्येक ट्रैक्टर पर इस राशि के अलावा एक लाख रुपए का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया जाता है. इसलिए अवैध खनन करने वालों में खलबली मची हुई है.

अलवर. अवैध खनन के लिए पूरे देश में बदनाम है. कुछ समय पहले देश की सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने भी अलवर सहित आसपास के क्षेत्र में फैली अरावली की श्रृंखला में अवैध खनन की बात कहते हुए कहा था कि अलवर क्षेत्र के 32 पहाड़ गायब हो चुके हैं. उन्होंने एफएसएआई का हवाला देते हुए कहा कि हाल ही में एफएससीआई की तरफ से एक सर्वे किया गया है, जिसमें यह बात सामने आई है.

खनन माफियाओं ने किया खनन विभाग की टीम पर हमला

उसके बाद न्यायालय के आदेश पर उन सभी जगहों की पहचान की गई. अवैध खनन के हालात देखे गए मामले पर लगातार सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है. राजस्थान सरकार और खनन विभाग की तरफ से अपनी रिपोर्ट पेश की जा चुकी है. इन सबके बाद भी अलवर में खुलेआम अवैध खनन का खेल जारी है.

इन इलाकों में हो रहा अवैध कारोबार...

रामगढ़, तिजारा, राजगढ़, थानागाजी, बानसूर, मुंडावर, भिवाड़ी सहित पूरे जिले में खुलेआम अवैध कारोबार चल रहा है. इस कारोबार में जुड़े लोग इस कदर बेखौफ हो चुके हैं कि किसी भी पुलिस अधिकारी, खनन अधिकारी, वन विभाग के अधिकारी सहित सरकारी विभागों के अधिकारियों पर हमला करने, गाड़ी चढ़ाने, फायरिंग करने जैसी किसी भी तरह की घटना से नहीं चूकते हैं.

अलवर में नया मामला...

अवैध खनन के चलते अलवर में नया मामला सामने आया है. जिसमें खनन विभाग की टीम अवैध खनन करके भाग रहे एक ट्रैक्टर का पीछा कर रही थी. उसी समय 5 से 6 बाइकों पर आए खनन माफिया के लोगों ने खनन विभाग की टीम पर पत्थर और हथियारों से हमला कर दिया.

मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी तरह से खनन विभाग के अधिकारी मौके से बचकर भाग गए. इसके बाद मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी गई. पुलिस ने एफ आई आर दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

अवैध खनन का गढ़ बन चुका है अलवर...

अलवर अवैध खनन का गढ़ बन चुका है. इसका प्रमाण खनन विभाग के आंकड़े देख कर भी पता चलता है. एक अप्रैल से अब तक खनन विभाग की जांच टीम ने अवैध खनन के 94 मामले पकड़े हैं. इसमें 67 बजरी अवैध खनन और अन्य पत्थर अवैध खनन के हैं. इन सब मामलों में केवल 4 मामलों में विभाग की तरफ से एफ आई आर दर्ज कराई गई है. विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अवैध खनन करने वालों से 40 लाख 62 हजार रुपए का जुर्माना भी वसूला गया है.

पढ़ें: अलवरः 1 जनवरी से पांच साल तक के बच्चों को लगेगा नया वैक्सीन, जानिए क्या है खास

एक लाख रुपए अतिरिक्त लगता है जुर्माना...

खनन विभाग के अधिकारी ने बताया कि अभी तक अवैध खनन करते हुए पकड़े जाने पर पकड़े गए सामान की कीमत और उस पर कुछ निर्धारित जुर्माना लगाया जाता था, लेकिन अब प्रत्येक ट्रैक्टर पर इस राशि के अलावा एक लाख रुपए का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया जाता है. इसलिए अवैध खनन करने वालों में खलबली मची हुई है.

