अलवर. जिले की खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग की सहायक आयुक्त अलका मीणा बुधवार को अलवर पहुंची. उन्होंने यहां विशेष जांच के दौरान जिले में साल 2017 में गेहूं और केरोसीन वितरण में हुई धांधली के मामले की जांच की. इस जांच की रिपोर्ट खाद्य मंत्री और विभाग के अधिकारियों को दी जाएगी.
बता दें कि अलवर में साल 2016-17 में सरकारी केरोसिन में गेहूं वितरण में गड़बड़ी का मामला सामने आया था. उसके बाद से लगातार इस मामले में कई तरह की गड़बड़ी सामने आई लेकिन अभी तक इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई. कई बार यह मामला उठा. मामले की गंभीरता को देखते हुए विभाग इस पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच करवा रहा है.
इसकी रिपोर्ट खाद्य मंत्री व विभाग के अधिकारियों को दी जाएगी. सहायक आयुक्त अलका मीणा ने जांच के दौरान विभाग की ओर से अलग किए गए गेहूं और केरोसिन के बारे में यहां के दस्तावेज देखें और कर्मचारियों से भी पूछताछ कीय
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वहीं कई घंटे चली इस जांच के बारे में सहायक आयुक्त अलका मीणा ने कैमरों के सामने जांच के बारे में कुछ भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया. जबकि जिला उपभोक्ता संरक्षण समिति के अध्यक्ष राजेश खटीक सिद्ध का कहना है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भ्रष्टाचार के खिलाफ हैं.
केरोसीन और गेहूं वितरण मामले सहित जो भी गड़बड़ियां हुई, उनकी निष्पक्ष जांच होना जरूरी है. उनकी समिति भी उपभोक्ताओं को शोषण से बचाने और उनके हित की रक्षा करने के लिए सदैव तत्पर रहती है.
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रसद विभाग की एक प्रवर्तन निरीक्षक ने बताया कि उनके खिलाफ भी पुलिस विभाग में मामला दर्ज हुआ है. ये निरीक्षक मुख्यालय रेणी छोड़कर जांच के दौरान अलवर रसद विभाग में देखे गए.