Intro:अलवर
अवैध खनन के लिए बदनाम अलवर में खनन माफिया बेखौफ व बेकाबू हो चुके हैं। पुलिस व सरकार की नाक के नीचे माफिया खुलेआम अवैध खनन करते हैं। आए दिन खनन विभाग व वन विभाग की टीम पर हमला करते हैं। हाल ही में एक कार्रवाई के दौरान कई बाइकों पर आए खनन माफिया के लोगों ने खनन विभाग की टीम पर हमला कर दिया।


Body:अलवर अवैध खनन के लिए पूरे देश में बदनाम है। कुछ समय पहले देश की सर्वोच्च न्यायालय सुप्रीम कोर्ट ने भी अलवर सहित आसपास के क्षेत्र में फैली अरावली की श्रंखला में अवैध खनन की बात कहते हुए कहा यह अलवर क्षेत्र के 32 पहाड़ गायब हो चुके हैं। उन्होंने एफएसएआई का हवाला देते हुए कहा की हाल ही में एफएससीआई की तरफ से एक सर्वे किया गया है। जिसमें यह बात सामने आई है। उसके बाद न्यायालय के आदेश पर उन सभी जगहों की पहचान की गई। अवैध खनन के हालात देखे गए मामले पर लगातार सर्वोच्च न्यायालय में सुनवाई चल रही है। राजस्थान सरकार व खनन विभाग की तरफ से अपनी रिपोर्ट पेश की जा चुकी है। इन सबके बाद भी अलवर में खुलेआम अवैध खनन का खेल जारी है रामगढ़ तिजारा राजगढ़ थानागाजी बानसूर मुंडावर भिवाड़ी सहित पूरे जिले में खुलेआम अवैध कारोबार चल रहा है। इस कारोबार में जुड़े लोग इस कदर बेखौफ हो चुके हैं कि किसी भी पुलिस अधिकारी खनन अधिकारी वन विभाग के अधिकारी सहित सरकारी विभागों के अधिकारियों के ऊपर हमला करने गाड़ी चढ़ाने फायरिंग करने से ही किसी भी तरह की घटना से नहीं चूकते हैं। इसीलिए अलवर में नया मामला सामने आता है। हाल ही में 5 से 6 बाई को पर आए खनन माफिया के लोगों ने खनन विभाग की टीम पर पत्थर में हथियारों से हमला कर दिया खनन विभाग की टीम अवैध खनन करके भाग रहे एक ट्रैक्टर का पीछा कर रही थी।


Conclusion:मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी तरह से खनन विभाग के अधिकारी मौके से बचकर भागे थे। इसके बाद मामले की लिखित शिकायत पुलिस को दी गई। पुलिस ने एफ आई आर दर्ज करते हुए आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। अलवर अवैध खनन का गढ़ बन चुका है। इसका प्रमाण खनन विभाग के आंकड़े देख कर भी पता चलता है। एक अप्रैल से अब तक खनन विभाग की जांच टीम ने अवैध खनन के 94 मामले पकड़े हैं। इसमें 67 बजरी अवैध खनन व जबकि अन्य पत्थर अवैध खनन के हैं। इन सब मामलों में केवल 4 मामलों में विभाग की तरफ से एफ आई आर दर्ज कराई गई है। विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अवैध खनन करने वालों से 40 लाख 62 हजार रुपए का जुर्माना भी वसूला गया है।

एक लाख रुपए अतिरिक्त लगता है जुर्माना
खनन विभाग के अधिकारी ने बताया कि अभी तक अवैध खनन करते हुए पकड़े जाने पर पकड़े गए सामान की कीमत व उस पर कुछ निर्धारित जुर्माना लगाया जाता था। लेकिन अब प्रत्येक ट्रैक्टर पर इस राशि के अलावा एक लाख रुपए का अतिरिक्त जुर्माना भी लगाया जाता है। इसलिए अवैध खनन करने वालों में खलबली मची हुई है।

बाइट-केसी गोयल, खनन विभाग अधिकारी, अलवर
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